शासन व्यवस्था
COVID-19 के नियंत्रण में ‘ताइवान मॉडल’ की भूमिका
- 15 Apr 2020
- 8 min read
प्रीलिम्स के लिये:COVID-19 मेन्स के लिये:वैश्विक स्तर पर COVID-19 का प्रभाव, COVID-19 से निपटने हेतु सरकार के प्रयास |
चर्चा में क्यों?
वर्तमान में जब विश्व के लगभग सभी देश COVID-19 से गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं, परंतु इस दौरान ताइवान में COVID-19 संक्रमण के मामले विश्व के अन्य देशों की तुलना में काफी कम हैं। अपनी बेहतर स्वास्थ्य प्रणाली और तीव्र तथा निवारक कार्रवाई के माध्यम से ताइवान ने इस महामारी से निपटने का एक महत्त्वपूर्ण उदाहरण प्रस्तुत किया है।
मुख्य बिंदु:
- COVID-19 के मुख्य केंद्र चीन से 150 किमी. से कम की दूरी पर स्थित ताइवान में पिछले महीनों में COVID-19 के मामलों की संख्या कमी आई है और इसके संक्रमण की दर में भी गिरावट देखी गई है।
- ताइवान में COVID-19 के मामलों में कमी का एक कारण चीन में शुरूआती मामलों के मिलने के साथ ही ताइवान सरकार द्वारा देश में की गई त्वरित और सुरक्षात्मक कार्रवाई है।
- साथ ही इस दौरान COVID-19 के नियंत्रण और मरीज़ों तथा स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिये ताइवान के अस्पतालों द्वारा अपनाए गए तरीकों का इस वायरस से निपटने में महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। इनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
1. स्वास्थ्य कर्मियों के छोटे समूह:
- इसके तहत शुरुआत से ही आवश्यकता के अनुरूप एक समूह/यूनिट में कम-से-कम स्वास्थ्य कर्मियों को रखा गया।
- अस्पताल के किसी भी भाग में COVID-19 का एक भी संक्रमण उस हिस्से में कार्यरत सभी स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य मरीज़ों की सुरक्षा के लिये एक बड़ा खतरा हो सकता है।
- स्वस्थ्य कर्मियों के छोटे समूहों के माध्यम से अस्पतालों में भर्ती COVID-19 मरीज़ों से स्वास्थ्य कर्मियों में संक्रमण के सामुदायिक प्रसार के खतरे को कम करने में सहायता मिली।
- इस पहल के परिणामस्वरूप अधिकांश अस्पतालों में एक यूनिट में काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों में दो-तिहाई (2/3) की कमी की गई, हालाँकि इस दौरान उपचार की गुणवत्ता और मरीज़-डॉक्टर अनुपात में कोई गिरावट नहीं आई।
2. अस्पतालों में आवाजाही पर नियंत्रण:
- ताइवान के ‘केंद्रीय महामारी कमान केंद्र’ (Central Epidemic Command Centre) के एक अधिकारी के अनुसार, COVID-19 के संक्रमण को कम करने के लिये अस्पतालों में सभी मरीज़ों (बहिर्रोग विभाग, दुर्घटना, आपातकालीन मामले आदि) को लाने तथा ले जाने के लिये अलग-अलग मार्गों की व्यवस्था की गई।
- इस प्रक्रिया में अस्पतालों में हवाई-अड्डों जैसी सुरक्षा व्यवस्था स्थापित की गई जिसमें अस्पताल में प्रवेश के लिये पहचान-पत्र दिखाने की अनिवार्यता, शारीरिक तापमान मापने के लिये चेकपॉइंट आदि की व्यवस्था की गई तथा अस्पतालों के आस-पास स्वच्छता और विसंक्रमण के नियमों को अधिक कड़ा कर दिया गया।
अस्पताल बेड-प्रति व्यक्ति का उच्च अनुपात:
- वर्तमान में विश्व के बहुत से देशों ने पाया है कि उनके पास COVID-19 जैसी अत्यधिक संक्रामक बीमारियों के मरीज़ों की देखभाल के लिये पर्याप्त बेड नहीं हैं।
- हालाँकि ताइवान में COVID-19 के मामलों की संख्या अन्य देशों की तुलना में कम रही है परंतु फिर भी ताइवान की सरकार किसी भी समय मामलों में तीव्र वृद्धि से निपटने के लिये तैयारी थी।
- ताइवान के ‘रोग नियंत्रण केंद्र’ (Centre for Disease Control- CDC) के उप-निदेशक के अनुसार, देश में इस चुनौती से निपटने के लिये लगभग एक हज़ार ‘निगेटिव प्रेशर आइसोलेशन रूम’ (Negative Pressure Isolation Room) की उपलब्धता के साथ ही किसी भी स्थिति में ऐसे कुछ और कमरे बढ़ाए जाने की क्षमता उपलब्ध है।
- ताइवान की आबादी की तुलना में इतनी बड़ी संख्या में ‘आइसोलेशन रूम’ का होना एक उल्लेखनीय उपलब्धि है और यह देश के उन्नत चिकित्सा तंत्र तथा COVID-19 से निपटने में ताइवान सरकार की तैयारी की पुष्टि करता है।
- संक्रमण के मामलों के बढ़ने की स्थिति में स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य मरीज़ों के बीच संक्रमण के सामुदिक प्रसार को रोकने में ‘आइसोलेशन रूम’ की भूमिका बहुत ही महत्त्वपूर्ण है।
उन्नत स्वास्थ्य नीति और समन्वित कार्ययोजना:
- COVID-19 पर नियंत्रण में ताइवान में केंद्रीय सरकार और देश के अस्पतालों के बीच बेहतर समन्वय की भूमिका महत्त्वपूर्ण रही है।
- ताइवान की राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली के तहत देश के सभी नागरिकों को एक कंप्यूटर चिप (Computer Chip) युक्त हेल्थ कार्ड प्रदान किया जाता है, जिसमें उस व्यक्ति की पहचान और उसके स्वास्थ्य से जुड़ी पूर्व की सारी जानकारी दर्ज़ होती है।
- इसके माध्यम से ताइवान के अस्पताल जल्दी और कुशलतापूर्वक मरीज़ों के दाखिले को नियंत्रित करने, उनके लक्षणों को दर्ज़ करने तथा इन जानकारियों को देश के मुख्य चिकित्सा केंद्रों से साझा करने में सफल रहे हैं।
भारत के संदर्भ में ‘ताइवान मॉडल’ का महत्त्व:
- COVID-19 से निपटने में ‘ताइवान मॉडल’ की सफलता का सबसे बड़ा श्रेय ताइवान और इसके अस्पतालों द्वारा पहले ही दिन से की गई तैयारी को जाता है।
- वर्तमान में भले ही भारत में ताइवान की तुलना में देश के दूरस्थ क्षेत्रों तक उन्नत स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुँच का अभाव है परंतु तकनीकी के प्रयोग और सरकार तथा अस्पतालों के बीच समन्वय से बेहतर परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं।
- COVID-19 पर नियंत्रण का सबसे सफल उपाय इसके प्रसार को रोकना है ऐसे में अधिक-से-अधिक संभावित COVID-19 संक्रमित लोगों की जाँच कर और अन्य लोगों में इसके प्रसार को रोकने के प्रयास तेज़ किये जाने चाहिये।
स्रोत: द हिंदू