स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 के परिणाम जारी | 17 May 2018
चर्चा में क्यों ?
सरकार ने ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2018’ के परिणाम जारी कर दिये हैं। इंदौर को लगातार दूसरे वर्ष सबसे स्वच्छ शहर करार दिया गया है, जबकि दूसरे और तीसरे स्थान पर क्रमशः भोपाल और चंडीगढ़ का नाम आता है।
प्रमुख बिंदु
- इस सर्वेक्षण का लक्ष्य देश के सभी नगरपालिका शहरों का भारत सरकार के फ्लैगशिप कार्यक्रम ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अंतर्गत हो रही प्रगति का आकलन करना है।
- हालाँकि, शहरी मामले मंत्रालय ने सर्वे के अंतर्गत कवर किये गए सभी शहरों के आँकड़े जारी नहीं किये हैं।
- मंत्रालय का कहना है कि डैशबोर्ड के तैयार होने के बाद जल्द ही सारे आँकड़े उपलब्ध करा दिये जाएंगे।
- इसके अलावा, सूची में दिल्ली के नगरपालिका निकायों का उल्लेख नहीं किया गया है।
- सूची में बिहार, ओडिशा, तमिलनाडु राज्यों के शहरों का उल्लेख भी नहीं किया गया है।
- हालाँकि, अधिकारियों का कहना है कि, फुल लिस्ट में सभी शहरों और उनकी रैंकिंग का उल्लेख किया जाएगा।
- सर्वेक्षण में झारखंड को ‘सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला राज्य’ (Best Performing State) घोषित किया गया है।
- दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र और तीसरे स्थान पर छत्तीसगढ़ का नाम आता है।
- विजयवाड़ा को ‘सबसे स्वच्छ बड़ा शहर’ (Cleanest Big City) करार दिया गया है। यह सर्वेक्षण 4 जनवरी, 2018 से 10 मार्च, 2018 के मध्य संपन्न किया गया।
- इस बार विभिन्न शहरों के 4,203 स्थानीय शहरी निकायों को शामिल किया गया।
- इस वर्ष के सर्वेक्षण में नागरिकों के दैनिक अनुभवों के आधार पर दिये गए फीडबैक को अधिक भार प्रदान किया गया।
- स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 के अंतर्गत कुल 37.66 लाख नागरिकों के फीडबैक इकठ्ठा किये गए।
- इसके अतिरिक्त 53.58 लाख स्वच्छता एप डाउनलोड किये गए।
- स्वच्छता एप पर दर्ज कराई गई शिकायतों की संख्या लगभग 1.18 करोड़ थी।