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स्वालबार्ड वैश्विक बीज तिजोरी में जमा किये गए नए बीज

  • 27 Feb 2017
  • 4 min read

समाचारों में क्यों?

उत्तरी ध्रुव और नार्वे के बीच स्थित स्वालबार्ड आर्किपेलागो पर दुनिया का सबसे बड़ा बीज भंडार है। विदित हो कि बर्फीले द्वीप में बनी इस तिजोरी को हाल ही में 10 साल बाद खोला गया और भारत सहित कई अन्य देशों से जुटाए गए बीज इस तिजोरी में जमा किये गए। गौरतलब है कि युद्ध या जलवायु परिवर्तन से यदि समूची दुनिया से फलों, सब्जियों तथा अन्य भोज्य पदार्थों का खात्मा हो जाए तो यह बीज भंडार मानव जाति को भोजन उपलब्ध कराएगा।

क्या है स्वालबार्ड वैश्विक बीज तिजोरी?

  • नार्वे के स्वालबार्ड आर्किपेलागो नामक निर्जन द्वीप पर एक बेहद सुरक्षित तहखाने का निर्माण किया गया है। इसमें विशेष वैज्ञानिक तकनीक का प्रयोग किया गया है, जिसका मकसद वैज्ञानिकों द्वारा 25 करोड़ फसलों के बीजों और प्रजातियों को बचाना है। इन्हें पूरी दुनिया से लाकर यहाँ सुरक्षित रखा गया है। इनकी सुरक्षा और रख रखाव में 90 लाख डॉलर खर्च होते हैं। यहाँ से बीज और प्रजातियाँ बेहद विशेष अनुरोध पर ही मिलती हैं। खास बात यह है कि यदि कभी दुनिया ध्रुवीय हिम के पिघलने से तबाह हो भी गई, तब भी यहाँ सब-कुछ सुरक्षित बचा रहेगा।
  • युद्ध या अभूतपूर्व जलवायु परिवर्तन की स्थिति में अगर फसलें खत्म हो गईं तो आर्कटिक के बीज भंडार का ही सहारा बचेगा। स्वालबार्ड ग्लोबल सीट वॉल्ट में सूखे इलाकों में कृषि को बेहतर बनाने पर भी रिसर्च हो रही है, गौरतलब है कि इस बार जब 10 सालों बाद बीज भंडार को खोला गया तो इसमें अमेरिका, उत्तरी अफ्रीका और भारत आदि से 50,000 बीज लाकर जमा किये गए हैं।

स्वालबार्ड के बारे में अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य

  • स्वालबार्ड आर्कटिक महासागर में स्थित एक द्वीप समूह है। यह यूरोप की मुख्य भूमि से करीब 400 मील दूर नार्वे और उत्तरी ध्रुव के बीच स्थित है। स्पिट्सबर्गन इस समूह का सबसे बड़ा द्वीप है।
  • अट्ठारहवीं शताब्दी में डच और डेनमार्क के कैदियों को सज़ा देने के लिये एक विकल्प के तौर पर स्वालबार्ड भेजा जाता था। उन्हें व्हेल मछली का शिकार करने वाली बड़ी नौकाओं को चलाने की सज़ा दी जाती थी गौरतलब है कि सज़ा पाए ज़्यादातर कैदी स्वालबार्ड की सर्दी में मौत के विकल्प को चुनते थे।
  • बाद के वर्षों में स्वालबार्ड एक पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित हो गया। स्वालबार्ड में खास रूचि इसलिये भी है, क्योंकि बीज भंडार के अलावा यहाँ ग्लोबल वार्मिंग और ध्रुवीय तकनीक पर शोध के लिये एक संस्था भी स्थापित की गई है।
  • वर्तमान में इस द्वीप समूह के दो-तिहाई इलाके को 7 राष्ट्रीय उद्यानों और 23 प्राकृतिक संरक्षित क्षेत्रों में बाँटकर इनको संरक्षित किया जा रहा है। यहाँ ध्रुवीय भालू, रेनडियर, और कुछ समुद्री स्तनधारी मिलते हैं। इसका 60 प्रतिशत भू-भाग ग्लेशियर से ढँका हुआ है।
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