सुपर वोर्म एक्वीनोक्स मून | 22 Mar 2019
चर्चा में क्यों?
इस वर्ष का अंतिम सुपर मून वसंत विषुव के साथ ही घटित हुआ है। इस घटना को सामान्यतः 'सुपर वोर्म एक्वीनोक्स मून' (Super Worm Equinox Moon) के रूप में जाना जाता है।
प्रमुख बिंदु
- इस वर्ष मार्च की पूर्णिमा को तीसरे सुपरमून की परिघटना घटित हुई। यह 21 जनवरी को सुपर ब्लड वुल्फ मून (Super Blood Wolf Moon) और 19 फरवरी को सुपर स्नो मून (Super Snow Moon) के बाद घटित हुआ है।
- मार्च की पूर्णिमा को विश्व के कुछ भागों में कृमि चंद्रमा (Worm Moon) के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि ठंडी जलवायु वाले प्रदेश में इसके पश्चात् जमीन गर्म होने लगती है और केंचुए दिखने लगते हैं।
सुपर मून क्या है?
- जब चंद्रमा पृथ्वी के अपने निकटतम बिंदु पर होता है, तो इसे 'उपभू' (Perigee) कहा जाता है और जब एक पूर्ण चंद्रमा एक उपभू के साथ होता है तब इसे ‘सुपर मून’ कहा जाता है।
- विषुव वह परिघटना है, जब दिन और रात की अवधि समान हो जाती है और सूर्य की किरणें सीधे पृथ्वी के भूमध्य रेखा पर पड़ती हैं।
- यह घटना एक वर्ष में दो बार होती है- प्रथम सितंबर में ‘शरद विषुव’ और दूसरी मार्च में ‘वसंत विषुव’ के रूप में।
अन्य बिंदु
- अर्थस्काई के अनुसार इससे पूर्व सुपर वोर्म मून की घटना वर्ष 2000 में हुई थी। अगली सुपर वार्म मून घटना र्ष 2030 में होगी।
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस