नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 9 दिसंबर से शुरू:   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


एअरपोर्ट पर यात्रियों की मदद करने वाला रोबोट, राडा (RADA)

  • 30 May 2018
  • 4 min read

चर्चा में क्यों?

जल्दी ही एक ऐसे रोबोट को एअरपोर्ट पर स्थापित किया जाएगा जो आपको अपनी उड़ान की स्थिति के बारे में जानकारी प्रदान करेगा, आपको अपने नामित बोर्डिंग गेट के लिये मार्गदर्शन करेगा और मौसम की स्थिति के साथ-साथ आपकी पसंदीदा फिल्मों के बारे में भी जानकारी उपलब्ध कराएगा, इसके अलावा यह आपके बच्चों को वीडियो गेम के साथ व्यस्त रखेगा।

महत्त्वपूर्ण बिंदु

  • इस रोबोट का निर्माण टाटा-सिंगापुर संयुक्त उद्यम एयरलाइन, विस्तारा एयरलाइंस द्वारा किया गया है। 
  • इस रोबोट के निर्माण में टाटा इनोवेशन के इंजीनियर्स के साथ देश के अन्‍य प्रति‍ष्ठित प्रौद्योगिकी संस्थानों के छात्रों की मदद ली गई है।
  • इस रोबोट का निर्माण पूर्ण रूप से मेक इन इंडिया थीम के आधार पर किया गया है।
  • यह देश में बनाए गए सबसे किफायती रोबोटों में से एक है।
  • राडा, 5 जुलाई से नई दिल्ली के इंदिरा गाँधी नेशनल एअरपोर्ट के सिग्नेचर लाउंज से यात्रियों की सहायता के लिये उपलब्ध होगा।

क्या काम करेगा राडा?

  • यह हाथ जोड़कर यात्रियों का स्वागत करेगा।
  • एक बार बोर्डिंग पास के स्कैन होने के बाद यह स्वतः ही आपके प्रश्नों का उत्तर देगा।
  • यह यात्रियों के साथ बातचीत करेगा और पूर्वनिर्धारित मार्गों पर लाउंज में भ्रमण करेगा।
  • यह यात्रियों को टर्मिनल, डिपार्चर गेट, गंतव्‍य शहर के मौसम की स्थिति, फ्लाइट का वास्‍तविक समय, फ्लाइट स्‍टेटस् सहित विस्‍तारा एयरलाइंस से जुड़े प्रोडक्‍ट और सर्विसेस के बारे में जानकारी उपलब्ध कराएगा।

यह प्रश्नों के तीन अलग-अलग सेटों का जवाब देने में सक्षम है:

  • सुरक्षित सेट (Safe set) : यह पहला सेट है तथा यात्री की उड़ान और लाउंज में उपलब्ध सेवाओं से संबंधित है।
  • असुरक्षित सेट (Unsafe Set) : इसमें 'आप कैसे हैं?' और 'आप क्या कर रहे हैं?’ जैसे संज्ञानात्मक और सहज प्रश्न शामिल हैं।
  • तीसरा तथा अंतिम सेट मनोरंजन से संबंधित है जिसमें मूवीज तथा विडियो गेम्स आदि शामिल हैं।

तकनीकी विशेषताएँ

  • इस रोबोट में चार पहिये लगाए गए हैं, ताकि वह एअरपोर्ट लाउंज में आसानी से घूम सके।
  • इसमें 360 डिग्री तक घूम सकने वाले कैमरों को स्थापित किया गया है।
  • इसके अंदर वॉइस टेक्नोलॉजी को सक्रिय किया गया है जिसकी सहायता से यह यात्रियों के प्रश्नों को आसानी से समझ सकेगा तथा उनका सही उत्तर दे सकेगा।
  • इसके निर्माण में तीन घटक सबसे महत्त्वपूर्ण हैं, जो निम्नलिखित हैं:

♦ कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence)
♦ रोबोटिक्स (Robotics)
♦ डेटा साइंस (Data Science)

‘राडा’ नाम ही क्यों?

राडा नाम 'राधा' से लिया गया है, जो विस्तारा एयरलाइंस की आईटी टीम के एक प्रमुख आर्किटेक्ट की बेटी का नाम है, जिसने इसके विकास में सक्रिय भूमिका निभाई है।

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow