स्मार्ट मीटर तकनीक से रुकेगी बिजली चोरी | 27 Mar 2017
समाचारों में क्यों ?
बिजली चोरी और मीटर से छेड़छाड़ की वज़ह से भारत में संचरण और वितरण के दौरान लगभग 60 प्रतिशत बिजली का क्षय होता है| अनेक उपाय करने के बावजूद इस विद्युत क्षय को रोका नहीं जा सका है| हालाँकि स्मार्ट मीटर तकनीक के माध्यम से इन प्रवृत्तियों पर अंकुश लगाया जा सकता है|
क्या है स्मार्ट मीटर ?
स्मार्ट मीटर विद्युत मीटर का एक उन्नत रूप है। अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित स्मार्ट मीटर की कार्य-प्रणाली एक छोटे से कंप्यूटर के जैसा ही है| जिस उपभोक्ता के यहाँ स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा उसे मीटर से संबंधित पूरी जानकारी मीटर स्क्रीन पर हर समय मिलती रहेगी| नई व्यवस्था के मुताबिक स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ता को अपना बिल जानने, बिल भुगतान करने या फिर किसी अन्य जानकारी के लिये इधर- उधर नहीं भटकना होगा। यह सारी जानकारी उपभोक्ता स्मार्ट मीटर की स्क्रीन पर आराम से पढ़ सकता है|
बिजली चोरी की गंभीर होती समस्या को देखते हुए अब नेटवर्किंग कंपनियाँ भी इस बाज़ार में कूद चुकी हैं| विदित हो कि ये मीटर इन्टरनेट से जुड़े हुए और सेंसरयुक्त होंगे जैसे ही इनमें छेड़-छाड़ की कोशिश कि जाएगी नेटवर्किंग कंपनियों के माध्यम से विद्युत् आपूर्तिकर्ता कम्पनियों तक सुचना पहुँच जाएगी| कुछ इस तरह से कार्य करेगा स्मार्ट मीटर|