उद्यम अभिलाषा | 04 Oct 2018
चर्चा में क्यों?
हाल ही में भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक, सिडबी (Small Industries Development Bank of India- SIDBI) ने 115 आकांक्षी ज़िलों में राष्ट्र स्तरीय उद्यमिता जागरूकता अभियान ‘उद्यम अभिलाषा’ की शुरुआत की।
प्रमुख बिंदु
- नीति आयोग ने 28 राज्यों में इन 115 आकांक्षी ज़िलों की पहचान की है और यह अभियान अब तक लगभग 15000 युवाओं तक पहुँचा है।
- सिडबी इन ज़िलों के लिये‘परावर्तन अभियान’ में योगदान देगा। यह अभियान देश भर में 3 अक्तूबर, 2018 को शुरू हुआ जो कि 8 अक्तूबर, 2018 तक चलेगा।
- अभियान के तहत 800 से अधिक प्रशिक्षु तैयार किये जाएंगे, जो इन ज़िलों के आकांक्षी युवाओं को उद्यम प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।
- सिडबी ने इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के ई-शासन सेवा भारत लिमिटेड (e-Governance Services India Limited) के साथ साझेदारी की है, ताकि उसके मंच द्वारा अभियान को लागू किया जा सके।
- इस अभियान के तहत आकांक्षी ज़िलों के ग्रामीण युवाओं को प्रेरित किया जाएगा और उन्हें उद्यम स्थापित करने के लिये सहायता प्रदान की जाएगी।
आकांक्षी ज़िला कार्यक्रम
- मानव विकास सूचकांक को बेहतर बनाने तथा विकास के संदर्भ में राज्यों और ज़िलों के अंतर को कम करने की आवश्यकता को देखते हुए जनवरी, 2018 में आकांक्षी ज़िला कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी।
- आकांक्षी ज़िला कार्यक्रम में भारत की 15 प्रतिशत आबादी को शामिल किया गया है। प्रशासन के दृष्टिकोण से यह एक अनोखा कार्यक्रम है।
- यह कार्यक्रम सर्वाधिक गरीब लोगों को सहायता प्रदान करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
- इस कार्यक्रम का लक्ष्य 28 राज्यों के 115 ज़िलों में तेज़ी से परिवर्तन लाना है।
- इस कार्यक्रम के तीन आयाम हैं-
- केंद्र और राज्य की योजनाओं का संयोग।
- केंद्र, राज्य तथा ज़िला अधिकारियों के मध्य सहयोग।
- ज़िलों के बीच प्रतिस्पर्द्धा।
भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक
- भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) की स्थापना 2 अप्रैल, 1990 को संसद के एक अधिनियम के तहत, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) क्षेत्र के संवर्द्धन, वित्तपोषण और विकास के लिये एवं साथ ही इसी तरह की गतिविधियों में संलग्न संस्थाओं के कार्यों का समन्वय करने हेतु प्रमुख वित्तीय संस्था के रूप में की गई।
उद्देश्य
- MSME के लिये ऋण प्रवाह को सुगम एवं सुदृढ़ बनाना और MSME पारितंत्र के वित्तीय एवं विकासपरक, दोनों प्रकार के अंतरालों की पूर्ति करना।
- MSME क्षेत्र को सुदृढ़, ऊर्जावान तथा वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्द्धी बनाने के उद्देश्य से उसकी वित्तीय और विकास संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति का एकल केंद्र बनना।
- सिडबी की छवि श्रेयस्कर और ग्राहक-सुगम संस्था के रूप में स्थापित करना।
- आधुनिक प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हुए शेयरधारकों के धन व सर्वोत्तम निगमित मूल्यों की वृद्धि करना।