अंतर्राष्ट्रीय संबंध
भारत के प्रधानमंत्री और दक्षिण कोरिया (south korea) के राष्ट्रपति ने नोएडा में सबसे बड़े मोबाइल उत्पादन यूनिट का किया उद्घाटन
- 10 Jul 2018
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संदर्भ
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और कोरिया गणराज्य के राष्ट्रपति श्री मून जेई-इन ने हाल ही में नोएडा में सैमसंग इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड की एक विशाल मोबाइल उत्पादन यूनिट का उद्घाटन किया| इसकी प्रतिवर्ष 120 मिलियन हैंडसेट उत्पादन क्षमता है|
महत्त्वपूर्ण बिंदु
- सैमसंग ने कहा कि विनिर्माण संयंत्र में क्षमता बढ़ाने के लिये उसने करीब 5,000 करोड़ रुपए का निवेश किया है, जहाँ कंपनी के प्रमुख S9 मॉडल में 100 डॉलर से कम लागत वाले स्मार्टफोन से लेकर उपकरणों का निर्माण किया जाएगा।
- उत्पादन क्षमता में वृद्धि का विचार सैमसंग की योजनाओं के अनुरूप है जो इसे भारतीय बाज़ार में अपने चीनी प्रतिद्वंद्वियों के साथ प्रतिस्पर्द्धा करने में मदद करेगा।
- इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने इसे भारत को वैश्विक विनिर्माण हब (केंद्र) बनाने की यात्रा में एक विशेष मौका बताया। उन्होंने कहा कि लगभग 5000 करोड़ रुपए के निवेश से न केवल भारत के साथ सैमसंग के कारोबारी संबंध सुदृढ़ होंगे, बल्कि यह भारत और कोरिया के बीच संबंधों के संदर्भ में भी अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकी आम आदमी के जीवन को सरल बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, जिसमें त्वरित एवं अधिक पारदर्शी सेवाओं का भी योगदान शामिल है।
- उन्होंने स्मार्टफोन, ब्रॉडबैंड और डेटा कनेक्टिविटी के विस्तारीकरण का उल्लेख करते हुए इसे भारत में डिजिटल क्रांति के संकेत के रूप में वर्णित किया। इस संदर्भ में उन्होंने सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जेम), डिजिटल लेन-देनों में वृद्धि, भीम एप और रुपे कार्डों के बारे में भी बताया।
- प्रधानमंत्री ने इस बात को रेखांकित किया कि भारत अब मोबाइल फोन के उत्पादन में विश्व स्तर पर दूसरे पायदान पर है। यही नहीं, भारत में लगभग चार वर्षों की अवधि में मोबाइल फोन की उत्पादन इकाइयों या फैक्टरियों की संख्या महज़ 2 के आँकड़े से बढ़कर अब 120 के उच्च स्तर पर पहुँच गई है। उन्होंने कहा कि इससे रोज़गार के लाखों अवसर सृजित हुए हैं।
सैमसंग हर महीने 1 करोड़ फोन बनाएगा
- उन्होंने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ पहल केवल एक आर्थिक नीतिगत उपाय ही नहीं है बल्कि मित्र देशों जैसे कि दक्षिण कोरिया के साथ बेहतर संबंध सुनिश्चित करने का एक संकल्प भी है।
- यह इकाई कंपनी की सबसे बड़ी विनिर्माण इकाई होगी। यहाँ हर महीने लगभग 1 करोड़ फोन बनाए जाएंगे। यह भी महत्त्वपूर्ण है कि उत्पादन का 30 प्रतिशत दुनिया के विभिन्न देशों को निर्यात किया जाएगा|
- सैमसंग ने रोज़गार उत्पादन में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसने लगभग 70,000 लोगों को रोज़गार दिया है जिनमें से लगभग 5000 नोएडा में हैं। इस नए संयंत्र में 1,000 और लोगों को रोज़गार मिलेगा|
- 1996 में स्थापित सैमसंग का नोएडा संयंत्र स्मार्टफोन, रेफ्रीजरेटर और फ्लैट स्क्रीन टीवी का निर्माण कर रहा है।
- इस दक्षिण कोरियाई इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी ने पिछले साल एक और विस्तार करते हुए 35 एकड़ ज़मीन के लिये 4,915 करोड़ रुपए के नए निवेश की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य मोबाइल फोन और रेफ्रीजरेटर दोनों की उत्पादन क्षमता को दोगुना करना है।
- नोएडा के अलावा, सैमसंग के चेन्नई के पास श्रीपेरंबुदूर में पाँच अनुसंधान और विकास केंद्र,1.5 लाख खुदरा दुकानें और 3,000 कस्टमर सर्विस पॉइंट्स के साथ एक डिज़ाइन सेंटर भी है।
- नोएडा संयंत्र दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल संयंत्र होगा| यह भारत के प्रति सैमसंग की मज़बूत प्रतिबद्धता का प्रतीक है और सरकार के 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम की सफलता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
सैमसंग, भारत में 2007 से बना रहा है फोन
- फर्म ने कहा कि वह 2007 से भारत में मोबाइल फोन का निर्माण कर रही है और केंद्र के चरणबद्ध विनिर्माण कार्यक्रम के अनुरूप, इसकी स्थापना के बाद से प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (PCB) की संख्या भी बढ़ाई जा रही है।
- सरकार ऐसे उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिये भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ प्रतिस्पर्द्धा बढ़ाने के लिये एक ढाँचा तैयार कर रही है।
- सरकार के प्रस्तावित ढाँचे में इलेक्ट्रॉनिक निर्माताओं के लिये व्यवसाय करने को आसान बनाने और वित्तपोषण, लाजिस्टिक तथा उत्पादन की पूरी आपूर्ति सुनिश्चित करने में आने वाली बाधाओं को दूर करने के प्रयास किये जा रहे हैं|
- प्रधानमंत्री ने विशेष ज़ोर देते हुए कहा कि इस नई मोबाइल उत्पादन यूनिट के जरिये कोरियाई प्रौद्योगिकी और भारतीय विनिर्माण एवं सॉफ्टवेयर सहयोग का यह संयोजन पूरी दुनिया के लिये उत्कृष्ट उत्पाद उपलब्ध कराएगा। उन्होंने इसे दोनों ही देशों की ताकत और साझा विज़न के रूप में वर्णित किया।