विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
‘रीस्टार्ट’
- 13 May 2020
- 5 min read
प्रीलिम्स के लिये:राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मेन्स के लिये:COVID-19 के उपचार में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का महत्त्व |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में 12 मई, 2020 को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (Department of Science & Technology-DST) के एक सांविधिक निकाय ‘प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड’ (Technology Development Board-TDB) तथा ‘भारतीय उद्योग परिसंघ’ (Confederation of Indian Industry-CII) के द्वारा ‘राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस’ (National Technology Day) के अवसर पर एक सम्मेलन का आयोजन किया गया है।
प्रमुख बिंदु:
- ‘राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस’ के अवसर पर डिजिटल सम्मेलन ‘रीबूट द इकॉनमी थ्रू साइंस, टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च ट्रांसलेशंस’ Rebooting the Economy through Science, Technology, and Research Translations’-RESTART) का आयोजन किया गया।
- सम्मेलन में COVID-19 महामारी के कारण पटरी से उतरी भारतीय,अर्थव्यवस्था को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के माध्यम से फिर से मज़बूती प्रदान करने पर विचार किया गया।
- सम्मेलन में डिजिटल बी-2-बी लाउंज के माध्यम से उन कंपनियों की एक वर्चुअल प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया जिनकी प्रौद्योगिकियों को ‘प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड’ द्वारा सहयोग प्रदान किया गया है।
- सम्मेलन के दौरान देश में COVID 19 जैसी महामारी पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा किये गए कार्यों की सराहना की गई।
- अत्यधिक कम समय में, इस संकट से बचने के लिये दवा की खोज के प्रयासों, टीके, नैदानिक उपकरण, और अन्य चिकित्सा उपकरणों, के साथ ही साथ इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य रिकॉर्ड को संरक्षित करने के तरीके इत्यादि में सर्वोत्तम चिकित्सा प्रगति और नवाचारों के तरीकों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा प्रकट किया गया है। जिनमें राष्ट्र परीक्षण किट, सुरक्षात्मक उपकरण, श्वसन उपकरण आदि शामिल है।
- सम्मेलन में COVID-19 से संबंधित प्रौद्योगिकी क्षमताओं के आकलन के लिये सरकार द्वारा गठित COVID-19 ‘टास्क फोर्स' के बारे में भी लोगों को बताया गया।
- सम्मेलन में ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम की सराहना की गई। जिसके तहत वैज्ञानिक संस्थान और स्टार्टअप्स, COVID-19 परीक्षण, मास्क, सैनिटाइज़र, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) और वेंटिलेटर विकसित करने के लिये एक साथ सामने आए हैं।
- ‘ग्लोबल इकोनॉमिक लीडरशिप’ (Global Economic Leadership) तथा ‘ग्लोबल इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी अलायंस’ (Global Innovation & Technology Alliance-GITA) प र आयोजित इस सत्र में कोविड-19 की चुनौती से निपटने में वैश्विक सहयोग के महत्त्व पर बल दिया गया।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस:
- प्रत्येक वर्ष 11 मई को ‘राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
- 11 मई को ‘राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के रूप में मनाने का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य यह है कि 11 मई, 1998 को भारत ने पोखरण में सफलतापूर्वक परमाणु परीक्षण करके एक बड़ी तकनीकी सफलता हासिल की थी।
- भारत के पहले स्वदेशी विमान "हंसा -3" का परीक्षण भी 11 मई के दिन ही बंगलूरू में किया गया था।
- भारत ने इसी दिन त्रिशूल मिसाइल का सफल फायरिंग परीक्षण भी किया।
- अतः वर्ष 1999 से इस दिन को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।