नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 9 दिसंबर से शुरू:   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


भूगोल

गहन अनुकूलन के तहत अवशिष्ट बाढ़ क्षति

  • 25 Jun 2022
  • 7 min read

प्रिलिम्स के लिये:

बाढ़ प्रबंधन, एनडीएमए। 

मेन्स के लिये:

गहन अनुकूलन के तहत अवशिष्ट बाढ़ क्षति, जलवायु परिवर्तन । 

चर्चा में क्यों? 

प्रकाशित एक नए अध्ययन के अनुसार, गहन अनुकूलन के तहत अवशिष्ट बाढ़ क्षति, जलवायु परिवर्तन और सामाजिक आर्थिक विकास के कारण नदी में बाढ़ का खतरा बढ़ने की उम्मीद है। 

  • गहन अनुकूलन के तहत अवशिष्ट बाढ़ क्षति स्थानीय आर्थिक परिदृश्यों और लागत अनुकूलन उपायों के आधार पर अवशिष्ट बाढ़ क्षति (RFD) की लागत को मापने का प्रयास करके अनुकूलतम बाढ़ उपायों को नियोजित करने की वैश्विक लागत का अनुमान लगाने का प्रयास करती है। 

अवशिष्ट बाढ़ क्षति (RFD): 

  • RFD का तात्पर्य संभावित अनुकूलन लागतों के आधार पर अनुकूलन रणनीति के तहत बाढ़ क्षति में अपरिहार्य वृद्धि से है। 
    • बाढ़ के संदर्भ में अनुकूलन रणनीति में बाढ़ के जोखिम को कम करने के लिये नियोजित अवसंरचनात्मक उपाय शामिल हैं। 
  • RFD कुल अपेक्षित वार्षिक क्षति (EAD) का हिस्सा है। 
    • अपेक्षित वार्षिक क्षति विभिन्न घटनाओं पर गणना की गई बाढ़ क्षति का औसत है। 
  • इसकी गणना पिछले EAD (1970-2000) और भविष्य के EAD अनुमानों (1000 वर्ष के आधार पर) को घटाकर की जाती है। 

निष्कर्ष: 

  • असम को 943 वर्षों के बाढ़ सुरक्षा उपायों की आवश्यकता होगी ताकि एक संकट को रोका जा सके जैसा कि वह सामना कर रहा है यदि इसकी तैयारी और जलवायु अनुकूलन की गति में वृद्धि नहीं होती है। 
    • वर्ष 2022 में बाढ़ की शुरुआत मई के आरंभ में हुई, जिसमें मार्च-मई में औसत से 62% अधिक वर्षा हुई, जो 10 साल के उच्चतम स्तर पर थी। 
    • वर्तमान में असम के 35 में से 33 ज़िले ब्रह्मपुत्र बेसिन में बाढ़ के कारण प्रभावित हुए हैं। इस वर्ष 4.2 मिलियन से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, जबकि 20 जून तक 100,000 हेक्टेयर से अधिक फसल भूमि को नुकसान पहुंँचा है। 
  • बिहार, उत्तर प्रदेश और मेघालय जैसे अन्य बाढ़ प्रवण राज्यों को क्रमशः 966, 935 और 996 वर्षों की आवश्यकता होगी। 
    • भारत में नदी की बाढ़- जिसे प्रमुख प्राकृतिक आपदाओं में से एक माना जाता है- आर्थिक नुकसान का पर्याय बन गई है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, वर्ष 1953-2017 तक देश में बाढ़ से संबंधित कुल नुकसान 37 लाख करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है। 
  • दक्षिण एशिया में RFD लगभग 4 मिलियन अमेरिकी डाॅलर और अनुकूलन लागत लगभग 3 मिलियन अमेरिकी डाॅलर होने का अनुमान है। 
  • RFD (सकल घरेलू उत्पाद के हिस्से के रूप में) पूर्वी चीन, भारत के उत्तरी भागों और अफ्रीकी महाद्वीप के मध्य क्षेत्रों में उच्च स्तर पर रहा। 
  • RFD को कम निर्माण अवधि या कम अनुकूलन लागत के साथ कम किया जा सकता है, जिसका अर्थ है कि तत्काल और उपयुक्त अनुकूलन कार्यों की आवश्यकता है, जिसमें उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों के लिये वित्तीय सहायता में वृद्धि शामिल है। 

flood

बाढ़: 

  • बाढ़ के बारे में: 
    • यह  सामान्य रूप से शुष्क भूमि पर पानी का अति प्रवाह होता है। समुद्र की लहरों  के तट पर टकराने , बर्फ के जल्दी पिघलने या बाँध के टूटने या भारी बारिश के होने से  बाढ़ आ सकती है 
    • हानिकारक बाढ़ का स्तर केवल कुछ इंच तक हो सकता है, या यह एक घर की छत को ढहा सकता है। बाढ़ मिनटों के भीतर या लंबी अवधि में आ सकती है, और दिनों, हफ्तों या उससे अधिक समय तक रह सकती है। मौसम संबंधी सभी प्राकृतिक आपदाओं में बाढ़ सबसे आम और व्यापक है। 
    • फ्लैश फ्लड सबसे खतरनाक प्रकार की बाढ़ हैं, क्योंकि वे बाढ़ की विनाशकारी शक्ति को अविश्वसनीय गति से जोड़ती हैं। 
      • अचानक बाढ़ तब आती है जब वर्षा ज़मीन को अवशोषित करने की क्षमता से अधिक हो जाती है। 
      • जब पानी सामान्य रूप से सूखी खाड़ियों या नालों में भर जाता है या पर्याप्त पानी जमा हो जाता है तब फ्लैश फ्लड की स्थिति पैदा होती है, जिससे पानी की धाराएँ किनारों को पार कर जाती हैं, जिससे कम समय में ही पानी  से बढ़ जाता है। 
      • यह फ्लैश फ्लड वर्षा के कुछ मिनटों के भीतर ही हो जाता है। 
      • जिसके कारण जनता को चेतावनी देना या उनकी सुरक्षा के उपाय के लिये कम समय मिल पाता है। 
  • उपाय: 

स्रोत: डाउन टू अर्थ 

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow