नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 9 दिसंबर से शुरू:   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


विविध

Rapid Fire करेंट अफेयर्स (19 September)

  • 19 Sep 2019
  • 9 min read
  • भारत सरकार ने देश की सीमाओं का इतिहास नए सिरे से लिखे जाने के लिये स्वीकृति दे दी है। भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद के प्रतिष्ठित व्‍यक्तियों, नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय, अभिलेखागार महानिदेशालय, गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने 17 सितंबर को इस बारे में नई दिल्‍ली में एक बैठक की। बैठक में प्रस्तावित किया गया कि नए सिरे से सीमाओं का इतिहास लिखने के इस काम में सीमाओं से जुड़े विभिन्न पहलुओं को समाहित किया जाएगा, जिसमें सीमांकन और परिसीमन , बदलाव, सुरक्षा बलों की भूमिका; सीमावर्ती लोगों की भूमिका, उनके जीवन की सांस्‍कृतिक, सामाजिक और आर्थिक स्थितियों को शामिल किया जाएगा। इससे विशेष रूप से अधिकारियों को देश की सीमाओं को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलेगी। अपनी तरह की इस विशेष परियोजना में सीमाओं के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सीमाओं के इतिहास का उल्लेख किया जाएगा। इनमें सीमाओं के बनने-बिगड़ने, निर्धारण, लोगों को दूसरी जगहों पर भेजे जाने, सुरक्षा बलों की भूमिका, सीमावर्ती क्षेत्रों की भूमिका का भी उल्लेख किया जाएगा। इस परियोजना के दो वर्षों में पूरा होने की संभावना है। इससे सामान्य लोगों की सीमाओं के बारे में समझ बढ़ेगी और अधिकारियों को इससे विशेष मदद मिलेगी। विदित हो कि यह आम लोगों तथा खासतौर से सीमा क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को राष्ट्रीय सीमाओं के प्रति जागरूक बनाने की अपनी तरह की पहली परियोजना है।
  • संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2019 में विश्व में भारतीय प्रवासियों की संख्या सबसे अधिक रही। संयुक्त राष्ट्र के आँकड़ों के मुताबिक वर्ष 2019 विश्वभर में भारतीय प्रवासियों की कुल संख्या 17.5 मिलियन है, जबकि विश्वभर में कुल प्रवासियों का आधिकारिक आँकड़ा 272 मिलियन का है। यूएन डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक एंड सोशल अफेयर्स की पॉपुलेशन डिवीज़न ने ये आँकड़े जारी किये हैं। ये आँकड़े अंतर्राष्ट्रीय प्रवासियों की आयु, लिंग और उनके मूल स्थान के आधार पर जारी किये गए हैं। भारत के बाद दूसरा नंबर मेक्सिको का है, उसके प्रवासियों की संख्या 11.8 मिलियन है। तीसरे नंबर पर चीन और रूस हैं, जिनकी प्रवासी संख्या क्रमशः 10.7 और 10.5 मिलियन है। इस बीच वर्ष 2019 में लगभग 5.1 मिलियन अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी भारत में आए। UN DESA ने पूरे विश्व में प्रवासियों के किसी एक क्षेत्र में सबसे अधिक पहुँचने का आँकड़ा भी जारी किया है। यूरोप में सबसे अधिक 82 मिलियन प्रवासी आए जबकि उत्तरी अमेरिका में 59 मिलियन प्रवासी इस वर्ष पहुँचे।
  • भारतीय डाक विभाग बोस्निया और हर्जेगोविना, ब्राज़ील, इक्वाडोर, कज़ाखस्तान, लिथुआनिया और उत्तरी मेसेडोनिया के लिये अंतर्राष्ट्रीय स्पीड पोस्ट (ईएमएस) सेवा प्रारंभ करने जा रहा है। ईएमएस यानी एक्सप्रेस मेल सर्विस यूज़र्स को दस्तावेज़ भेजने में सहायक है और यह तेज़ गति से दस्तावेज़ भेजती है। उपभोक्ता इंटरनेट पर भेजे गए सामान की जानकारी भी ले सकते हैं। इस सुविधा से इन देशों में रहने वाले लोगों के साथ संपर्क में मज़बूती आएगी तथा व्यापार में वृद्धि होगी क्योंकि ईएमएस छोटे तथा मझोले उद्यमों के लिये लोकप्रिय माध्यम है। भारतीय डाक विभाग अभी 100 देशों के लिये स्पीड पोस्ट सेवा उपलब्ध करा रहा है।
  • कौशल विकास तथा उद्यमिता मंत्रालय ने विश्व की प्रमुख आईटी कम्पनी आईबीएम के साथ एक समझौता किया है, जिसके अंतर्गत आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिये देशव्यापी कार्यक्रम चलाया जाएगा। कार्यक्रम के हिस्से के रूप में आईटीआई प्रशिक्षकों को दैनिक प्रशिक्षण गतिविधियों में तकनीक के इस्तेमाल के लिये बेसिक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रशिक्षकों को बुनियादी दृष्टिकोण कार्यप्रवाह और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एप्लीकेशन में सहायक बनाना है, ताकि वे अपने प्रशिक्षण मॉड्यूल में इसका उपयोग कर सकें। आईबीएम का उद्देश्य देशभर के ITI के 10,000 फैकल्टी सदस्यों को प्रशिक्षित करना है। यह कार्यक्रम एक वर्ष का होगा और इसमें 200 कार्यशालाओं के साथ 7 स्थानों पर 14 प्रशिक्षक होंगे। यह कार्यक्रम युवाओं को आधुनिक प्रौद्योगिकी ज्ञान और कौशल से लैस करने के लिये होंगे। यह डिजिटल कुशलता विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करने वाले प्रशिक्षकों को गुणवत्ता प्रदान करेगी। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम को दो हिस्सों में बाँटा जाएगा, जहाँ कार्यशाला को ऑनलाइन मॉड्यूल द्वारा सहयोग दिया जाएगा, ताकि फैकल्टी के सदस्यों को समग्र रूप से सीखने का मौका मिले। कार्यक्रम के बाद कार्यशाला में शामिल लोगों का मूल्यांकन किया जाएगा।
  • बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को ढाका में डॉ. कलाम स्मृति अंतर्राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार 2019 से नवाज़ा गया। यह पुरस्कार तनाव, संघर्ष और आतंकवाद से मुक्त शांतिपूर्ण और समृद्ध दक्षिण एशिया बनाने में उल्लेखनीय सहयोग के लिये दिया जाता है। यह पुरस्कार देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की स्मृति में स्थापित किया गया है। डॉ. कलाम स्मृति अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार परिषद के मुख्य सलाहकार राजदूत टी.पी. श्रीनिवासन ने ढाका में प्रधानमंत्री कार्यालय में एक समारोह में शेख हसीना को यह पुरस्कार प्रदान किया। शेख हसीना बांग्लादेश की 9वीं राष्ट्रीय संसद के सरकारी पक्ष की अध्यक्ष एवं बांग्लादेश अवामी लीग की शीर्ष नेता हैं। वे बांग्लादेश के स्वाधीनता संग्राम के शीर्ष नेता तथा बांग्लादेश के प्रथम राष्ट्रपति राष्ट्रीय जनक बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की पुत्री हैं।
  • 18 सितंबर को मुंबई के डोम एनएससीआई एसवीपी स्टोडियम में भारतीय फिल्म इंडिया के प्रतिष्ठित आइफा (इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी) अवॉर्ड 2019 (IIFA Awards 2019) का आयोजन किया गया। इस बार बेस्ट फिल्म का अवॉर्ड ‘राजी’ को मिला और इस फिल्म में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली आलिया भट्ट को बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला। फिल्म ‘पद्मावत’ के लिये रणवीर सिंह को बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड दिया गया। यह आइफा का 20वाँ संस्करण है और इस बार इसका आयोजन किसी दूसरे देश में नहीं बल्कि मुंबई में ही हुआ।
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow