Rapid Fire करेंट अफेयर्स (22 October) | 22 Oct 2019
1. भारत के राष्ट्रपति की फिलीपींस और जापान यात्रा
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गुरुवार 17 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक फिलीपींस और जापान के दौरे पर हैं। अपनी यात्रा के पहले चरण में राष्ट्रपति कोविंद 17 से 21 अक्टूबर तक फिलीपींस की राजकीय यात्रा पर हैं। रामनाथ कोविंद ने अपने फिलीपीनो समकक्ष राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते (Rodrigo Duterte) से मैलाकानन पैलेस में मुलाकात की तथा दोनों देशों के बीच चार समझौतों पर हस्ताक्षर किये गए। इनमें समुद्री अधिकार, सुरक्षा, पर्यटन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और संस्कृति शामिल हैं।
- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मनीला में भारत-फिलीपींस व्यापार और चौथे आसियान-भारत व्यापार सम्मेलन को संबोधित किया।
- फिलीपींस आसियान क्षेत्र में भारत का स्वाभाविक सहयोगी है। पिछले वर्ष आसियान-भारत व्यापार सहयोग में 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और वर्ष 2022 तक भारत का आसियान के बीच व्यापार 200 बिलियन डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है।
- गौरतलब है कि इस वर्ष भारत और फिलीपींस के बीच द्विपक्षीय संबंधों के 70 साल पूरे हो रहे हैं।
- राष्ट्रपति ने महावीर फिलीपींस फाउंडेशन के लाभार्थियों से भी मुलाकात की। यह फाउंडेशन मनीला स्थित एक NGO है, जो भारत द्वारा बनाए गए कृत्रिम अंगों का वितरण करता है।
- इसके अलावा रामनाथ कोविंद ने मनीला में उन बच्चों के अभिभावकों से बातचीत की जिन्होंने फिलीपींस-भारत बाल चिकित्सा लीवर ट्रांसप्लांट प्रोग्रेस के अंतर्गत भारत में लिवर ट्रांसप्लांट कराया है।
2. आज़ाद हिंद सरकार स्थापना दिवस की 76वीं वर्षगाँठ
- 21 अक्तूबर को दिल्ली के लाल किले में आज़ाद हिंद सरकार के स्थापना दिवस की 76वीं वर्षगांठ पर समारोह का आयोजन किया गया।
- गौरतलब है कि आज़ाद हिंद सरकार नेताजी सुभाष चंद्र बोस के विज़न का प्रतिनिधित्व करती है।
- आज़ाद हिंद सरकार ने राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाई थी और अपने बैंक, मुद्रा व डाक टिकट की शुरुआत की थी और सेना की स्थापना की थी।
- 1943 में 21 अक्टूबर को सुभाष चंद्र बोस ने सिंगापुर में आज़ाद हिंद फौज के कमांडर की हैसियत से भारत की अस्थायी सरकार बनाई थी, जिसे जर्मनी, जापान, फिलीपीन्स, कोरिया, चीन, इटली, मान्चुको और आयरलैंड ने मान्यता दी थी।
- आजाद हिन्द सरकार की आजाद हिंद फौज ने ने बर्मा की सीमा पर अंग्रेजों के खिलाफ जोरदार युद्ध लड़ा था।
कैसे हुई आज़ाद हिंद फौज़ की स्थापना
वर्ष 1942 में जापान के टोक्यो में रासबिहारी बोस ने 'आज़ाद हिंद फौज़' की स्थापना की थी। 'आजाद हिंद फौज' की स्थापना का उद्देश्य द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अंग्रेजों के खिलाफ लड़ना था। जापान ने 'आज़ाद हिंद फौज़' के गठन में सहयोग दिया था। बाद में सुभाषचंद्र बोस ने आजाद हिंद फौज की कमान संभाल ली थी। सुभाष चंद्र बोस ने आज़ाद हिंद फौज में भर्ती होने वाले नौजवानों को ‘‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा.'' का नारा दिया।
3. पुलिस स्मृति दिवस
- 21 अक्तूबर को पुलिस स्मृति दिवस का आयोजन किया गया। यह दिवस इसलिये मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन 1959 में लद्दाख के हॉट स्प्रिंग में देश की सुरक्षा की प्रथम पंक्ति में तैनात CRPF के एक छोटे से गश्ती दल पर चीनी सेना द्वारा भारी संख्या में घात लगाकर हमला किया गया था। इस लड़ाई में CRPF 10 के जवानों ने सर्वोच्च बलिदान दिया था।
- देश में प्रति एक लाख नागरिकों के लिये 222 कर्मियों के न्यूनतम मानदंड की तुलना में मात्र 144 पुलिस कर्मी मौजूद हैं।
- करीब 90 प्रतिशत पुलिसकर्मियों को हर रोज 12 घंटे से भी अधिक समय तक काम करना पड़ता है और उनमें से तीन-चौथाई कर्मी साप्ताहिक अवकाश भी नहीं ले पाते।
- देश में सितंबर, 2018 से लेकर इस साल अगस्त तक आतंकवाद रोधी और अन्य अभियानों में CRPF, BSF जैसे अर्द्धसैनिक बलों के कर्मियों सहित कुल 292 पुलिसकर्मी शहीद हुए।
- आँकड़ों के मुताबिक, स्वतंत्रता से लेकर अगस्त, 2019 तक 35,136 पुलिसकर्मियों ने राष्ट्र की रक्षा में अपना बलिदान दिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवीकरण के बाद राष्ट्रीय पुलिस स्मारक का पिछले साल इसी दिन उद्घाटन किया था। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित इस स्मारक में एक नया संग्रहालय भी बनाया गया है।
4. भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी मंच
- 21 अक्तूबर को नई दिल्ली में अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी मंच (US-India Strategic Partnership Forum-USISPF) के दूसरे वार्षिक इंडिया लीडरशिप सम्मेलन का आयोजन किया गया।
- आज भारत और अमेरिका के आपसी संबंध सबसे बेहतरीन दौर में हैं और अब दोनों के बीच व्यापारिक संबंध बढ़ाने की बेहतर संभावनाएँ बन रही हैं। भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता सही दिशा में आग बढ़ रही है।
- भारत अमेरिका से प्रौद्योगिकी नवाचार, कौशल और गुणवत्तायुक्त शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग की अपेक्षा रखता है और बदले में अमरीकी कारोबारियों और अमरीकी कंपनियों के देश में एक आकर्षक बाजार और कुशल श्रम-बल उपलब्ध कराने के लिये तैयार है।
- वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय भारत में निवेश के इच्छुक लोगों के लिये एकल खिड़की व्यवस्था शुरू करने जा रहा है। साथ ही भारत में विनिर्माण इकाई लगाने वाली कंपनियों के लिये लॉजिस्टिक सेवाओं की लागत कम करने के उपाय भी खोजे जा रहे हैं।
अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी मंच की भूमिका
- USISPF के अनुसार वर्ष 2025 भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार 238 अरब डॉलर तक पहुँच जाने का अनुमान है।
- वर्ष 2018-19 में भारत से अमेरिका को निर्यात 52.4 अरब डॉलर था, जबकि आयात 35.5 अरब डॉलर था।
- वर्ष 2017-18 में व्यापार घाटा 21.3 अरब डॉलर था जो कि इस वित्तवर्ष में घटकर 16.9 अरब डॉलर रह गया।
2018-19 में अमेरिका से 3.13 अरब डॉलर का निवेश हुआ, जबकि 2017-18 में यह आँकड़ा दो अरब डॉलर था।
रक्षा, व्यापार, वाणिज्यिक विमान सेवाएँ, तेल और कोयला, मशीनरी और इलेक्टॉनिक जैसे क्षेत्रों में भारत में अमेरिकी निवेश के लिये प्रचुर संभावनाएँ हैं, जबकि भारत के लिये अमेरिकी बाज़ार में मोटर-वाहन, फार्मा, समुद्री उत्पाद, सूचना प्रौद्योगिकी तथा यात्रा सेवाओं को बढ़ावा देने के अवसर हैं।