RAPID FIRE करेंट अफेयर्स (12 नवंबर) | 12 Nov 2019
- गुजरात CNG पोर्ट टर्मिनल: गुजरात सरकार ने 1900 करोड़ रुपए से निर्मित होने वाले दुनिया के पहले CNG पोर्ट टर्मिनल प्रोजेक्ट को मंज़ूरी दे दी है। इस टर्मिनल को ब्रिटेन के फोरसाइट ग्रुप और मुंबई के पद्मनाभ मफतलाल समूह द्वारा संयुक्त रूप से तैयार किया जाएगा। प्रस्तावित CNG पोर्ट टर्मिनल में 6 मिलियन मैट्रिक टन ढुलाई की वार्षिक क्षमता होगी, जिससे पोर्ट की कुल ढुलाई क्षमता बढ़कर 9 मिलियन मैट्रिक टन हो जाएगी। गुजरात सरकार के गुजरात मैरिटाइम बोर्ड और लंदन स्थित फोरसाइट समूह ने इस वर्ष वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन के दौरान इस परियोजना के लिये समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। इस टर्मिनल को भावनगर बंदरगाह के उत्तर की ओर विकसित किया जाएगा, जिसमें रो-रो टर्मिनल, लिक्विड टर्मिनल और कंटेनर टर्मिनल विकसित करने का प्रावधान है।
- भारत में बांग्लादेश के नए उच्चायुक्त: बांग्लादेश ने मोहम्मद इमरान को भारत में अपना नया उच्चायुक्त नियुक्त किया है। ध्यातव्य है कि इमरान वर्ष 1986 में बांग्लादेश विदेश सेवा में शामिल हुए थे और वर्तमान में वे संयुक्त अरब अमीरात में बांग्लादेश के राजदूत के रूप में कार्य कर रहे हैं।
- लिट्टे पर प्रतिबंध की पुष्टि: केंद्र सरकार द्वारा लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) पर पाँच साल का प्रतिबंध लगाने के फैसले की एक न्यायाधिकरण द्वारा पुष्टि की है। इस न्यायाधिकरण का गठन केंद्र सरकार ने इस बात की पड़ताल करने के लिये किया था कि क्या इस आतंकी संगठन पर प्रतिबंध जारी रहने चाहिये या नहीं। न्यायाधीश संगीता धींगरा सहगल की अध्यक्षता वाले न्यायाधिकरण ने छह नवंबर को लिट्टे पर प्रतिबंध की पुष्टि की और इससे संबंधित आदेश एक सीलबंद कवर में केंद्र सरकार को भेजा। उल्लेखनीय है कि वर्ष 1991 में लिट्टे द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के बाद भारत ने लिट्टे पर प्रतिबंध लगा दिया था। तब से इस संगठन पर लगाये गए प्रतिबंध को प्रत्येक पाँच साल बाद बढ़ा दिया जाता है।
- एच1 बी वीज़ा शुल्क में बढ़ोतरी: हाल ही अमेरिका ने एच1 बी वीज़ा शुल्क में बढ़ोतरी की घोषणा की है। अब अमेरिका में कम करने के लिये एच1 बी वीज़ा के आवेदन शुल्क के तौर पर दस डॉलर ज़्यादा चुकाने होंगे। अमेरिका ने अपनी संशोधित चयन प्रक्रिया के तहत इस संबंध में घोषणा की है।
- के-4 मिसाइल का परीक्षण: हाल ही में भारत ने अपनी के-4 परमाणु मिसाइल का परीक्षण किया। यह परिक्षण आठ नवंबर को आंध्र प्रदेश के तट से पनडुब्बी के ज़रिये प्रयोगिक तौर पर किया गया। इस मिसाइल को रक्षा एवं अनुसंधान विकास संस्थान (डीआरडीओ) द्वारा तैयार किया है जिसकी मारक क्षमता 3500 किलोमीटर है। यह दो हज़ार किलोग्राम का आयुध (वॉरहेड) ले जा सकती है। इस मिसाइल के परीक्षण के बाद भारत की पनडुब्बियों की मारक क्षमता बढ़ जाएगी।