4 मई को दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस का आयोजन किया गया। 4 जनवरी, 1999 को ऑस्ट्रेलिया के वनों में लगी आग बुझाने के दौरान पाँच अग्निशमनकर्मियों की मौत के बाद अंतर्राष्ट्रीय अग्निशमन कर्मचारी दिवस की स्थापना के लिए विश्वभर में प्रस्ताव भेजे गए थे। अंतर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस का प्रतीक लाल और नीला रिबन है। इसमें लाल रंग आग को दर्शाता है और नीला रंग पानी को; और ये रंग दुनियाभर में आपातकालीन सेवाओं का संकेत देते हैं। यह दिवस अग्निशामकों को उनके असाधारण प्रतिबद्धता, असाधारण साहस और उनकी नि:स्वार्थ सेवा के लिये धन्यवाद करने हेतु मनाया जाता है। इसके अलावा भारत में 14 अप्रैल को राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस के रूप में मनाया जाता है। 1944 में 14 अप्रैल को मुंबई बंदरगाह पर एक मालवाहक जहाज़ में अचानक आग लग गई, जिसमें काफी मात्रा में रुई, विस्फोटर और युद्ध उपकरण रखे हुए थे। इस आग पर काबू पाने की कोशिश में 66 अग्निशमनकर्मी आग की चपेट में आकर अपने प्राण गँवा बैठे थे। इन्हीं अग्निशमनकर्मियों की स्मृति में प्रत्येक वर्ष 14 अप्रैल को अग्निशमन दिवस के रूप में मनाया जाता है।
एशिया सहयोग वार्ता (ACD) की 16वीं मंत्रिस्तरीय बैठक दोहा, कतर में आयोजित की गई। भारतीय प्रतिनिधिमंडल के नेता विदेश राज्यमंत्री वी.के. सिंह ने बैठक में पार्टनर्स इन प्रोग्रेस विषय पर ज़ोर देते हुए सभी ACD सदस्य राज्यों के साथ ‘सामूहिक प्रयासों, समावेशी विकास’ के दृष्टिकोण के अनुरूप सहयोगी रूप से काम करने की भारत की इच्छा को रेखांकित किया। भारत ने सौर ऊर्जा जैसे गैर-प्रदूषित नवीकरणीय स्रोतों का प्रयोग करके सतत विकास और गरीबी उन्मूलन के लिये क्षेत्र में ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु एशियाई क्षेत्रों में ठोस प्रयासों की आवश्यकता पर ज़ोर दिया और सदस्य देशों से नवंबर 2015 में शुरू किये गए अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल होने का आग्रह किया। ACD के संस्थापक सदस्य होने के नाते भारत ने खाद्य सुरक्षा, साफ पानी तक पर्याप्त पहुँच, अनुसंधान और नवाचार, वित्तीय समावेशन के बारे में बातचीत की और इन क्षेत्रों में सदस्य राज्यों से अधिक सहयोग की अपील की।
भारत-ऑस्ट्रेलिया आतंकवाद विरोधी संयुक्त कार्यसमूह की 11वीं बैठक 2 मई को ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा में आयोजित की गई। इस बैठक का उद्देश्य आतंकवाद विरोधी चुनौतियों पर चर्चा करना था, क्योंकि दोनों देश आतंकवाद के वित्तपोषण, आतंकवादी उद्देश्यों के लिये इंटरनेट का उपयोग, कट्टरपंथी और विदेशी आतंकवादी घुसपैठियों का सामना कर रहे हैं। संयुक्त कार्यसमूह ने आपसी क्षमता निर्माण के प्रयासों, सूचनाओं के नियमित आदान-प्रदान, पारस्परिक कानूनी सहायता, आतंकवाद का विरोध और कट्टरता पर सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान के माध्यम से आतंकवाद-विरोधी सहयोग को और मज़बूत करने पर सहमति जताई। दोनों पक्षों ने आतंकवाद विरोधी संयुक्त कार्यसमूह की अगली बैठक भारत में पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तिथि पर आयोजित करने पर भी सहमति जताई है। इससे पहले भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आतंकवाद विरोधी संयुक्त कार्यसमूह की 10वीं बैठक पिछले वर्ष 18 जून को नई दिल्ली में आयोजित की गई थी।
सिक्किम के नाथू ला दर्रे के रास्ते भारत-चीन सीमा व्यापार का वार्षिक सत्र शुरू हो गया है। दोनों देशों के बीच 14 साल से इस मार्ग से व्यापार हो रहा है और यह गर्मियों के पाँच माह तक चलता है। दोनों देशों के बीच सीमा व्यापार हर साल 1 मई से 30 नवंबर के बीच सप्ताह में चार दिन होता है। भारत-चीन युद्ध के बाद 44 साल के अंतराल के पश्चात् 2006 में यह व्यापार फिर शुरू हुआ था। इस व्यापार में भारत की तरफ से डेयरी उत्पाद से लेकर बर्तन आदि सहित 36 तरह की वस्तुएँ निर्यात की जाती हैं, जबकि तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के व्यापारी कालीन, जैकेट जैसी कुल 20 प्रकार की वस्तुएं बेचने आते हैं। इस व्यापार के माध्यम से पिछले साल भारत से निर्यात 45.03 करोड़ रुपयए का हुआ था जबकि आयात 3.23 करोड़ रुपए का था।
दुनिया में जलवायु आपातकाल घोषित करने वाला ब्रिटेन पहला देश बन गया है। जलवायु परिवर्तन के मुद्दे को लेकर पिछले कुछ दिनों से चल रहे विरोध प्रदर्शन के बाद ब्रिटेन की संसद ने पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन को लेकर आपातकाल घोषित कर दिया। वैसे इस घोषणा से पहले ही ब्रिटेन के कई कस्बों और शहरों ने जलवायु आपात स्थिति घोषित कर दी थी। ब्रिटेन के लोगों का कहना है कि वे 2030 तक कार्बन न्यूट्रल होना चाहते हैं। यानी उतना ही कार्बन उत्सर्जित हो जिसे प्राकृतिक रूप से समायोजित किया जा सके। गौरतलब है कि पिछले महीने इस मांग की शुरुआत एक छोटे-से समूह ने लंदन में की थी। क्लाइमेट चेंज इमरजेंसी की कोई सटीक परिभाषा नहीं है और न ही इस दौरान क्या कदम उठाए जाते हैं, इसे लेकर अभी तक कोई स्पष्ट नीति बनी है। ब्रिटेन उन 18 विकसित देशों में एकमात्र ऐसा देश है जिसने पिछले एक दशक में सबसे कम कार्बन उत्सर्जन किया है।
126वें सम्राट बनकर नारोहितो औपचारिक रूप से जापान के राजसिंहासन पर बैठ गए। हाल ही में सम्राट अकिहितो ने क्राइसैंथिमम थ्रोन (राजगद्दी) अपने पुत्र नारोहितो को सौंप दी। इसी के साथ जापान में एक नए युग की शुरुआत हुई। गौरतलब है कि जापान में जब कोई सम्राट अपनी गद्दी छोड़ता हैं तो एक युग का अंत हो जाता है और नए सम्राट के बनने के साथ ही एक नया युग शुरू होता है। नारोहितो के राजसिंहासन पर बैठने के साथ ही रेइवा नाम के नए युग की शुरुआत हो गई जो नारोहितो के शासनकाल तक चलेगा। लगभग 200 साल के जापानी राजघराने के इतिहास में अकिहितो ऐसे पहले सम्राट हैं जिन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपनी इच्छा से राजगद्दी छोड़ दी। 2017 में जापान की संसद ने एक विशेष कानून बनाकर उन्हें राजगद्दी छोड़ने की इजाज़त दी। अकिहितो ने 1989 में राजगद्दी संभाली थी। जापान में राजा के पास कोई राजनीतिक शक्ति नहीं होती, लेकिन उन्हें एक राष्ट्रीय प्रतीक के तौर पर देखा जाता है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ने अपने बोर्ड में पहली बार स्वतंत्र महिला निदेशक के तौर पर जयश्री व्यास की नियुक्ति की है। उनके बोर्ड में पहले से ही उषा सांगवान और राजेश्री सबनवीस के रूप में दो गैर-कार्यकारी महिला निदेशक कार्रत हैं। जयश्री व्यास एक प्रोफेशनल चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं और 1986 से श्री महिला सेवा सहकारी बैंक, अहमदाबाद के प्रबंध निदेशक के रूप में काम कर रही हैं। गौरतलब है कि 2013 के कंपनी अधिनियम में कंपनियों के एक निश्चित वर्ग के लिये कम-से-कम एक महिला निदेशक की नियुक्ति करना अनिवार्य किया गया है। सेबी ने कंपनी अधिनियम 2013 के अनुपालन में अक्तूबर 2014 से एक बोर्ड में कम-से-कम एक महिला का होना अनिवार्य कर दिया था।