24 मार्च को विश्व क्षय रोग दिवस के मौके पर संयुक्त राष्ट्र की संस्था UNAIDS ने जानकारी दी है कि भारत ने एड्स जनित टीबी से होने वाली मौतों को रोकने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। भारत ने यह कमी 2020 की तय समय-सीमा से तीन महीने पहले हासिल की है तथा टीबी से होने वाली मौतों के मामले में 20 से अधिक देशों में सर्वाधिक गिरावट भारत में देखी गई है। वैसे 2010 के बाद दुनियाभर में इन मौतों में 42% के कमी हुई है और ऐसी टीबी से मरने वालों की संख्या 52 लाख से घटकर 30 लाख रह गई है। गौरतलब है कि HIV संक्रमण के बाद शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाने के कारण टीबी की वज़ह से सबसे अधिक रोगियों की मौत होती है।
25 मार्च को भारतीय वायुसेना में चिनूक हैवी लिफ्ट हेलीकॉप्टर की पहली यूनिट को शामिल किया गया। CH-47F (I) चिनूक एक उन्नत बहुद्देशीय हेलीकॉप्टर है, जिसका इस्तेमाल सैनिकों, हथियारों, उपकरण और ईंधन को ढोने में किया जाता है। इसका इस्तेमाल मानवीय और आपदा राहत अभियानों में भी किया जाता है। राहत सामग्री पहुंचाने तथा बड़ी संख्या में लोगों को बचाने में भी इसका उपयोग किया जा सकता है। अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी बोइंग ने चिनूक को भारत की ज़रूरतों के लिहाज से तैयार किया है। वर्तमान में कई बड़े देशों की वायुसेनाएं चिनूक हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल कर रही हैं। चिनूक हेलीकॉप्टर सिर्फ दिन में नहीं, बल्कि रात में भी सैन्य ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है। आपको बता दें कि अमेरिका में पर्वतीय ढाल के सहारे चलने वाली गर्म व शुष्क पवन को चिनूक कहते हैं। यह पवन रॉकी पर्वत की पूर्वी ढाल में कोलारेडो से उत्तर में कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया तक चलती है।
करतारपुर कॉरीडोर पर सहमति बन जाने के बाद पाकिस्तान ने शारदा पीठ कॉरीडोर खोलने को भी मंज़ूरी दे दी है। कश्मीरी पंडित काफी समय से इसे खोलने की मांग करते रहे हैं। पिछले काफी समय से लाइन ऑफ कंट्रोल से 10 किमी. और कुपवाड़ा से 22 किमी. दूर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित शारदा पीठ के लिये कॉरीडोर बनाने पर विचार चल रहा है। भारत सरकार इस मामले में कई बार पाकिस्तान सरकार से आग्रह कर चुकी है। माना जाता है कि सम्राट अशोक ने 237 ईसा पूर्व में इसका निर्माण कराया था और छठी तथा 12वीं शताब्दी के बीच शारदा पीठ अध्ययन का बड़ा केंद्र हुआ करता था।
आंध्र प्रदेश की यनादि (Yanadi) जनजाति के लगभग 2000 लोग आगामी लोकसभा चुनाव में पहली बार मतदान करेंगे। 10 स्वयंसेवकों के एक समूह ने इन लोगों को मताधिकार का उपयोग करने में सक्षम बनाया है। राज्य के कृष्णा ज़िले में पाई जाने वाली यह घुमंतू जनजाति लगातार एक मौसम से अगले मौसम तक रोज़गार की तलाश में भटकती रहती है। इनमें से अधिकांश लोग जंगली केकड़ों और मछलियों का शिकार करने के लिये मैंग्रोव जंगलों और दलदली भूमि के निकट रहते हैं और एक स्थान पर टिककर न रह पाने की वज़ह से सरकारी अधिकारियों को इन तक पहुँचने में कठिनाई आती थी। इसके अलावा, इस जनजाति को राजनीतिक अधिकारों और वोट के महत्त्व से दूर रखने में अशिक्षा भी एक बड़ी वज़ह रही है।
कंपनी नियामक को दी गई जानकारी के अनुसार भारी घाटे और कर्ज़ के बोझ तले दबी जेट एयरवेज़ के चेयरमैन नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनिता गोयल ने बोर्ड की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद लंबे समय से वित्तीय संकट से जुझ रही जेट एयरवेज़ को अब बैंक की अध्यक्षता वाला बोर्ड चलाएगा और जेट एयरवेज़ को बैंकों की तरफ से 1500 करोड़ रुपए तक का तत्काल वित्तपोषण मिलेगा। बैंक इसके बदले कंपनी के निदेशक मंडल में दो सदस्यों को नामित करेंगे और एयरलाइन के दैनिक परिचालन के लिये अंतरिम प्रबंधन समिति बनाई जाएगी। आपको बता दें कि नरेश गोयल ने अपनी पत्नी अनिता के साथ मिलकर 1993 में इसकी शुरुआत की थी। अबु धाबी स्थित एतिहाद की जेट एयरवेज़ में 24 फीसदी हिस्सेदारी है। अब नरेश गोयल की जेट एयरवेज़ में 51 फीसदी हिस्सेदारी घटकर 25.5 फीसदी पर आ गई है। फिलहाल जेट एयरवेज़ पर कई सरकारी और विदेशी बैंकों का कर्ज़ है।
अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स ने अगले वित्त वर्ष (2019-20) के लिये अपना ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक पेश करते हुए चालू वित्त वर्ष (2018-19) में भारत की विकास दर 6.9 फीसदी रहने का अनुमान व्यक्त किया है, जो सेंट्रल स्टेटिस्टिकल ऑफिस (CSO) के सात फीसदी के अनुमान से कुछ ही कम है। इससे पूर्व फिच ने पिछले वर्ष दिसंबर में चालू वित्त वर्ष के दौरान भारत की विकास दर 7.2 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। पिछले वित्त वर्ष (2017-18) में भी भारत की विकास दर 7.2 फीसदी रही थी। फिच के अनुसार, वित्त वर्ष 2019-20 में भारत की विकास दर 6.8 फीसदी तथा 2020-21 में 7.1 फीसदी रहेगी।
चंद्रमा पर भारत के दूसरे अभियान चंद्रयान-2 के साथ अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का एक लेज़र उपकरण भी भेजा जाएगा। इस उपकरण की मदद से पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी का सटीक पता चल सकेगा। आपको बता दें कि चंद्रयान-2 से पहले इज़राइल के बेयरशीट लैंडर (Beresheet Lander) के साथ भी नासा का लेज़र रेट्रोरिफलेक्टर भेजा गया है। बेयरशीट के 11 अप्रैल को चंद्रमा पर उतरने की संभावना है। चंद्रमा पर पहले से पाँच लेज़र रिफलेक्टर मौजूद हैं, लेकिन उनमें कई खामियाँ हैं और कुछ का आकार बहुत बड़ा है। रिफलेक्टर एक तरह का शीशा होता है जो पृथ्वी से आने वाले लेज़र लाइट सिग्नल को प्रतिबिंबित करता है। इस सिग्नल की मदद से वैज्ञानिक यह पता लगा सकते हैं कि कोई भी यान चंद्रमा के किस हिस्से पर मौजूद है। यह चंद्रमा के बदलते तापमान का पता लगाने में भी मदद कर सकता है।
ओमान ने अमेरिका के साथ एक समझौता करके उसके जलपोतों और युद्धक विमानों को अपने बंदरगाहों और हवाई अड्डों का इस्तेमाल करने की इजाज़त दे दी है। अब अमेरिका के पोतों और विमानों को ओमान के कुछ बंदरगाहों और हवाई अड्डों पर सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा। इनमें खासतौर पर दक्कम बंदरगाह शामिल है। यह बंदरगाह दक्षिणी ओमान में अरब सागर में स्थित है जो होर्मुज जलडमरूमध्य (Strait of Hormuz) से करीब 500 किलोमीटर दूर है। यह जलडमरूमध्य दुनियाभर में कच्चे तेल की आपूर्ति के लिये महत्त्वपूर्ण मार्ग है। इस समझौते का उद्देश्य ओमान और अमेरिका के बीच सैन्य संबंधों को मज़बूत करना है। आपको बता दें कि भारतीय प्रधानमंत्री की पिछले वर्ष हुई ओमान यात्रा के दौरान एक विशेष समझौता हुआ था, जिसके तहत भारत ओमान के दक्कम बंदरगाह का सैन्य इस्तेमाल कर सकता है। गौरतलब है कि इसी वर्ष 10 फरवरी को भारतीय वायुसेना के लिये चार चिनूक सैन्य हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति गुजरात में मुंद्रा बंदरगाह पर हुई थी।
कुछ समय पहले तक दक्षिण अमेरिकी देश चिली की राजधानी सेंटियागो से कुछ दूर नीले पानी वाली आकुलियो झील हुआ करती थी, लेकिन अब इस झील का कोई नामोनिशान नहीं है। जिस 12 वर्ग किमी. क्षेत्र में यह झील फैली थी, वहां अब एक विशाल गड्ढा है। यहाँ सूखी मिट्टी पर गायों और घोड़ों के कंकाल बिखरे हुए हैं। यह इलाका पिछले 10 वर्षों से सूखे का सामना कर रहा है। पर्यावरणविद इस घटना को जलवायु परिवर्तन के भयावह प्रभाव के तौर पर देख रहे हैं।