नीति आयोग ने 25 जून को नई दिल्ली में स्वस्थ राज्य, प्रगतिशील भारत के दूसरे संस्करण की रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट में दो वर्षों की अवधि (2016-17 और 2017-18) के दौरान राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के प्रदर्शन को रेखांकित किया गया है। रिपोर्ट में केरल को पहला तथा उत्तर प्रदेश को अंतिम स्थान मिला है। प्रदर्शन का आकलन करते समय स्वास्थ्य संबंधी उपलब्धियाँ, प्रशासन, प्रक्रिया और नीतिगत हस्तक्षेपों के प्रभाव के संदर्भ में स्वास्थ्य पर व्यापक दृष्टिकोण अपनाया गया है। यह रिपोर्ट विश्व बैंक की तकनीकी सहायता तथा स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय के सहयोग से तैयार की गई है। गौरतलब है कि वर्ष 2017 के लिये स्वास्थ्य आधारित सारणी का पहला संस्करण फरवरी, 2018 में जारी किया गया था। इस रिपोर्ट में 2014-15 (आधार वर्ष) से 2015-16 (संदर्भ वर्ष) के दौरान राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के वार्षिक प्रदर्शन का आकलन किया गया था।
भारत सरकार ने वर्ष 2025 तक देश से तपेदिक (Tuberculosis-TB) के उन्मूलन के लिये राष्ट्रीय रणनीतिक योजना तैयार की है। मार्च 2018 में प्रधानमंत्री ने टीबी मुक्त भारत अभियान लॉन्च किया था। इसके तहत TB उन्मूलन के लिये राष्ट्रीय रणनीतिक योजना की गतिविधियों को मिशन मोड में आगे बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया था। राष्ट्रीय रणनीतिक योजना के लिये अगले तीन साल के लिये 12 हज़ार करोड़ रुपए आवंटित किये गए हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रत्येक मरीज़ को गुणवत्ता संपन्न रोग निदान, उपचार और अन्य सभी प्रकार की सहायता मिल सके। राष्ट्रीय रणनीतिक योजना का उद्देश्य विविध दृष्टिकोण अपनाकर TB के सभी रोगियों का पता लगाना है। भारत में सालाना 27.4 लाख अनुमानित TB के मामले सामने आते हैं, जो निरपेक्ष संख्या के मामले में सबसे अधिक हैं। विश्वभर से TB को समाप्त करने की तय समय-सीमा वर्ष 2030 रखी गई है।
RBI के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने अपना निर्धारित कार्यकाल पूरा होने से 6 महीने पहले पद से इस्तीफा दे दिया है। वह मौद्रिक नीति विभाग के प्रमुख थे। न्यूयार्क विश्वविद्यालय के वित्त विभाग में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर विरल आचार्य वित्तीय क्षेत्र में प्रणालीगत जोखिम के विश्लेषण और शोध के लिये जाने जाते हैं। विरल आचार्य को तीन साल के कार्यकाल के लिये 23 जनवरी 2017 को RBI में शामिल किया गया था। आपको बता दें कि इससे पहले RBI गवर्नर उर्जित पटेल ने पिछले वर्ष दिसंबर में निजी कारणों का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था। RBI में अब तीन डिप्टी गवर्नर- एन.एस. विश्वनाथन, बी.पी. कानूनगो और एम.के. जैन कार्यरत हैं। RBI की स्थापना RBI एक्ट, 1935 के तहत 1 अप्रैल, 1935 को की गई थी।
भारतीय तटरक्षक (Indian Coast Guards) बल का पाँचवां भर्ती केंद्र उत्तराखंड में खोलने का निर्णय लिया गया है। यह भर्ती केंद्र कॉनवाला (हरड़वाला), देहरादून में खोला जाएगा। यह भर्ती केंद्र उत्तराखंड के युवाओं के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा के युवाओं के लिये उपयोगी होगा और लगभग 18 महीनों में बनकर तैयार हो जाएगा। भारतीय तटरक्षक बल के अन्य चार केंद्र नोएडा, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में काम कर रहे हैं। समुद्र में राष्ट्रीय क्षेत्राधिकार के भीतर राष्ट्रीय कानूनों को लागू करने तथा जीवन और संपति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये संघ के एक स्वतंत्र सशस्त्र बल के रूप में भारतीय संसद द्वारा तटरक्षक अधिनियम,1978 के तहत 18 अगस्त, 1978 को भारतीय तटरक्षक बल की औपचारिक शुरुआत की गई। इसका मुख्यालय दिल्ली में है तथा इसे पाँच क्षेत्रों में बाँटा गया है- पश्चिमी, पूर्वी, उत्तर-पूर्वी, अंडमान व निकोबार तथा उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र। यहाँ आपको बता दें कि 25 जून को कृष्णस्वामी नटराजन को भारतीय तटरक्षक बल का अगला महानिदेशक नियुक्त किया गया है, जो राजेंद्र सिंह की जगह लेंगे।
प्रकाशन विभाग ने दत्त प्रसाद जोग के मराठी गीतों के संग्रह गीत रामायण का हिंदी रूपांतरण लाने का फैसला किया है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत भारत का प्रकाशन विभाग महाकाव्य रामायण की घटनाओं का क्रमवार वर्णन करने वाले 56 मराठी गीतों के इस संग्रह को प्रकाशित करेगा है। गौरतलब है कि वर्ष 1955-1956 में इसका प्रसारण ऑल इंडिया रेडियो, पुणे द्वारा किया गया था। ‘गीत रामायण’ को उसके गीत, संगीत और गायन के लिये जाना जाता है। जी.डी. मडगुलकर द्वारा लिखित और सुधीर फड़के की संगीत रचना वाले इन गीतों को मराठी सुगम संगीत में मील का पत्थर और रामायण का सबसे लोकप्रिय मराठी संस्करण माना जाता है।
22 से 25 जून तक असम के गुवाहाटी में वार्षिक अंबुबाची मेले का आयोजन हुआ। राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भी इसके शुरुआती कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। 4 दिन तक चलने वाला यह मेला शक्तिपीठ कामाख्या देवी मंदिर में आयोजित किया जाता जाता है। जब तक कामाख्या देवी ऋतुमति रहती हैं, तब तक यहां भव्य मेला लगता है। अंबुबाची योग पर्व के दौरान गर्भगृह के कपाट स्वत: बंद हो जाते हैं और कामख्या देवी के दर्शन निषेध हो जाते हैं। इसी मेले को अंबुबाची महोत्सव कहा जाता है। देवीपुराण में 51 शक्तिपीठों का वर्णन है और इन्हीं में से एक कामाख्या पीठ भी है। कामाख्या देवी का मंदिर गुवाहाटी रेलवे स्टेशन से 10 किलोमीटर दूर नीलांचल पर्वत पर स्थित है और इसे पूर्वोत्तर का कुंभ भी कहा जाता है।