नीति आयोग ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को एक प्रस्ताव भेजा है, जिसमें वर्ष 2030 के बाद देश में केवल इलेक्ट्रिक चालित दोपहिया और तिपहिया वाहन चलाने की बात कही गई है। इसी के साथ वर्ष 2025 से 150 CC इंजन की इलेक्ट्रिक गाड़ियाँ बाज़ार में उतारने की योजना पर भी काम चल रहा है। यह कदम देश में बढ़ रहे प्रदूषण की समस्या को कम करने और तेल की बढ़ती कीमतों से छुटकारा पाने के सरकार के प्रयासों के तहत उठाया जा रहा है। सरकार चाहती है कि देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन दिया जाए, इसीलिये मंत्रालय ने वर्ष 2030 तक डीज़ल और पेट्रोल वाहनों की बिक्री को रोकने के लिये एक योजना तैयार करने का प्रस्ताव रखा है। इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन देने के लिये इन्हें पंजीकरण शुल्क से मुक्त रखने पर भी सरकार विचार कर रही है। इसके अलावा मंत्रालय वर्ष 2030 तक 50 गीगावाट बैटरी बनाने की योजना पर भी काम करना चाहता है।
ब्रिटिश हेराल्ड के रीडर्स पोल-2019 में डोनाल्ड ट्रंप, व्लादिमीर पुतिन, शी जिनपिंग को पीछे छोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया का सबसे ताकतवर नेता चुना गया है। इसके नामांकन में दुनिया की 25 हस्तियों को शामिल किया गया था और अंतिम चार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तथा चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का चयन हुआ। चयन प्रक्रिया का मूल्यांकन सभी संबद्ध आँकड़ों के व्यापक अध्ययन और शोध पर आधारित था। इसके लिये ब्रिटिश हेराल्ड के रीडर्स को OTP दिया गया था ताकि कोई भी एक से ज़्यादा बार वोट न कर सके। भारतीय प्रधानमंत्री ब्रिटिश हेराल्ड पत्रिका के जुलाई संस्करण के कवर पेज पर दिखाई देंगे, जो 15 जुलाई को जारी होगा।
पड़ोसी पहले की अपनी नीति के तहत भारत सरकार ने बांग्लादेश और दक्षिण कोरिया के साथ समझौते किए हैं। समझौतों के तहत दूरदर्शन (DD) इंडिया का प्रसारण इन देशों में किया जाएगा, जबकि उनके टीवी चैनल DD फ्री डिश पर उपलब्ध होंगे। बांग्लादेश के स्वामित्व वाले टीवी चैनल BTV वर्ल्ड का प्रसारण DD फ्री डिश पर किया जाएगा। यह चैनल भारत में डीडी के दर्शकों के लिये उपलब्ध होगा तथा इसी प्रकार DD इंडिया का प्रसारण बांग्लादेश में किया जाएगा। इसके अलावा भारतीय दर्शकों के लिये दक्षिण कोरिया सरकार के अंग्रेज़ी चैनल KBS वर्ल्ड का प्रसारण DD फ्री डिश पर किया जाएगा तथा DD इंडिया का प्रसारण दक्षिण कोरिया में होगा।
अशोका यूनिवर्सिटी, हरियाणा तथा जेम्स कुक यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया और एलेस्मो प्रोजेक्ट, संयुक्त अरब अमीरात के वैज्ञानिकों द्वारा किये गए एक अध्ययन से यह तथ्य सामने आया है कि भारत में शार्क मछलियों की संख्या में तेज़ी से कमी आ रही है, जबकि भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा शार्क मछली पालने वाला देश माना जाता है। भारत में अधिकांश मछुआरे और व्यापारी शार्क संरक्षण के नियमों से अनजान हैं और प्राय: बड़ी शार्क मछलियाँ नहीं पकड़ते। भारत में शार्क के मांस के लिये एक बड़ा घरेलू बाज़ार है, जबकि निर्यात अपेक्षाकृत कम होता है। यहाँ छोटे आकार और किशोर शार्क की मांग सबसे ज्यादा है तथा एक मीटर से छोटी शार्क मछलियाँ ही पकड़ी जाती हैं, जो स्थानीय बाज़ारों में महँगी बिकती हैं। इस अध्ययन के तहत देश में शार्क व्यापार के दो प्रमुख केंद्रों- गुजरात के पोरबंदर और महाराष्ट्र के मालवन में सर्वेक्षण किया गया। ज्ञातव्य है कि दुनिया में शार्क की लगभग 4000 प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
21 जून को दुनियाभर में विश्व संगीत दिवस का आयोजन किया जाता है। इसे Fete de la Musiquue नाम से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है म्यूज़िकक फेस्टिवल यानी संगीत का उत्सव। विश्व में सदैव शांति बरकरार रखने के लिये फ्राँस में पहली बार 21 जून, 1982 को प्रथम विश्व संगीत दिवस मनाया गया था, जिसका श्रेय वहाँ के तात्कालिक सांस्कृतिक मंत्री जैक लो को जाता है। विश्व संगीत दिवस का आयोजन कुल 110 देशों में ही किया जाता है, जिनमें भारत भी शामिल है। विश्व संगीत दिवस को मनाने का उद्देश्य अलग-अलग तरीके से लोगों को संगीत के प्रति जागरूक करना है ताकि लोगों का विश्वास संगीत पर बना रहे। इसको मनाने का उद्देश्य अलग-अलग तरीके से संगीत का प्रचार करना तथा दक्ष व नए कलाकारों को एक मंच पर लाना है। विश्व भर में इस दिन संगीत और ललित कला को प्रोत्साहित करने वाले कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस वर्ष विश्व संगीत दिवस की थीम Music at the Intersections रखी गई है।
19 जून को श्रीलंका का पहला उपग्रह रावना-1 अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया गया। इसका प्रक्षेपण अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) ने जापान और नेपाल के उपग्रह के साथ किया। ‘रावना-1′ का वज़न मात्र 1.05 किलोग्राम है और इसका विकास जापान के क्योशो संस्थान में अंतरिक्ष इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे श्रीलंका के दो छात्रों- थरिंडु दयारत्ने और दुलानी चामिका ने किया है। 11.3 x 10 x 10 सेंटीमीटर के इस घनाकार उपग्रह का न्यूनतम जीवनकाल डेढ़ साल का है, लेकिन संभावना है कि यह पाँच साल तक काम करता रहेगा। यह उपग्रह श्रीलंका और उसके आसपास के इलाकों का चित्र लेने में सक्षम है।