हाल ही में श्रीलंका के कोलंबो में संपन्न हुए नौवें सार्क फिल्म समारोह में बांग्ला फिल्म निर्माता कौशिक बसु की फिल्म नगरकीर्तन को सर्वश्रेष्ठ फिल्म के पुरस्कार से नवाज़ा गया। इसके अलावा इस फिल्म को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक तथा सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार भी मिला। भारतीय फिल्मों को कुल 6 पुरस्कार मिले। सार्क या दक्षेस का पूरा नाम दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (South Asian Association for Regional Cooperation -SAARC) है और यह आठ दक्षिण एशियाई देशों का एक आर्थिक-भू-राजनीतिक संगठन है। इसके सदस्य देशों में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं। सार्क की स्थापना 8 दिसंबर, 1985 को हुई थी और इसका मुख्य उद्देश्य दक्षिण एशिया के देशों के बीच सामूहिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना, एक-दूसरे की समस्याओं को सुलझाने के लिये आपसी विश्वास और समझ विकसित करना है। सार्क का सचिवालय काठमांडू, नेपाल में है।
23 जुलाई को देशभर में राष्ट्रीय प्रसारण दिवस का आयोजन किया जाता है। इसी दिन वर्ष 1927 में इंडियन ब्रॉडकास्टिंग कंपनी ने मुंबई स्टेशन से रेडियो का प्रसारण शुरू किया था। इसे ऑल इंडिया रेडियो (AIR) के नाम से भी जाना जाता है और यह भारत की सरकारी रेडियो सेवा है। भारतीय प्रसारण सेवा को वर्ष 1935 तक इसी नाम से जाना जाता था, लेकिन वर्ष 1936 में इसका नाम परिवर्तित कर ऑल इंडिया रेडियो रखा गया। वर्ष 1957 में ऑल इंडिया रेडियो को आकाशवाणी के नाम से पुकारा जाने लगा। आकाशवाणी के देशभर में करीब 414 स्टेशन हैं और देश के 99.19% हिस्से में इसकी पहुँच है। ऑल इंडिया रेडियो में 23 भाषाओं और 146 बोलियों में प्रसारण होता है।
भारत की कम दूरी की धाविका हिमा दास ने चेक गणराज्य के नोवो मेस्तो में 400 मीटर की दौड़ में सीज़न का अपना श्रेष्ठ समय 52.09 सेकंड निकालते हुए इस महीने में अपना पाँचवां स्वर्ण पदक जीता। वैसे 400 मीटर दूरी की रेस में उनका सर्वश्रेष्ठ समय 50.79 सेकंड है, जो उन्होंने जकार्ता ओलंपिक में निकाला था। गौरतलब है कि ढिंग एक्सप्रेस नाम से प्रसिद्ध हिमा दास ने इस महीने अपना पहला स्वर्ण पदक 2 जुलाई को पोलैंड में पोजवान एथलेटिक्स ग्रां प्री में 200 मीटर दौड़ में जीता था। इसके बाद पोलैंड में ही कुटनो मीट में 200 मीटर दौड़ में दूसरा स्वर्ण पदक जीता। 13 जुलाई को चेक गणराज्य में क्लादनो मीट में इसी दूरी को तय करते हुए तीसरा स्वर्ण पदक जीता। इसके बाद उन्होंने चेक गणराज्य में ताबोर मीट में 200 मीटर की दूरी तय करते हुए चौथा स्वर्ण पदक जीता।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने भारत के सचिन तेंदुलकर को उनकी महान उपलब्धियों के लिये सम्मानित करते हुए हॉल ऑफ फेम में शामिल किया इस सम्मान को पाने वाले सचिन तेंदुलकर छठे भारतीय क्रिकेटर हैं। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सचिन के नाम कई रिकॉर्ड हैं जिनमें कुल 34357 रन और 100 शतक शामिल हैं। साथ ही उनके नाम 330 टेस्ट विकेट और 272 वनडे विकेट भी दर्ज हैं। उनसे पहले भारत की तरफ से यह सम्मान बिशन सिंह बेदी, कपिल देव, सुनील गावस्कर, अनिल कुंबले और राहुल द्रविड़ को मिल चुका है। इस वर्ष सचिन के अलावा ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम की पूर्व गेंदबाज़ कैथरीन फिट्जपैट्रिक और साउथ अफ्रीका के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ एलन डोनाल्ड को भी यह सम्मान दिया गया। ICC हॉल ऑफ फेम में उन्हीं खिलाड़ियों को शामिल करता है जिन्हें क्रिकेट को अलविदा किये कम-से-कम पाँच वर्ष हो चुके हैं। सचिन ने भारत के लिये अपना आखिरी टेस्ट मैच वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ नवंबर 2013 में खेला था।
भारत के पृथु गुप्ता देश के 64वें ग्रैंडमास्टर बन गए हैं। उन्होंने पुर्तगाल लीग-2019 के पाँचवें दौर में लेव यानकेलेविक को मात देकर 2500 अंकों को पार किया और यह कामयाबी हासिल की। पृथु गुप्ता ने यह कीर्तिमान 15 साल, 4 महीने और 10 दिन की उम्र में हासिल किया। ज्ञातव्य है कि डी. गुकेश भारत के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर हैं, वह 12 साल, सात महीने और 17 दिन की उम्र में ग्रैंडमास्टर बने थे। विश्वनाथन आनंद भारत के पहले ग्रैंडमास्टर थे, जो 31 साल पहले वर्ष 1988 में इस मुकाम तक पहुँचे थे। लेकिन अगले 11 साल में केवल दो भारतीय- दिब्येंदु बरुआ और प्रवीण थिप्से ही ग्रैंडमास्टर का दर्जा हासिल कर पाए। इसके बाद यह संख्या तेज़ी से बढ़ी और नई सदी के पहले 19 वर्षों में 59 भारतीयों ने ग्रैंडमास्टर का दर्जा हासिल किया। वर्ष 2019 में अब तक 6 भारतीय ग्रैंडमास्टर बन चुके हैं। किसी खिलाड़ी को ग्रैंडमास्टर का खिताब शतरंज की सर्वोच्च संस्था विश्व शतरंज महासंघ द्वारा दिया जाता है। किसी शतरंज खिलाड़ी को ग्रैंडमास्टर बनने के लिये न्यूनतम 2500 अंक प्राप्त करने आवश्यक होते हैं।