संयुक्त राष्ट्र की एक नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार भारत में 2006 से 2016 तक 10 साल की अवधि में 27.1 करोड़ लोग गरीबी के दायरे से बाहर निकले। गरीबी के वैश्विक सूचकांक Multidimensional Poverty Index (MPI) में भारत ने इस मामले में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया है। 11 जुलाई को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) और ऑक्सफोर्ड पॉवर्टी एंड ह्यूमन डेवलपमेंट इनीशिएटिव द्वारा तैयार इस सूचकांक में 101 देशों के 1.3 अरब लोगों का अध्ययन किया गया। इसमें 31 न्यूनतम आय, 68 मध्यम आय और 2 उच्च आय वाले देश शामिल थे। रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में 1.30 अरब लोग बहुआयामी रूप से गरीब हैं। बहुआयामी गरीबी के पैमानों में कम आय के साथ ही खराब स्वास्थ्य, काम की गुणवत्ता में कमी और हिंसा का खतरा भी शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में पोषण, स्वच्छता, बच्चों की स्कूली शिक्षा, बिजली, स्कूल में उपस्थिति, आवास, खाना पकाने का ईंधन और संपत्ति जैसे क्षेत्रों में काफी सुधार हुआ है। ये क्षेत्र गरीबी सूचकांक को मापने के 10 पैमानों में शामिल हैं। आँकड़ों के आधार पर इन सभी ने सतत विकास लक्ष्य 1 प्राप्त करने के लिये उल्लेखनीय प्रगति की। सततविकास लक्ष्य 1 में सभी रूपों में हर जगह गरीबी को समाप्त करने की बात कही गई है।
भारत और रूस ने भारत के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ान मिशन ‘गगनयान’ में सहायता देने सहित अंतरिक्ष के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को अगले स्तर तक बढ़ाने के लिये उच्चस्तरीय वार्ता की। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रॉसकॉस्मोस के महानिदेशक दिमित्री रोगोज़िन ने दोनों पक्षों का नेतृत्व किया। बैठक में रूस ने भारत के मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ान मिशन के लिये हर प्रकार की सहायता प्रदान करने का वादा किया और गगनयान मिशन के लिए सहयोग से संबंधित जानकारियों पर चर्चा की। साथ ही रूस ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में भाग लियेने को लियेकर भारत को समर्थन देने की पेशकश की। गौरतलब है कि कुछ समय पहले ही इसरो ने वर्ष 2022 में गगनयान मिशन के लिये भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को प्रशिक्षित करने हेतु Glavcosmos के साथ एक समझौता किया है, जिसके तहत Glavcosmos उम्मीदवारों की मेडिकल जाँच करेगा और उन्हें अंतरिक्ष यात्रा के लिये प्रशिक्षित भी करेगा।
भारत ने अंतर्देशीय जलमार्गों को बढ़ावा देने की अपनी नीति के तहत 12 जुलाई को भूटान के माल (कार्गो) से लदे एक जहाज़ को ब्रह्मपुत्र नदी (राष्ट्रीय जलमार्ग 2) और भारत-बांग्लादेश प्रोटोकॉल रूट के ज़रिये बांग्लादेश के लिये रवाना किया। यह अपनी तरह की पहली माल ढुलाई है, जिसके तहत दो देशों- यथा भूटान और बांग्लादेश को आपस में जोड़ने के लिये एक भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग का उपयोग किया जा रहा है। भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) के जहाज़ MV AAI पर 1000 मीट्रिक टन गिट्टी (क्रश्ड स्टोन) लादकर उसे असम के धुबरी बंदरगाह से बांग्लादेश के नारायणगंज तक ले जाना है। इस गिट्टी को ट्रकों के ज़रिये भूटान के फुंटशोलिंग से लाया गया था, जो असम स्थित धुबरी घाट जेटी से 160 किलोमीटर दूर है। भूटान स्थल मार्ग के ज़रिये बांग्लादेश में विभिन्न निर्माण परियोजनाओं के लिये व्यापक मात्रा में गिट्टी का निर्यात करता रहा है। इस कार्गो से भारत के अंतर्देशीय जलमार्गों के ज़रिये भूटान और बांग्लादेश के बीच गिट्टी के साथ-साथ अन्य कार्गो के निर्यात की संभावना बन सकती है। भूटान के निर्यातकों और आयातकों को इस मार्ग का इस्तेमाल करने से परिवहन लागत में पर्याप्त बचत हो सकती है।
भारत और अमेरिका के बीच 12 जुलाई को नई दिल्ली में व्यापार प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उच्च भारतीय व्यापार दरों पर टिप्पणी के बीच दोनों देशों के बीच यह वार्ता हुई। इसके तहत यूएस ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव के एक दल ने वाणिज्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की। जी-20 सम्मेलन के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार के मुद्दे पर हुई यह पहली वार्ता थी। वार्ता में भारत और अमेरिका के बीच विवादित कारोबारी मुद्दों पर विस्तार से बातचीत हुई। अमेरिका ने डेयरी और मेडिकल उपकरणों का भारतीय बाज़ार में प्रवेश आसान बनाने के लिए अपना पक्ष रखा, तो भारत ने अमेरिका की तरफ से स्टील और एल्यूमिनियम पर लगाए गए आयात शुल्क को लेकर अपनी चिंताओं से अवगत कराया। विदित हो कि इस वर्ष 5 जून से अमेरिका ने भारत को निर्यात पर मिल रही रियायतें वापस ले ली थीं, जिसके बाद 16 जून को भारत ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए अमेरिका से आयात होने वाले 28 उत्पादों पर आयात शुल्क में वृद्धि कर दी थी।
ICC विश्व कप क्रिकेट के 12वें संस्करण में लंदन के लॉर्ड्स मैदान पर खेले गए बेहद रोमांचक फाइनल मैच में 14 जुलाई को इंग्लैंड ने न्यूज़ीलैंड को हराकर पहली बार विजेता बनने का गौरव हासिल किया। इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच गया फाइनल मैच पहलिये टाई हुआ क्योंकि दोनों ही टीमों ने निर्धारित 50 ओवरों में 241 रन बनाए। इसके बाद मैच में सुपर ओवर खेला गया, जिसमें इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाज़ी की और एक ओवर में 15 रन बनाए। इसके बाद न्यूजीलैंड ने भी सुपर ओवर में 15 रन बनाए। इस प्रकार सुपर ओवर भी टाई हो गया। लेकिन ICC के नियमानुसार इंग्लैंड को विजेता घोषित किया गया, क्योंकि उसने अपनी पारी के दौरान ज़्यादा चौके मारे थे। इंग्लैंड के बेन स्टोक्स को मैन ऑफ द मैच तथा न्यूज़ीलैंड के कप्तान केन विलियमसन को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया।
लॉन टेनिस की सर्वाधिक प्रतिष्ठित मानी जाने वाली विंबलडन प्रतियोगिता के 133वें संस्करण का आयोजन लंदन में हुआ। प्रतियोगिता में महिला वर्ग के फाइनल में रोमानिया की सिमोना हालेप ने 8 बार की विंबलडन विजेता अमेरिका की सेरेना विलियम्स को हराकर पहली बार महिला वर्ग का खिताब जीता। पुरुष वर्ग के रोमांचक फाइनल में पिछले विजेता सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने स्विट्ज़रलैंड के रोज़र फेडरर को पराजित किया। 4 घंटे 57 मिनट तक चला मैच यह विंबलडन के इतिहास में सबसे लंबे समय तक चला फाइनल मैच था। ज्ञातव्य है कि विंबलडन दुनिया में सबसे पुराना टेनिस टूर्नामेंट है और प्रतियोगियों के लिये अनिवार्य ड्रेस कोड इसकी परंपराओं का एक हिस्सा है।