Rapid Fire करेंट अफेयर्स (10 July) | 10 Jul 2019
- सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने पंजाब और जम्मू में पाकिस्तानी सीमा पर घुसपैठ रोधी उपायों को और पुख्ता बनाने ले लिये एक बड़ा अभियान शुरू किया है। हाल ही में शुरू हुए इस अभियान को सुदर्शन कोड नाम दिया गया है और यह 1000 किलोमीटर लंबी भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा को कवर करेगा। ज्ञातव्य है कि जम्मू में पाकिस्तान के साथ संवेदनशील अंतर्राष्ट्रीय सीमा की लंबाई 485 किलोमीटर और पंजाब में 553 किलोमीटर है। इसके बाद यह पश्चिमी हिस्से में राजस्थान और गुजरात की ओर है। ‘सुदर्शन’ अभियान के तहत भारी मशीनरी, बातचीत को इंटरसेप्ट करने वाले उपकरण और मोबाइल बुलेटप्रूफ बंकर को शामिल किया गया है तथा हज़ारों BSF सैनिक इससे जुड़े हैं। 1 से 15 जुलाई तक चलाए जाने वाले इस अभियान का उद्देश्य आतंकवादियों की घुसपैठ, नशीले पदार्थों की खेप भेजने के खिलाफ और पाकिस्तान की ओर से बिना किसी उकसावे की गोलीबारी का मुँहतोड़ जवाब देने के लिये सीमा को सील करके भारतीय रक्षा स्थिति एवं ठिकाने को मज़बूत करना है। आपको बता दें कि BSF एक अर्द्धसैनिक बल है, जिसकी स्थापना 1 दिसंबर, 1965 को शांतिकाल के दौरान भारत की सीमाओं की रक्षा और अंतर्राष्ट्रीय अपराध को रोकने के लिये की गई थी।
- भारत वर्ष 2019-2025 की अवधि के दौरान बांग्लादेश के 1800 लोकसेवकों को प्रशासन एवं लोक नीति में नैतिक मूल्यों को लेकर प्रशिक्षण देगा। प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत (DRPG) विभाग के तहत आने वाले मसूरी स्थित संस्थान राष्ट्रीय सुशासन केंद्र (NCGG) और बांग्लादेश के लोक प्रशासन मंत्रालय के बीच इसके लिये एक समझौता इसी वर्ष हुआ था।। यह दूसरी बार हो रहा है जब बांग्लादेश के लोकसेवकों को प्रशिक्षण देने के लिये राष्ट्रीय सुशासन केंद्र ने समझौता किया है। राष्ट्रीय सुशासन केंद्र में पाँच साल पहले भी 1500 बांग्लादेशी लोकसेवकों को प्रशिक्षित किया गया था। राष्ट्रीय सुशासन केंद्र भारत सरकार के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग के तहत एक स्वायत्त संस्थान है, इसका मुख्यालय नई दिल्ली में तथा पंजीकृत कार्यालय मसूरी में है। यह केंद्र अध्ययन, प्रशिक्षण, ज्ञान साझा करने और अच्छे विचारों को बढ़ावा देकर शासन में सुधार लाने में सहायता प्रदान करने के लिये स्थापित किया गया है।
- हज यात्रा के लिये काउंसिल जनरल आफ इंडिया, जेद्दाह ने हज यात्रियों की सुविधा के लिये एक मोबाइल एप शुरू किया है। इंडियन हज इनफॉरर्मेशन सिस्टम नामक इस एप का उद्देश्य हज यात्रा को सुविधाजनक बनाना है। इसमें हज यात्री का पासपोर्ट नम्बर, मक्का, मदीना, मिना में रिहाइश का विवरण, उड़ान विवरण के साथ इमरजेंसी कॉन्टेक्ट टोल फ्री नंबर भी है, जिस पर यात्री इंडियन हज ऑफिस से संपर्क कर सकते हैं। साथ ही इस एप में खादिमुल हुज्जाज (हज यात्रा में सहायता करने वाले) की तैनाती, अस्पताल एवं रेस्टोरेंट आदि की सूचनाएँ उपलब्ध रहेंगी। सऊदी अरब में हज के दौरान यात्रियों को हर समय अपने साथ पहचान-पत्र, ई-ब्रेसलेट, पासपोर्ट व वीज़ा की कॉपी रखनी होगी। उड़ान की रवानगी से पहले यात्रियों को सऊदी अरब का सिम कार्ड दिया जाएगा, जिसको जेद्दाह एयरपोर्ट पहुँचकर फिंगर प्रिंट लेने के बाद एक्टीवेट किया जा सकेगा।
- कंज़र्वेटिव पार्टी के नेता किरियाकोस मित्सोताकिस ने चुनावों में जीत हासिल करने के बाद ग्रीस के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्होंने वामपंथी नेता एलेक्सिस सिप्रास को हराया था। उन्होंने आर्थिक संकट को खत्म करने की प्रतिबद्धता जताई है। उनकी न्यू डेमोक्रेसी पार्टी ने 40 प्रतिशत वोट हासिल कर 300-सदस्यीय संसद में 158 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि एलेक्सिस सिप्रास की वामपंथी सीरीजा पार्टी को 31.5 प्रतिशत मत मिले। ग्रीस का आर्थिक संकट दुनियाभर में जाना जाता है, जबकि अब काफी हद तक वह इससे उबर चुका है। ग्रीस को आर्थिक संकट से उबारने के लिये यूरोज़ोन बेलआउट पैकेज दिया गया था, जो 8 साल तक चला। इसके बाद ही ग्रीस आर्थिक संकट का सामना कर पाने में सक्षम हो सका।
- भारतीय टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ को बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी का प्रमुख नियुक्त किया गया है। अपनी इस नई भूमिका में वह कोचिंग और प्रशिक्षण के अलावा पुरुष एवं महिला सीनियर टीमों के कोच के साथ मिलकर काम करेंगे। वर्तमान में अंडर 19 टीम-ए के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ बेंगलुरु स्थिति राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के हेड ऑफ क्रिकेट ऑपरेशंस बनाए गए हैं। ज्ञातव्य है कि टीम इंडिया के लिये 500 से ज़्यादा अंतर्राष्ट्रीय मैच 164 टेस्ट और 344 एकदिवसीय मैच खेल चुके राहुल द्रविड़ ने 24 हज़ार से अधिक रन बनाए हैं। उन्होंने 25 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया की कप्तानी भी की।
- पाकिस्तान की प्रसिद्ध समाजसेवी संस्था ईधी फाउंडेशन के संस्थापक अब्दुल सत्तार ईधी का 5 जुलाई को कराची में निधन हो गया। उन्होंने वर्ष 1957 में कराची शहर से एंबुलेंस सेवा और डिस्पेंसरी सेवा शुरू की थी। आज यह फाउंडेशन अपनी हज़ारों एंबुलेंसों के ज़रिये पाकिस्तान के चारों प्रांतों में लोगों की सहायता कर रहा है। उन्हें कई अंतर्राष्ट्रीय पुरकार मिल चुके हैं, जिनमें लेनिन शांति पुरस्कार, रमन मैग्सेसे पुरस्कार, पॉल हैरिस फेलो, रोटरी इंटरनेशनल फाउंडेशन सम्मान शामिल हैं। उन्हें कई बार नोबेल शांति पुरस्कार के लिये भी नामित किया गया था।