सरकार ने लोकसभा में जानकारी देते हुए बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत अब तक ग्रामीण भारत में 9.8 करोड़ से भी ज्यादा शौचालयों का निर्माण किया गया है। राष्ट्रीय स्वच्छता कवरेज़ आज 99 प्रतिशत से अधिक हो गया है, जबकि 2014 में यह 39 प्रतिशत था। इस प्रकार स्वच्छ भारत मिशन अक्तूबर, 2019 तक खुले में शौच से मुक्त (ODF) भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की राह पर है। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत 5.57 लाख से अधिक गाँव और 616 जिले खुले में शौच से मुक्त घोषित किये गए हैं। अब तक 30 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने स्वयं को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया है। ज्ञातव्य है कि 2 अक्तूबर, 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन के पास स्वयं झाड़ू लगाकर स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) स्वच्छ भारत अभियान की तारीफ करते हुए कह चुका है कि इसकी वज़ह से अक्तूबर 2014 और अक्तूबर 2019 के बीच तीन लाख से अधिक लोगों को मौत के मुँह में जाने से बचा लिया जाएगा।
20 साल तक चली बातचीत के बाद यूरोपीय संघ और दक्षिणी अमेरिकी इकोनॉमिक ब्लॉक ने मुक्त व्यापार समझौते पर सहमति जताई है। इस ब्लाक को मर्कोसुर (Mercosur) के नाम से जाना जाता है तथा अर्जेंटीना, ब्राज़ील, पराग्वे और उरुग्वे जैसे देश इसके सदस्य हैं। वेनेज़ुएला भी इसका सदस्य था, लेकिन समूह के आधारभूत मानकों को पूरा न कर पाने के कारण उसे वर्ष 2016 में इससे हटा दिया गया। इस समझौते का उद्देश्य ट्रेड टैरिफ हटाना, उपभोक्ताओं के लिये आयातित उत्पाद सस्ते करना और दोनों पक्षों के देशों में कंपनियों के लिये आयात बढ़ाना है। मर्कोसुर सदस्यों देशों का यूरोपीय संघ के साथ हुआ यह समझौता वस्तुओं और सेवाओं के लिये एक बाज़ार बनाएगा जिसमें करीब 80 करोड़ लोगों तक पहुँच बन सकेगी।
संयुक्त राष्ट्र संस्था अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) ने गर्म धरती पर कार्य करना-गर्मी से उत्पन्न दबाव का श्रम उत्पादकता एवं साफ सुथरे कार्य पर प्रभाव (Working on a Warmer Planet-The Impact of Heat Stress on Labour Productivity & Decent Work) शीर्षक से अपनी रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के अनुसार, वायुमंडल का तापमान बढ़ने से वर्ष 2030 में भारत में 5.8% काम के घंटों का नुकसान हो सकता है। उत्पादकता की इस क्षति का कुल नुकसान 3.4 करोड़ पूर्णकालिक नौकरियों के बरारबर होगा तथा इससे कृषि एवं निर्माण क्षेत्र खासतौर पर प्रभावित होंगे। भीषण गर्मी के कारण वर्ष 2030 तक दुनियाभर में कुल कामकाजी घंटों में 2.2% की कमी आ सकती है तथा इससे आठ करोड़ पूर्णकालिक नौकरियों की उत्पादकता का ह्रास होगा। इस रिपोर्ट में ऊष्मागत तनाव के कारण वर्ष 2030 तक वैश्विक स्तर पर कुल 2400 अरब डॉलर का वित्तीय नुकसान होने की संभावना जताई गई है।
उत्तर प्रदेश कैडर की IPS ऑफिसर और इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) की DIG अपर्णा कुमार उत्तरी अमेरिका की सबसे ऊँची चोटी माउंट डेनाली पर तिरंगा फहराने वाली पहली महिला IPS बन गई हैं। माउंट डेनाली की समुद्र स्तर से ऊँचाई 20,301 फीट है। इसके साथ ही अपर्णा कुमार ने विश्व की सात पर्वतमालाओं की सबसे ऊँची चोटियों पर आरोहण करने में सफलता पाई है। इनमें माउंट एवरेस्ट, माउंट किलिमंजारो, माउंट एल्ब्रुस, कार्सटेंस पिरामिड, विन्सन मैसिफ व माउंट एकांकागुआ शामिल हैं।
टीम इंडिया के बैट्समैन अंबाती रायडू ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया है। गौरतलब है कि अंबाती रायडू ने 55 एकदिवसीय मैचों में 47.05 की औसत से 1694 रन बनाए तथा 6 अंतर्राष्ट्रीय टी-20 मैचों में 10.50 की औसत से 42 रन बनाए। उन्हें टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला। अंबाती रायडू को BCCI की तरफ से विश्व कप के लिये रिज़र्व खिलाड़ियों में रखा गया था। इसके बावजूद विश्व कप के बीच सलामी बल्लेबाज़ शिखर धवन और नंबर चार पर खेलने वाले विजय शंकर के चोटिल होने पर भी उन्हें टीम में नहीं शामिल किया गया।
4 जुलाई को पिंगाली वैंकेया की जयंती मनाई गई। आज देश में बहुत कम लोग यह जानते हैं कि हमारा राष्ट्रीय ध्वज पिंगाली वैंकेया का ही डिज़ाइन किया हुआ है। 2 अगस्त, 1876 को जन्मे पिंगाली वैंकेया 19 वर्ष की उम्र में ब्रिटिश आर्मी से जुड़े और अफ्रीका में एंग्लो-बोएर (Anglo-Boer) युद्ध में हिस्सा लिया तथा यहाँ वह महात्मा गांधी से मिले। वर्ष 1921 में उन्होंने केसरिया और हरा झंडा सामने रखा था, जिसमें लाला हंसराज ने चरखा जोड़ा और महात्मा गांधी ने सफेद पट्टी जोड़ने का सुझाव दिया था। ज्ञातव्य है कि भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को इसके वर्तमान स्वरूप में 22 जुलाई, 1947 को आयोजित भारतीय संविधान सभा की बैठक के दौरान अपनाया गया था, जो 15 अगस्त, 1947 को भारत की स्वतंत्रता के कुछ ही दिन पूर्व आयोजित हुई थी। बाद में इसमें से चरखे को हटाकर सम्राट अशोक के धर्मचक्र को शामिल किया गया। पिंगाली वैंकेया का निधन 4 जुलाई 1963 को हुआ था तथा वर्ष 2009 में उन पर डाक टिकट जारी किया गया।