भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज 1 और 2 मार्च को अबु धाबी में इस्लामिक सहयोग संगठन (Organisation of Islamic Cooperation-OIC) के विदेश मंत्रियों की परिषद के 46वें सत्र के उद्घाटन समारोह को संबोधित करेंगी। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने सुषमा स्वराज को 'गेस्ट ऑफ ऑनर' के रूप में आमंत्रित किया है। गौरतलब है कि इस्लामिक सहयोग संगठन 1969 में स्थापित किया गया एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है, जिसमें 57 सदस्य राष्ट्र शामिल हैं। इसमें से 40 मुस्लिम बहुल देश हैं।
नीति आयोग ने आर्थिक विकास एवं कल्याण संस्थान के साथ मिलकर हाल ही में भारतीय बैंकिंग के भविष्य पर एक सम्मेलन का आयोजन किया। नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस सम्मेलन का उद्देश्य भारत में बैंकिंग क्षेत्र पर विचार-विमर्श को बढ़ावा देना और उसके दायरे का विस्तार करना था। इसके अलावा भारतीय अर्थव्यवस्था की बढ़ती ऋण आवश्यकताओं की अधिकतम पूर्ति के लिये भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के सतत विकास के हेतु रोडमैप तैयार करने में सहायता किये जाने पर भी इस सम्मेलन में चर्चा हुई। सम्मलेन में डॉ. राजीव कुमार ने पिछले 4 वर्षों में भारतीय बैंकिंग प्रणाली द्वारा अर्जित की गई उल्लेखनीय प्रगति को रेखांकित किया जिसने ऋण को विस्तारित करने तथा भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में तेज़ी लाने के दीर्घकालिक उपाय के लिये एक मज़बूत बुनियाद उपलब्ध कराई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के इंडिया गेट के निकट राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (National War Memorial) का 25 फरवरी को उद्घाटन किया। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक को आज़ादी के बाद से विभिन्न युद्धों में शहीद होने वाले लगभग 26 हज़ार सैनिकों के सम्मान में बनाया गया है। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के विन्यास में चार संकेंद्री वृत्त (Layers) शामिल हैं, जिनके नाम हैं- 'अमर चक्र', 'वीरता चक्र', 'त्याग चक्र' और 'रक्षक चक्र'। इस मेमोरियल में सेना, नौसेना और वायुसेना के 6 अहम युद्धों का जिक्र है। यह 40 एकड़ जमीन पर 176 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है। गौरतलब है कि अंग्रेजों ने पहले विश्वयुद्ध में और अफगान कैंपेन के दौरान मारे गए करीब 84 हज़ार भारतीय सैनिकों की याद में इंडिया गेट बनाया था।
ओडिशा में दूरदराज़ के इलाकों इलाकों में मरीजों को अस्पताल पहुँचाने के लिये राज्य सरकार ने बोट एंबुलेंस सेवा शुरू की है। इस पर 5.40 करोड़ रुपए की लागत आई है और फिलहाल इस बेड़े में छह बोट एंबुलेंस शामिल की गई हैं। ये बोट एम्बुलेंस '108' एम्बुलेंस सेवा का हिस्सा होंगी। इनमें से दो-दो एंबुलेंस मलकानगिरी और केंद्रपाड़ा ज़िलों को दी गई हैं और एक-एक एम्बुलेंस कोरपुट तथा कालाहांडी को दी गई हैं। इन इलाकों में लोगों को 108 एम्बुलेंस सेवा प्राप्त करने में समस्याएँ आती हैं, क्योंकि इन नदियों और बांधों के रूप में बड़े जल निकायों के बीच सड़क आवागमन में कठिनाई होती है।
भारतीय वैज्ञानिकों ने कवक (Fungi) की विशेष प्रजातियों की खोज की है, जो रक्त कैंसर की रोकथाम और उपचार में सहायक हो सकते हैं। अंटार्कटिका में शोध कर रहे इन वैज्ञानिकों ने जिन प्रजातियों की खोज की है, उनसे रक्त कैंसर के इलाज में उपयोग होने वाले एंज़ाइम का उत्पादन किया जा सकता है। वैज्ञानिकों को मिली इन कवक प्रजातियों में शुद्ध एल-एस्पेरेजिनेज़ नामक एंज़ाइम पाया गया है। इस एंज़ाइम का उपयोग एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया नामक रक्त कैंसर के उपचार की एंजाइम-आधारित कीमोथेरेपी में किया जाता है। रक्त कैंसर का यह प्रकार बच्चों में सर्वाधिक देखने को मिलता है। आपको बता दें कि राष्ट्रीय ध्रुवीय एवं समुद्री अनुसंधान केंद्र, गोवा और IIT हैदराबाद के वैज्ञानिकों ने अंटार्कटिका के Schirmacher Hills, Dronning Maud Land की मिट्टी और काई से कवक प्रजातियों के 55 नमूने अलग किये थे। इनमें शामिल 30 नमूनों में शुद्ध एल-एस्पेरेजिनेज एंज़ाइम पाया गया है। ऐसे एंज़ाइमों का उपयोग कैंसर जैसी बीमारियों के लिये प्रभावशाली दवाएँ तैयार करने के लिये किया जा सकता है।
भारतीय शोधकर्त्ताओं ने मेंढक की एक नई प्रजाति का पता लगाया है। माइक्रोहाइडलिडी परिवार के मेंढक की यह प्रजाति केरल के दक्षिणी-पश्चिमी घाट में सड़क किनारे मौजूद अस्थायी पोखर में पाई गई है। मेंढक की इस प्रजाति की आंतरिक एवं बाह्य संरचना, आवाज, लार्वा अवस्था और DNA Samples का अध्ययन करने के बाद शोधकर्त्ता इस नतीजे पर पहुंचे हैं। विकासवादी जीव-विज्ञानी प्रो. फ्रैंकी बोसुइट के नाम पर इस नई प्रजाति को मिस्टीसेलस फ्रैंकी नाम दिया गया है। यह प्रजाति दक्षिण-पूर्वी एशिया के माइक्रोहाइलिने उप-परिवार के मेंढकों से मिलती-जुलती है। इसकी करीबी प्रजातियाँ लगभग दो हज़ार किलोमीटर दूर दक्षिण-पूर्व एशिया के भारत-बर्मा और सुंडालैंड के वैश्विक जैव विविधता क्षेत्रों में पाई जाती हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, मेंढक की यह प्रजाति अपने दक्षिण-पूर्व एशियाई संबंधियों से लगभग चार करोड़ वर्ष पूर्व अलग हो गई थी।
उत्तर प्रदेश के बागपत में सिनौली साइट से दुर्लभ पुरावशेषों के मिलने का सिलसिला जारी है। इस बार एक खाई से विभिन्न आकारों के मृदभांड मिले हैं। पुरातात्त्विक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण सिनौली साइट पर इसी वर्ष 15 जनवरी को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण तथा भारतीय पुरातत्व संस्थान ने संयुक्त रूप से तीसरे चरण की खुदाई शुरू कराई थी। इस बार आठ परीक्षण खाइयों (Trial Trenches) में एक साथ उत्खनन कराया जा रहा है। तीसरे चरण की खुदाई में यहाँ से एक मानव कंकाल के अलावा ताम्र निर्मित दुर्लभ तलवार, बड़े-छोटे आकार के मृदभांड, शाही ताबूत में बंद महिला का कंकाल, स्वर्णनिधि आदि पुरावशेष मिल चुके हैं। इससे पहले 2018 में भी यहाँ रथ एवं ताबूत मिले थे।
पृथ्वी से करीब 34 करोड़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित रायुगु नामक क्षुद्रग्रह (Asteroid) पर 22 फरवरी को जापान का अंतरिक्ष यान सफलतापूर्वक उतर गया। जापान स्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) का हायाबुसा-2 यान रायुगु से नमूने जुटाएगा जिनसे सौरमंडल की उत्पत्ति से जुड़े रहस्यों से पर्दा उठ सकता है। हायाबुसा-2 पिछले वर्ष जून से 900 मीटर चौड़े इस क्षुद्रग्रह के आसपास मंडरा रहा है और साढ़े सात घंटे में इस क्षुद्रग्रह का एक चक्कर पूरा करता है। गौरतलब है कि हायाबुसा-2 को दिसंबर, 2014 में तानेगाशिमा स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था। अपने मिशन को पूरा कर यह 2020 के अंत तक धरती पर लौटेगा।
22 फरवरी को इज़राइल ने अपने पहले निजी वित्त पोषित अंतरिक्ष यान को अमेरिका के फ्लोरिडा से सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया। एलन मस्क के स्पेसएक्स फाल्कन-9 रॉकेट पर लैंडर बेयरशीट (हिब्रू भाषा में बाइबिल के पहले शब्द जिसका अर्थ है ‘शुरुआत में’) को केप कैनेवरल एयर फोर्स स्टेशन से लॉन्च किया गया। 10 करोड़ डॉलर की परियोजना ‘बेयरशीट’ को इज़राइल की गैर-लाभकारी संस्था SpaceIL और उसके साझेदारों ने विकसित किया है। मानवरहित इस यान का वज़न 1300 पौंड है और यह लगभग सात हफ्ते में चंद्रमा पर पहुँच कर वहाँ की चट्टानी सतह के चित्रों को भेजने के साथ उसके चुंबकीय क्षेत्र पर प्रयोग करेगा।
सऊदी अरब ने राजकुमारी रीमा बिंत बंदार को अमेरिका में अपना राजदूत नियुक्त किया है। वह राजकुमार खालिद बिन सलमान की जगह लेंगी, जिन्हें उप रक्षा मंत्री बनाया गया है। आपको बता दें कि राजकुमारी रीमा बिंत बंदार किसी भी देश में सऊदी अरब की पहली महिला राजदूत हैं। वह सुल्तान अल सऊद की बेटी हैं, जो 1983 से 2005 तक अमेरिका में सऊदी अरब के राजदूत रह चुके हैं। राजकुमारी रीमा ने सऊदी अरब की राजधानी रियाद में जेहरा ब्रेस्ट कैंसर एसोसिएशन की स्थापना भी की है, जिसका उद्देश्य ब्रेस्ट कैंसर के प्रति सऊदी की महिलाओं को जागरूक करना है।
भारतीय अभिनेत्री और शिक्षिका स्वरूप संपत रावल वैश्विक शिक्षक पुरस्कार वर्की फाउंडेशन ग्लोबल टीचर प्राइज़ के शीर्ष दस दावेदारों की सूची में शामिल हैं। सांसद और अभिनेता परेश रावल की पत्नी स्वरूप रावल ने भारतीय समाज के विविध वर्गो के बच्चों तक पहुँच बनाने के लिये अनूठे शैक्षिक तरीकों का उपयोग किया। स्वरूप रावल की शिक्षा की पहुँच न सिर्फ आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर बच्चों, बल्कि उच्च वर्ग के स्कूली बच्चों तक है। वह शिक्षा देने के तौर-तरीकों में ड्रामा, सामूहिक चर्चा, बहस, खेल, गायन और ड्राइंग का इस्तेमाल करती हैं। वह 1979 में मिस इंडिया चुनी गई थीं। इस पुरस्कार के तहत दस लाख डॉलर (करीब 7.10 करोड़ रुपए) की राशि दी जाती है। इस पुरस्कार के लिये दुनिया के 179 देशों से करीब दस हजार आवेदन मिले थे। इस वर्ष के पुरस्कार की घोषणा दुबई में अगले माह होने वाले ग्लोबल एजुकेशन एंड स्किल्स फोरम (GESF) में की जाएगी।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा अपने इनसाइट लैंडर के जरिये रोज़ मंगल के मौसम की जानकारी देने की तैयारी में है। इनसाइट के साथ गए ऑक्जिलियरी पेलोड सब-सिस्टम (APSS) पर काम करने वाले वैज्ञानिकों के अनुसार, इनसाइट लैंडर मंगल की भूमध्य रेखा के नजदीक है। यह उससे ठीक उत्तर में है, इसलिये यह वहाँ चल रहे सर्दी के मौसम का अनुभव करने में सक्षम है। APSS एक मौसम सेंसर है, जो वहाँ आने वाले भूकंप का पता लगाने में भी सहायक होगा। यह मंगल पर होने वाले कंपनों के बारे में जानकारी देने के साथ ही लगातार काम करते हुए वहाँ के मौसम की विस्तृत जानकारी देने का काम भी करेगा। गौरतलब है कि 5 मई, 2018 को लॉन्च किया गया इनसाइट पिछले साल 26 नवंबर को मंगल ग्रह पर उतरा था।
हॉलीवुड के 91वें एकेडमी अवार्ड्स यानी ऑस्कर अवार्ड्स (Oscar Awards) में बेस्ट पिक्चर: ग्रीन बुक, बेस्ट डायरेक्टर: अलफॉन्सो क्यूरॉन (रोमा), बेस्ट एक्टर: रामी मालेक, बेस्ट एक्ट्रेस-ओलिविया कोलमैन, सर्वश्रेष्ठ एनिमेटिड फीचर फिल्म: Spider-Man: Into The Spider-Verse तथा मेक्सिको की 'रोमा' को सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म का पुरस्कार मिला। शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म केटेगरी में भारत में उत्तर प्रदेश के हापुड़ ज़िले के काठी खेड़ा गाँव की रहने वाली युवती सुमन पर बनी फिल्म पीरियड एंड ऑफ सेंटेंस (Period: End Of Sentence) को ऑस्कर पुरस्कार मिला है। भारतीय फिल्म निर्माता गुनीत मोंगा की इस फिल्म को ईरानी-अमेरिकन फिल्म डायरेक्टर रयाक्ता जहताबची और मैलिसा बर्टन ने निर्देशित किया है। गौरतलब है कि ऑस्कर अवार्ड विश्व में फिल्म जगत के सर्वाधिक लोकप्रिय, चर्चित एवं प्रतिष्ठित पुरस्कार हैं और इनकी शुरुआत 1929 में हुई थी।