स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने 1 सितंबर से सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पादों पर छपने वाली चेतावनी और फोटो बदलने का फैसला किया है। इसके लिये सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद (पैकेजिंग और लेबलिंग) नियम, 2008 में संशोधन करके सभी तंबाकू उत्पाद पैक के लिये स्वास्थ्य चेतावनियों के नए सेटों को जारी कर दिया गया है। इस संशोधन के माध्यम से दो चित्रों को अधिसूचित किया गया और यह धारा जोड़ी गई कि स्वास्थ्य चेतावनी का दूसरा चित्र ,चित्र-1 के लागू होने की तारीख से एक वर्ष पूरा होने के बाद लागू होगा अर्थात् 1 सितंबर, 2019 को या उसके बाद निर्मित, पैकेज और आयातित सभी तम्बाकू उत्पादों चित्र-2 प्रदर्शित किया जाएगा। तंबाकू उत्पादों के धूम्रपान और धूम्रपान रहित दोनों रूपों के लिये एक सामान्य निर्दिष्ट स्वास्थ्य चेतावनी होगी। विदित हो कि ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे-2 (2016-17) के अनुसार, 15 वर्ष या उससे अधिक आयु वर्ग में सिगरेट धूम्रपान करने वालों में 61.9 प्रतिशत, वर्तमान बीड़ी धूम्रपान करने वालों में 53.8 प्रतिशत और वर्तमान धूम्रपान रहित तंबाकू का 46.2 प्रतिशत ने सिगरेट, बीड़ी और धूम्रपान रहित तंबाकू के पैकेट पर चेतावनी लेबल के कारण छोड़ने के बारे में सोचा।
भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद (TPCI) आगामी जनवरी महीने में दिल्ली-एनसीआर में आयोजित किये जाने वाले वर्ष 2020 संस्करण में ‘इंडसफूड-टेक’ और ‘इंडसफूड-केम’ नामक दो प्रदर्शनियों की शुरुआत करेगी। इसके परिणामस्वरूप इंडसफूड एक पूर्ण रूप से एकीकृत खाद्य प्रसंस्करण लाइफसाइकिल आयोजन के रूप में स्थापित हो जाएगी। इंडसफूड-2020 में 1500 से भी अधिक शीर्ष वितरकों, खुदरा विक्रेताओं, खाद्य प्रसंस्करण यूनिटों और आयातकों के भाग लेने की आशा है। इनमें किफायती खाद्य एवं पेय प्रसंस्करण तकनीकों में भारत की क्षमता को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ ही इस दौरान खाद्य अवयवों के आपूर्तिकर्ताओं को सार्क, अफ्रीका और यूरेशियाई देशों के खरीदारों के समक्ष अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा। देश में आधुनिक खाद्य प्रसंस्करण तकनीकों को बिग डेटा कंप्यूटिंग, ब्लॉकचेन, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और व्यापक वर्चुअल प्रक्रिया प्रबंधन युक्त मशीन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित अनुप्रयोगों के साथ एकीकृत कर खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के परिदृश्य में व्यापक बदलाव लाए जा सकते हैं। वर्ष 2019 में आयोजित पिछले संस्करण यानी प्रदर्शनी में 1.2 अरब अमेरिकी डॉलर का कारोबार हुआ था।
मंगल ग्रह के बाद अब वैज्ञानिक बृहस्पति (जुपिटर) ग्रह पर जीवन की संभावनाओं की तलाश करने में लगे हैं। बृहस्पति ग्रह के चंद्रमा पर जीवन का पता लगाने के लिये अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने अपने यूरोपा क्लिपर मिशन के अगले चरण की जानकारी दी है। इसके तहत नासा वर्ष 2023 में Europa Clipper Spacecraft अंतरिक्ष में भेजेगा। विदित हो कि नासा वर्ष 2015 से ही इसकी तैयारी कर रहा है। यह बृहस्पति के चंद्रमा यूरोपा पर जीवन का पता लगाएगा। यूरोपा क्लिपर मिशन का प्रबंधन नासा के मार्स स्पेस फ्लाइट सेंटर में प्लैनेटरी मिशन प्रोग्राम कार्यालय द्वारा किया जा रहा है। हंट्सविले, अलबामा और जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी एप्लाइड फिजिक्स लेबोरेटरी के सहयोग से पसाडेना, कैलिफोर्निया में जेट प्रोपल्सन प्रयोगशाला द्वारा इसका विकास किया जा रहा है। बृहस्पति के चंद्रमा पर जीवन के लिये उपयुक्त परिस्थितियों को खोजने में गैलीलियो और कैसिनी अंतरिक्ष यान से प्राप्त डेटा की मदद ली जा रही है।
रूस ने 22 अगस्त को ‘सोयूज़ एमएस-14’ अंतरिक्ष यान के ज़रिये एक मानवरहित रॉकेट अंतरिक्ष में भेजा था जो अपने साथ मनुष्य जैसा दिखने वाला एक आदमकद रोबोट FEDOR लेकर गया था। रूसी भाषा में FEDOR का पूरा नाम Final Experimental Demonstration Object Research है। इसकी लंबाई पाँच फीट 11 इंच है और इसका वज़न 160 किलोग्राम है। इस रोबोट के अंतरिक्ष में भेजने का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (ISS) में अंतरिक्ष यात्रियों की मदद करने के लिए 10 दिन का प्रशिक्षण देना था। लेकिन यह रोबोट पहले प्रयास में ISS के साथ डॉकिंग नहीं कर पाया। अब इसे ISS पर उतारने का दोबारा प्रयास किया जाएगा। कज़ाकिस्तान स्थित बैकानूर प्रक्षेपण केंद्र से रवाना हुए सोयूज़ को अंतरिक्ष केंद्र में 7 सितंबर तक रहना है।
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रह्लाद सिंह पटेल ने हाल ही में नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय के सभागार में आयोजित एक समारोह में 'द डायरी ऑफ मनु गांधी' (1943-44) पुस्तक का विमोचन किया। यह पुस्तक महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार द्वारा ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस के सहयोग से प्रकाशित की गई है। 'द डायरी ऑफ मनु गांधी' मूल रूप से गुजराती में संपादित की गई है और इसका अनुवाद त्रिदीप सुह्रद ने किया है। पहला खंड वर्ष 1943-1944 की अवधि को कवर करता है। मनु गांधी (मृदुला) महात्मा गांधी के भतीजे जयसुखलाल अमृतलाल गांधी की बेटी थीं जो गांधी जी की हत्या होने तक उनके साथ रहीं। वह वर्ष 1943 में आगा खान पैलेस में कारावास के दौरान कस्तूरबा गांधी की सहयोगी थीं। यह पुस्तक गांधीवादी अध्ययन और आधुनिक भारत के इतिहास में रुचि रखने वाले विद्वानों के लिये बहुत लाभदायक होगी।
भारत की बैडमिंटन खिलाड़ी पी.वी. सिंधु बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप (BWF) में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बन गई हैं। स्विट्जरलैंड कें बासेल में खेले गए फाइनल में उन्होंने जापान की नोजोमी ओकुहारा को सीधे गेमों में 21-7, 21-7 से पराजित किया। वर्ल्ड चैंपियनशिप में यह उनका पाँचवां मेडल है। सिंधु इस चैंपियनशिप में वर्ष 2017 और 2018 में रजत तथा 2013 व 2014 में कांस्य पदक जीत चुकी हैं। सिंधु से पहले साइना नेहवाल ने वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप 2015 में रजत पदक जीता था। वहीं वर्ष 1983 में पुरुष एकल में प्रकाश पादुकोण कांस्य पदक जीतने में सफल रहे थे।