सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2018-19 के लिये पश्चिम बंगाल की विकास दर 12.58 प्रतिशत रही, जो देश में सर्वाधिक है। पश्चिम बंगाल के बाद दूसरे स्थान पर आंध्र प्रदेश है जिसकी आर्थिक वृद्धि दर 11.02 प्रतिशत रही। वित्त वर्ष 2017-18 में भी आंध्र प्रदेश की विकास दर का आँकड़ा लगभग इतना ही था। इसी तरह तीसरे स्थान पर बिहार ने 10.53 प्रतिशत की विकास दर हासिल की है। वित्त वर्ष 2017-18 में भी बिहार की विकास दर दहाई अंकों में थी। गोवा, पंजाब और उत्तर प्रदेश विकास दर के मामले में निचले स्थान पर रहे। ज्ञातव्य है कि वित्त वर्ष 2018-19 के लिये 18 राज्यों और दो केंद्रशासित क्षेत्रों की विकास दर के आँकड़े सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर जारी किये हैं, जिन्हें संबंधित प्रदेश सरकारों के आर्थिक और सांख्यिकी निदेशालय से जुटाया गया है। हालाँकि, अरुणाचल प्रदेश, असम, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, केरल, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिज़ोरम, नगालैंड और त्रिपुरा सहित 11 राज्यों तथा अंडमान निकोबार द्वीपसमूह और चंडीगढ़ सहित दो केंद्रशासित क्षेत्रों की विकास दर के अनुमान अब तक उपलब्ध नहीं हैं। गौरतलब है कि वर्ष 2018-19 में देश की विकास दर 6.8% रही जो विगत पाँच वर्षों में सबसे कम है। हाल ही में मौद्रिक नीति समीक्षा के दौरान रिज़र्व बैंक ने इसके 7% से कम रहने का अनुमान जताया है।
हाल ही में युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) किरेन रिजीजू ने वर्ष 2016-17 के लिये विकास और स्वास्थ्य, मानवाधिकार संवर्द्धन, सक्रिय नागरिकता, समुदाय सेवा, समाज सेवा आदि के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य एवं योगदान के लिये एकल (15-29 वर्ष की आयु के बीच) एवं संगठनों को राष्ट्रीय युवा पुरस्कार प्रदान किये। युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के युवा मामले विभाग द्वारा दिये जाने वाले इन पुरस्कारों का उद्देश्य युवा खिलाड़ियों को राष्ट्रीय विकास एवं समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्टता अर्जित करने के लिये प्रेरित करना तथा युवाओं में समुदाय के प्रति ज़िम्मेदारी की भावना विकसित करना है। इसके अलावा युवाओं को प्रोत्साहित कर अच्छे नागरिकों के रूप में उनकी स्वयं की व्यक्तिगत क्षमता में सुधार लाना और समाज सेवा सहित राष्ट्रीय विकास के लिये युवाओं के साथ काम करने वाले स्वयंसेवी संगठनों द्वारा किये गए असाधारण कार्य को सम्मानित करना भी इन पुरस्कारों का उद्देश्य है। एकल पुरस्कार में एक पदक, एक प्रमाणपत्र और 50 हजार रुपए की पुरस्कार राशि दी जाती है। युवा संगठन को दिये जाने वाले पुरस्कार में एक पदक, एक प्रमाणपत्र और 2 लाख रुपए की पुरस्कार राशि होती है।
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर की हालिया चीन यात्रा के दौरान भारत और चीन के बीच चार समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इन समझौतों में सांस्कृतिक आदान-प्रदान, स्वास्थ्य सुविधाएँ, खेल और संग्रहालय प्रबंधन में सहयोग के क्षेत्र शामिल हैं। दोनों देश सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण, सांस्कृतिक गतिविधियों के आयोजन और पुरातात्विक धरोहर स्थलों के प्रबंधन को बढ़ावा देने पर भी सहमत हुए। अपने-अपने राष्ट्रीय खेल एसोसिएशनों, खिलाड़ियों और युवाओं के बीच आदान-प्रदान बढ़ाने पर भी रज़ामंदी हुई, ताकि अंतर्राष्ट्रीय खेल कार्यक्रमों पर सहयोग मज़बूत किया जा सके। दोनों देश वर्ष 2020 के लिये द्विपक्षीय वार्ताओं को लेकर एक कार्ययोजना बनाने तथा चीन के विदेश मंत्रालय और भारतीय विदेश मंत्रालय के बीच ‘प्रोटोकॉल’ को लागू करने पर भी सहमत हुए।
सऊदी अरब की कंपनी सऊदी अरैमको (Saudi Aramco) ने रिलायंस इंडस्ट्रीज़ (RIL) के रिफाइनरी और केमिकल कारोबार में 20% हिस्सेदारी खरीदने का फैसला किया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज़ में अरैमको 75 अरब डॉलर का निवेश करेगी। यह रिलायंस के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) होगा। सऊदी अरैमको एक प्रस्तावित स्पेशल परपज़ व्हीकल (एसपीवी) में 20% की हिस्सेदारी लेगी। इस निवेश के तहत सऊदी अरैमको RIL की गुजरात के जामनगर स्थित दो रिफाइनरियों में प्रतिदिन पाँच लाख बैरल या वार्षिक 2.5 करोड़ टन कच्चे तेल की आपूर्ति करेगी। इन दोनों रिफाइनरियों की कुल उत्पादन क्षमता 6.82 करोड़ टन वार्षिक है। ये दोनों रिफाइनरियाँ और केमिकल कारोबार इस SPV का हिस्सा होंगे। आपको बता दें कि सऊदी अरैमको सऊदी अरब की सरकारी पेट्रोलियम कंपनी है और भारत में बड़े पैमाने पर निवेश की इच्छुक है। सऊदी अरैमको संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की कंपनी अबु धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (ADNOC) के साथ मिलकर महाराष्ट्र के एक मेगा रिफायनरी-सह-पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स में भी 50% फीसदी हिस्सेदारी लेने की योजना बना रही है। यह कॉम्प्लेक्स भारत की सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा बनाया जा रहा है और इसके निर्माण पर 60 अरब डॉलर का खर्च आने का अनुमान है।
ऐश्वर्या पिस्से मोटर स्पोर्ट्स में विश्व पुरस्कार जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं। उन्होंने हंगरी के वरपालोटा में फेडरेशन इंटरनेशनल द मोटरसाइकिल चैंपियनशिप के फाइनल में महिलाओं की श्रेणी में FIM विश्व कप में जीत हासिल कर इतिहास रचा। इससे पहले ऐश्वर्या ने दुबई में पहला राउंड जीता था, जबकि पुर्तगाल में तीसरे, स्पेन में पाँचवें और हंगरी में चौथे स्थान पर रही थीं। बेंगलुरु की रहने वाली 23 वर्षीय ऐश्वर्या ने 65 अंक अर्जित किये और वह पुर्तगाल की रीटा से चार अंकों से आगे रहीं। विदित हो कि इस प्रतियोगिता का आयोजन एवं संचालन इंटरनेशनल मोटर साइकलिंग फेडरेशन ने किया था।