21 अप्रैल को 13वें लोक सेवा दिवस का आयोजन किया गया। आज ही के दिन स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारतीय लोक सेवा आयोग के पहले बैच को 'Steel Frame of India' कहकर संबोधित किया था। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य भारतीय प्रशासनिक सेवा, राज्य प्रशासनिक सेवा के सदस्यों द्वारा स्वयं को नागरिकों के प्रति एक बार फिर समर्पित और वचनबद्ध करना है। सिविल सेवा में चुने जाने वाले सरकार की नीतियों को लागू करने और यह सुनिश्चित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं कि लोगों को विकास की पहलों का लाभ मिले। भारत सरकार ने 2006 से प्रत्येक वर्ष 21 अप्रैल को सिविल सेवा दिवस के रूप मनाने का निर्णय लिया था।
20 अप्रैल को मुंबई के मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड में प्रोजेक्ट 15B के तीसरे पोत, गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर इम्फाल का जलावतरण किया गया। 3037 टन वज़नी इस युद्धपोत में बेहतर स्टील्थ विशेषताओं को शामिल करने के साथ-साथ रडार पारदर्शी डेक फिटिंग्स का उपयोग भी किया गया है। इससे इन युद्धपोतों का पता लगाना मुश्किल हो जाता है। यह युद्धपोत भी अपने पूर्ववर्ती युद्धपोतों की भांति नौसेना डिज़ाइन निदेशालय द्वारा स्वदेश में तैयार किया गया है। प्रोजेक्ट 15B के सभी युद्धपोतों को अत्याधुनिक हथियारों और सेंसर से लैस किया जाता है, जिसमें बहुउद्देशीय निगरानी रडार, समुद्री और हवाई लक्ष्यों को भेदने वाली मिसाइल प्रणाली शामिल हैं। प्रत्येक युद्धपोत की लंबाई 163 मीटर है और इनमें 30 नॉटिकल मील से अधिक की गति देने के लिये चार गैस टर्बाइनों का उपयोग किया जाता है। प्रोजेक्ट 15B युद्धपोतों में दो बहु-आयामी हेलीकॉप्टरों को संचालित करने की भी सुविधा उपलब्ध है।
भारतीय वायुसेना ने विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को वीर चक्र देने की सिफारिश की है। बालाकोट में आतंकियों के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक के बाद 27 फरवरी को पाकिस्तानी वायुसेना के कुछ F-16 युद्धक विमान भारतीय वायु क्षेत्र में घुस आए थे। उस समय भारतीय विमानों ने इनका पीछा करते हुए एक पाकिस्तानी F-16 विमान को मार गिराया था। इस कोशिश में भारतीय वायुसेना का एक मिग बाइसन जेट पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में क्रैश हो गया था। इस विमान को विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान उड़ा रहे थे। वीर चक्र युद्ध के समय योगदान के लिये दिये जाने वाले सम्मानों में तीसरा सर्वश्रेष्ठ सम्मान है। परमवीर चक्र और महावीर चक्र के बाद वीर चक्र का स्थान आता है।
हिंद महासागर में भारत और अमेरिका की नौसेनाओं ने एक संयुक्त पनडुब्बी-भेदी अभ्यास किया। इसका उद्देश्य समुद्री गश्त और टोही अभियानों में समन्वय का आधार तैयार करना था। भारत और अमेरिका के P-8 पनडुब्बी-भेदी विमानों ने गाइडेड मिसाइल विध्वंसक USS स्प्रुएंस के साथ इस युद्धाभ्यास में हिस्सा लिया। इस युद्धाभ्यास में तमिलनाडु के अरक्कोणम में नौसेना केंद्र रजाली में स्थित नेवल एयर स्क्वाड्रन 312 के भारतीय विमान P-8I नेपच्यून ने फ्लोरिडा के जैक्सनविले में स्थित पेट्रोल स्कवाड्रन VP-8A फाइटिंग टाइगर्स के US P-8A पोसीडॉन विमान के साथ हिस्सा लिया।
ओडिशा के कलाम द्वीप में हाल ही में लगभग एक लाख से अधिक छोटे-छोटे ओलिव रिडले कछुए अंडों से निकलकर बंगाल की खाड़ी में समुद्र में अपने ठिकानों की ओर रवाना हो गए। यह प्रक्रिया अभी जारी रहेगी. क्योंकि इस साल लगभग साढ़े चार लाख से ज़्यादा ओलिव रिडले कछुए हज़ारों मील दूर प्रशांत महासागर से गहिरमाथा मरीन सैंक्चुअरी में अंडे देने पहुँचे थे। इनकी सुरक्षा के लिये गहिरमाथा व ऋषिकुल्या क्षेत्रों में मछुआरों तथा पर्यटकों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। गौरतलब है कि बंगाल की खाड़ी में ओडिशा के तट कछुओं के लिये अंडे देने की सबसे बेहतर जगह माने जाते हैं। ये कछुए गंजाम जिले के ऋषिकुल्या नदी, केंद्रपाडा जिले में गहिरमाथा नदी और पुरी ज़िले के देवी नदी में प्रजनन करने आते हैं। विलुप्ति की कगार पर खड़े इन कछुओं के संरक्षण और अंडे देने तथा प्रजनन की प्रक्रिया के दौरान उन्हें नुकसान से बचाने के लिये सरकार इन क्षेत्रों में 20 किमी. के दायरे में मछली पकड़ने पर 1 नवंबर से 31 मई तक प्रतिबंध लगा चुकी है।
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हर साल कार्य से जुड़ी दुर्घटनाओं और कार्य के चलते हुई बीमारियों से 27.8 लाख कामगारों की मौत हो जाती है। काम के लंबे घंटे और बीमारियों के चलते ऐसा होता है। अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि 2-3 दिसंबर, 1984 की रात मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में यूनियन कार्बाइड के कीटनाशक संयंत्र से निकली कम से कम 30 टन मिथाइल आइसोसाइनेट गैस से 6 लाख से ज़्यादा मज़दूर और आसपास रहने वाले लोग प्रभावित हुए थे। सरकारी आँकड़ों के अनुसार, 15 हज़ार से अधिक लोग इस दुर्घटना में मारे गए थे। लाखों लोग आज भी उस इलाके में मौज़ूद ज़हरीले कणों वाली हवा में साँस लेने को मजबूर हैं। उनकी आने वाली पीढ़ियाँ आज भी साँस संबंधित बीमारियों से जूझ रही हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 1919 के बाद भोपाल गैस त्रासदी दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक दुर्घटनाओं में से एक थी।
ईसा मसीह के दोबारा जीवित होने की खुशी के अवसर पर ईस्टर (Easter) मनाया जाता है। यह ईसाई धर्म का दूसरा सबसे बड़ा त्योहार है, जो गुड फ्राइडे के बाद आने वाले रविवार को मनाया जाता है। इस साल ईस्टर 21 अप्रैल को मनाया गया। इसे Date Sunday भी कहते हैं। यह त्योहार जीवन में बदलाव के प्रतीक रूप में मनाया जाता है। 'ईस्टर' शब्द जर्मन के ईओस्टर शब्द से लिया गया है, जिसका अर्थ है 'देवी'। यह वसंत की देवी मानी जाती थी। मान्यता के अनुसार सलीब (Cross) पर लटकाए जाने के तीसरे दिन यानी ईस्टर के दिन ईसा मसीह फिर से जीवित हो गए थे और इसके बाद 40 दिन तक अपने शिष्यों और दोस्तों के साथ रहे और अंत में स्वर्ग चले गए। अनुयायियों ने प्रभु यीशु के पुनः जीवित होने को ईस्टर घोषित कर दिया। ईस्टर पर सजी हुई मोमबत्तियाँ अपने घरों में जलाने और दोस्तों को बाँटने की भी परंपरा है। ईसाई धर्म को मानने वाले इस दिन व्रत रखते हैं और अपने घरों में रंगीन अंडे (Easter Egg) छिपा देते हैं ताकि सुबह बच्चे उन्हें ढूंढ सकें।