Rapid Fire करेंट अफेयर्स (05 April) | 05 Apr 2019
- संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायेद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'जायेद मेडल' से नवाज़ने का ऐलान किया है। उन्हें यह सम्मान भारत और UAE के आपसी संबंधों को मज़बूत करने के लिये दिया जा रहा है। इससे पहले महारानी एलिजाबेथ, जॉर्ज डब्ल्यू. बुश, व्लादिमीर पुतिन, निकोलस सरकोजी, शी जिनपिंग और एंजेला मर्केल को यह सम्मान मिल चुका है। UAE का यह सर्वोच्च नागरिक सम्मान विदेशी राष्ट्राध्यक्षों को ही दिया जाता है।
- भारतीय सेना के गश्ती दल ने 30 मार्च को अरुणाचल प्रदेश के रोइंग ज़िले से अमेरिकी वायुसेना के एक विमान का मलबा खोज निकाला, जो द्वितीय विश्व युद्ध के समय का है। सेना के गश्ती दल को विमान का मलबा पाँच फुट नीचे बर्फ में दबा मिला। मलबे के बारे में लोअर दिबांग ज़िले के स्थानीय पर्वतारोहियों से मिली जानकारी के आधार पर सेना के एक विशेष गश्ती दल को रोइंग से 30 किलोमीटर दूर घने जंगलों और बर्फीले इलाके में भेजा गया। गश्ती दल को मलबे को खोज निकालने में आठ दिन लग गए। विमान के पुराने मलबे और युद्ध में इस्तेमाल हुई चीज़ों के बरामद होने से कुछ अहम ऐतिहासिक जानकारियाँ मिलने की संभावना है।
- संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO), विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) और यूरोपीय संघ की ‘ग्लोबल रिपोर्ट ऑन फूड क्राइसिस 2019’ से पता चला है कि युद्ध, जलवायु से जुड़ी आपदाओं और आर्थिक अशांति जैसे कारणों से पैदा हुए खाद्य संकट की वज़ह से दुनिया के 53 देशों के लगभग 11 करोड़ 13 लाख लोगों को पिछले वर्ष घोर भुखमरी जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा था। एक करोड़ से ज़्यादा लोग पिछले तीन साल से लगातार भुखमरी का सामना कर रहे हैं। खाद्य पदार्थों का सबसे भयावह संकट यमन, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, अफगानिस्तान, इथोपिया, सीरिया, सूडान, दक्षिणी सूडान और उत्तरी नाइजीरिया जैसे देशों में है। इन देशों में कुल सात करोड़ 20 लाख लोग खाद्य संकट का सामना कर रहे हैं। आहार संकट से सबसे अधिक प्रभावित अफ्रीका रहा। इस रिपोर्ट में बड़ी संख्या में शरणार्थियों को शरण देने वाले देशों, युद्ध प्रभावित सीरिया के पड़ोसी देशों पर पड़ने वाले दबावों को भी रेखांकित किया गया है। आपको बता दें कि तीन साल पहले शुरू हुए इस वार्षिक अध्ययन में भयंकर खाद्य संकट से जूझ रहे देशों का जायजा लिया जाता है।
- ब्रिटेन के सांसदों ने ब्रेक्ज़िट प्रक्रिया में विलंब यानी EU से इस प्रक्रिया की समय सीमा बढ़ाने का आग्रह करने संबंधी बिल पारित कर दिया। इसे सिर्फ एक वोट के बहुमत से सांसदों का समर्थन मिला। लेबर पार्टी के नेता युवेट कूपर और टोरी पार्टी के नेता ओलिवर लेट्विन ने बिल पेश किया और हाउस ऑफ कॉमन्स ने इसे 313-312 के बहुमत से पारित कर दिया। अभी इसे कानूनी रूप देने के लिये हाउस ऑफ लॉर्ड्स की मंज़ूरी लेना भी ज़रूरी है। इसके बाद भी यह EU पर ही निर्भर करेगा कि इस प्रक्रिया को और विस्तार मिलेगा या नहीं। इस बिल को पारित करने का उद्देश्य ब्रिटेन को बिना किसी डील के EU से अलग होने से बचाना है।
- जल्दी ही ब्रुनेई में नए शरिया कानून लागू होने वाले हैं। इनमें समलैंगिक यौन संबंधों और व्यभिचार के दोषियों को संगसार करना (पत्थर मारकर मौत के घाट उतारना) तथा चोरी करने पर हाथ-पैर काटने जैसी सज़ा देना शामिल है। 51 वर्षों से ब्रूनेई के सुल्तान चले आ रहे हसनाल बोल्खिआ ने राजधानी बंदर सेरी बगवान में कहा कि देश में मज़बूत इस्लामिक शिक्षा का होना ज़रूरी है। दूसरी तरफ, ब्रूनेई की विवादास्पद नई दंड संहिता की आलोचना करते हुए यूरोपीय संघ ने कहा कि शरिया कानून के तहत स्वीकृत ‘क्रूर’ दंड प्रताड़ित करने के समान है और यह अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार समझौते का उल्लंघन है।
- वैज्ञानिकों ने समय-समय पर मंगल ग्रह के वायुमंडल में मीथेन गैस की मौजूदगी के बारे में जानकारी दी है। गौरतलब है कि यूरोपीय स्पेस एजेंसी के मार्स एक्सप्रेस ऑर्बिटर मिशन ने 2013 की गर्मियों के दौरान मंगल की भूमध्य रेखा के समीप स्थित गेल क्रेटर के आस-पास मीथेन गैस की पहचान की थी। 2011 से इस क्रेटर के इर्द-गिर्द खोज कर रही अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के क्यूोरोसिटी रोवर ने भी उस दौरान मीथेन की मात्रा बढ़ने की जानकारी दी थी। इससे मंगल ग्रह पर सूक्ष्मजीवों की मौजूदगी की संभावना को बल मिला है, क्योंकि कई सूक्ष्मजीव मीथेन गैस के बनने में सहायक होते हैं। मीथेन गैस का निर्माण दो ही प्रक्रियाओं से होता है। पहली प्रक्रिया भूगर्भीय है जिसमें गर्मी और पानी की भूमिका होती है। दूसरी प्रक्रिया सूक्ष्मजीवों से संबंधित है, जिसमें कुछ मीथोनोजेन सूक्ष्मजीव अपशिष्ट के रूप में मीथेन गैस का उत्सर्जन करते हैं।
- दक्षिण कोरिया की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों ने निर्धारित तिथि से दो दिन पहले 3 अप्रैल को राष्ट्रीय स्तर पर पाँचवीं पीढ़ी की मोबाइल सेवा 5G सेवा शुरू कर दी है। दक्षिण कोरिया की तीन शीर्ष दूरसंचार कंपनियों- एसके टेलिकॉम, केटी और एलजी यूप्लस ने ये सेवाएँ शुरू की हैं। दुनिया में सबसे पहले 5G सेवाएँ प्रदान करने की होड़ में अमेरिका, चीन और जापान भी शामिल थे। 5G सेवा स्मार्टफोन को तीव्र कनेक्टिविटी उपलब्ध कराएगी और इसकी स्पीड 4G से 20 गुना तेज़ होगी। इस सेवा के तहत ग्राहकों को एक सेकंड से भी कम समय में पूरी मूवी डाउनलोड करने की सुविधा मिलेगी।