विविध
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 23 मार्च, 2020
- 23 Mar 2020
- 5 min read
टॉलीवुड के एक्टर और डायरेक्टर विसू
टॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता, डायरेक्टर और लेखक विसू (Visu) का 74 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। विसू का जन्म 1 जुलाई, 1945 को तमिलनाडु में हुआ था और उनका मूल नाम मीनाक्षीसुंदरम रामासामी विश्वनाथं (Meenakshisundaram Ramasamy Viswanthan) है किंतु वे फिल्म उद्योग में विसू के नाम से अधिक प्रसिद्ध थे। विसू ने अपने कैरियर की शुरुआत निर्देशक के. बालचंदर के सहायक के रूप में की थी, जिसके पश्चात् उन्होंने स्वयं निर्देशन शुरू कर दिया। अपने कैरियर में उन्होंने एक्टिंग में भी काफी प्रसिद्धि प्राप्त की, अभिनेता के तौर पर उनकी पहली फिल्म एस. पी मुथुरमन द्वारा निर्देशित कुदुम्बम ओरु कदम्बम (Kudumbam Oru Kadambam) थी। विसू ने 60 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया था और 25 से अधिक फिल्मों का निर्देशन किया था।
टोक्यो ओलंपिक में भाग नहीं लेंगे कनाडा और ऑस्ट्रेलिया
कोरोनावायरस (COVID-19) के खतरे के कारण कनाडा और ऑस्ट्रेलिया ने 2020 टोक्यो ओलंपिक और पैरालिंपिक खेलों में भाग लेने से इनकार कर दिया है। दोनों देशों की ओलंपिक समिति द्वारा जारी आधिकारिक बयान में इस निर्णय की सूचना दी गई है। दोनों देशों ने यह मांग की है कि इन खेलों को वर्ष 2021 तक के लिये स्थानांतरित कर दिया जाए। टोक्यो ओलंपिक का आयोजन जापान की राजधानी टोक्यो में 24 जुलाई से 9 अगस्त (2020) तक आयोजित किया जाना था। गौरतलब है कि कोरोनावायरस (COVID-19) के कारण दुनिया भर के तमाम देश प्रभावित हुए हैं और वैश्विक स्तर पर तकरीबन 3 लाख से अधिक मामलों की पुष्टि हो गई है। इसके कारण खेल जगत से लेकर आर्थिक क्षेत्र सभी प्रभावित हुए हैं। टोक्यो ओलंपिक इस वर्ष की सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता है और इसकी तैयारी भी लगभग पूरी हो चुकी है।
हाइपरसोनिक परमाणु सक्षम मिसाइल
हाल ही में अमेरिका ने अपनी पहली हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। इस संदर्भ में जारी आधिकारिक सूचना के अनुसार, इस मिसाइल की गति ध्वनि की गति से पाँच गुना अधिक है और यह मिसाइल 6,200 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक गति से हमला कर सकती है। साथ ही यह मिसाइल परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। इससे पूर्व रूस ने दिसंबर 2019 में हाइपरसोनिक हथियार का परीक्षण किया था और चीन भी अपने DF-17 हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल को प्रदर्शित कर चुका है। उल्लेखनीय है कि हाइपरसोनिक मिसाइलों के प्रक्षेपक (Trajectory) का पता नही लगाया जा सकता, जबकि बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रक्षेपवक्र को ट्रेस किया जा सकता है। विश्व के अन्य राष्ट्रों की भाँति भारत भी अपनी रक्षा चुनौतियों से निपटने के लिये प्रयासरत है, इसी दिशा में रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन (DRDO) ने भी भारत की अगली पीढ़ी की हाइपरसोनिक मिसाइलों का निर्माण शुरू कर दिया है।
शहीद दिवस
प्रत्येक वर्ष 23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। 23 मार्च को ही वर्ष 1931 में भारत के तीन स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को मृत्युदंड दिया गया था। लाहौर षड़यंत्र मामले में इन स्वतंत्रता सेनानियों के लिये 24 मार्च, 1931 को मृत्युदंड का आदेश दिया गया था, किंतु उन्हें 23 मार्च, 1931 की शाम को ही फांसी दे दी गई थी। अपनी मृत्यु के समय भगत सिंह केवल 23 वर्ष के थे किंतु उनके क्रांतिकारी विचार बहुत व्यापक थे। उल्लेखनीय है कि भारतीय आंदोलनों का बहुचर्चित नारा ‘इंकलाब जिंदाबाद’ पहली बार भगत सिंह ने ही बोला था। भगत सिंह मानते थे कि व्यक्ति को दबाकर उसके विचार नहीं दबाए जा सकते हैं।