Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 08 मई, 2020 | 08 May 2020
तरुण बजाज
केंद्र सरकार ने आर्थिक मामलों के सचिव तरुण बजाज को भारतीय रिज़र्व बैंक (Reserve Bank of India-RBI) के केंद्रीय निदेशक मंडल में निदेशक के तौर पर नियुक्त किया है। तरुण बजाज 30 अप्रैल, 2020 को सेवानिवृत्त हुए अतनु चक्रवर्ती का स्थान लेंगे। रिज़र्व बैंक के अनुसार, तरुण बजाज का नामांकन 05 मई से अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा। ध्यातव्य है कि तरुण बजाज वर्ष 1988 बैच के IAS अधिकारी हैं। आर्थिक मामलों के सचिव बनाए जाने से पहले वह प्रधानमंत्री कार्यालय में अतिरिक्त सचिव के तौर पर भी कार्य कर चुके हैं। इससे पूर्व तरुण बजाज वित्त मंत्रालय में ही आर्थिक मामलों के संयुक्त सचिव और वित्त सेवा विभाग के निदेशक एवं संयुक्त सचिव के तौर पर अपनी सेवाएँ दे चुके हैं। तरुण बजाज को वित्त मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है। उल्लेखनीय है कि तरुण बजाज ने ऐसे समय में प्रभार संभाला है, जब देश कोरोनावायरस महामारी का सामना कर रहा है, और केंद्र सरकार तथा राज्य सरकारें राजस्व की कमी का सामना कर रही हैं। कोरोनावायरस जनित लॉकडाउन के कारण देश में तमाम आर्थिक और गैर-आर्थिक गतिविधियाँ प्रभावित हुई हैं, जिसका प्रतिकूल प्रभाव भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी देखने को मिल रहा है। ऐसे में नीति निर्माण की प्रक्रिया काफी महत्त्वपूर्ण हो गई है।
भारतीय मौसम विभाग
भारतीय मौसम विभाग (India Meteorological Department-IMD) के प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र ने पाकिस्तान के कब्ज़े वाले क्षेत्रों को भी अपनी मौसम पूर्वानुमान सूची में शामिल कर लिया है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, अब विभाग ने गिलगित-बाल्टिस्तान (Gilgit-Baltistan) और मुज़फ्फराबाद (Muzaffarabad) के लिये भी पूर्वानुमान जारी करना प्रारंभ कर दिया है, जो अभी पाकिस्तान के कब्ज़े वाला क्षेत्र में आते हैं। IMD के अनुसार, PoK के ये शहर IMD की उत्तर-पश्चिम डिविज़न के तहत आते हैं। अभी तक गिलगित-बाल्टिस्तान एक स्वायत्त क्षेत्र है, जहाँ प्रादेशिक असेंबली के अतिरिक्त एक चुना हुआ मुख्यमंत्री भी है। इसका कुल क्षेत्रफल 72,971 वर्ग किमी. है और इसका प्रशासनिक केंद्र गिलगित शहर है, जिसकी जनसंख्या लगभग ढाई लाख है। गिलगित-बाल्टिस्तान में कुल 7 ज़िले हैं, जिनमें से 5 गिलगित में और 2 बाल्टिस्तान में हैं तथा गिलगित और स्कर्दू से इनका प्रशासन चलाया जाता है।
‘आयुष कवच’ एप्लीकेशन
हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के आयुष विभाग द्वारा विकसित ‘आयुष कवच’ नामक एक मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च की है। यह एप्लीकेशन COVID-19 से लड़ने की प्रक्रिया में प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने हेतु स्वास्थ्य उपचार और उपाय प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। यह एप्लीकेशन कुछ अवयवों (Ingredients) के औषधीय गुणों के बारे में जानकारी प्रदान करती है। यह एप्लीकेशन उपयोगकर्त्ताओं को विशेषज्ञों से औषधि से संबंधित सलाह लेने में भी सक्षम बनाता है। एप्लिकेशन का मुख्य उद्देश्य उपयोगकर्त्ताओं को यह जानकारी प्रदान करना है कि COVID-19 का मुकाबला करने के लिये शरीर की प्रतिरक्षा में तुलसी, लौंग और दालचीनी जैसी आम रसोई सामग्रियों का क्या महत्त्व हो सकता है। ध्यातव्य है कि आयुष मंत्रालय ने COVID-19 से मुकाबला करने के लिये प्रतिरक्षा बढ़ाने हेतु कई उपायों और आयुर्वेदिक प्रथाओं की शुरुआत की है।
विश्व थैलेसीमिया दिवस
दुनिया भर में प्रतिवर्ष 08 मई को विश्व थैलेसीमिया दिवस (World Thalassemia Day) के रूप मनाया जाता है। इस दिवस के आयोजन का प्रमुख उद्देश्य थैलेसीमिया, जो कि आनुवंशिक विकार है, के संदर्भ में जागरूकता फैलाना और इसकी रोकथाम के लिये आवश्यक कदम उठाना है। इस दिवस की शुरुआत सर्वप्रथम वर्ष 1994 में हुई थी और तब से थैलेसीमिया इंटरनेशनल फेडरेशन (Thalassaemia International Federation-TIF) इस दिवस पर कई गतिविधियों का आयोजन करता है, जिनका उद्देश्य आम जनता, रोगियों, सार्वजनिक प्राधिकरणों, स्वास्थ्य पेशेवरों और उद्योग के प्रतिनिधियों को इस आनुवंशिक विकार के प्रति जागरूक करना है। थैलेसीमिया एक स्थायी रक्त विकार (Chronic Blood Disorder) है, जिसके कारण एक रोगी के लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells-RBC) में पर्याप्त हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) नहीं बन पाता है। इसके कारण एनीमिया हो जाता है और रोगियों को जीवित रहने के लिये हर दो से तीन सप्ताह बाद रक्त चढ़ाने की आवश्यकता होती है। थैलेसीमिया माता-पिता के जींस के माध्यम से बच्चों को मिलने वाला एक आनुवंशिक विकार है।