Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 06 मार्च, 2020 | 06 Mar 2020
सेबी स्कोर्स (Sebi SCORES) एप
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने निवेशकों के लिये एक मोबाइल एप सेबी स्कोर्स (Sebi SCORES) लॉन्च किया है। इस एप के माध्यम से निवेशक सेबी (SEBI) की शिकायत निपटान प्रणाली (SCORES) में अपनी शिकायतें दर्ज कर सकेंगे। स्कोर्स प्लेटफॉर्म पर निवेशक लिस्टेड कंपनियों, रजिस्टर्ड इंटरमीडियरीज़ और मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर इंस्टीट्यूशंस के विरुद्ध सेबी से ऑनलाइन शिकायत कर सकते हैं। सेबी के अनुसार, सेबी स्कोर्स (Sebi SCORES) एप IOS और एंड्रॉयड दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगा। इस मोबाइल एप के ज़रिये निवेशकों के लिये अपनी शिकायतें दर्ज करना आसान हो जाएगा। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड की स्थापना भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड अधिनियम, 1992 के प्रावधानों के अनुसार 12 अप्रैल, 1992 को हुई थी। इसका मुख्यालय मुंबई में है। इसका मुख्य कार्य प्रतिभूतियों (Securities) में निवेश करने वाले निवेशकों के हितों का संरक्षण करना है।
औरंगाबाद हवाई अड्डा
महाराष्ट्र सरकार ने औरंगाबाद हवाई अड्डे का नाम बदलकर छत्रपति संभाजी महाराज हवाई अड्डा करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय किया गया है। औरंगाबाद हवाई अड्डा महाराष्ट्र के औरंगाबाद ज़िले में स्थिति है।
पेरेज़ डे क्यूबेलर
संयुक्त राष्ट्र संघ के पूर्व महासचिव पेरेज़ डे क्यूबेलर का 5 मार्च, 2020 को निधन हो गया। वे वर्ष 1981 से लेकर वर्ष 1991 तक संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव रहे थे। पेरेज़ डी क्यूएलर ईरान-इराक युद्ध और अल सल्वाडोर में चल रहे गृह युद्ध के दौरान संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख रहे थे। संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुतरेस ने पेरेज़ डे क्यूबेलर के महासचिव के रूप में किये गए योगदान की सराहना की है। प्रथम विश्वयुद्ध के बाद आपसी झगड़ों से निपटने हेतु एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन की आवश्यकता महसूस हुई। इसी संदर्भ में ‘राष्ट्रसंघ’ का उदय हुआ। शुरुआती सफलताओं के बावजूद यह संगठन दूसरा विश्वयुद्ध (1939-45) न रोक सका। दूसरे विश्वयुद्ध की समाप्ति के तुरंत बाद वर्ष 1945 में ‘राष्ट्रसंघ’ के उत्तराधिकारी के रूप में संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना हुई। संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना का मुख्य उद्देश्य है अंतर्राष्ट्रीय झगड़ों को रोकना और राष्ट्रों के बीच सहयोग की राह दिखाना।