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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 06 जुलाई, 2020

  • 06 Jul 2020
  • 8 min read

डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 06 जुलाई 2020 को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 119वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे एक सच्चे देशभक्त थे, जिन्होंने भारत के विकास में उत्कृष्ट एवं अनुकरणीय योगदान दिया और भारत की एकता को निरंतर आगे बढ़ाने का प्रयास किया। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म 06 जुलाई, 1901 को तत्कालीन कलकत्ता के एक संभ्रांत (Elite) परिवार में हुआ था। श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पिता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश थे और कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में भी कार्य कर चुके थे। वर्ष 1921 में कलकत्ता से अंग्रेज़ी में स्नातक करने के पश्चात् उन्होंने वर्ष 1923 में कलकत्ता से ही बंगाली भाषा और साहित्य में परास्नातक की डिग्री प्राप्त की। वर्ष 1934 में मात्र 33 वर्ष की आयु में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को कलकत्ता विश्वविद्यालय का सबसे कम उम्र का कुलपति नियुक्त किया गया था। कुलपति के तौर पर डॉ. मुखर्जी के कार्यकाल के दौरान ही वह स्वर्णिम अवसर आया, जब रवींद्रनाथ टैगोर ने पहली बार बंगाली में कलकत्ता विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया और उन्ही के कार्यकाल के दौरान कलकत्ता विश्वविद्यालय की उच्च परीक्षा में जनभाषा को एक विषय के रूप में प्रस्तुत किया गया। मई 1953 में तत्कालीन जम्मू-कश्मीर में बिना परमिट के प्रवेश करने को लेकर डॉ. मुखर्जी को हिरासत में ले लिया गया, जिसके पश्चात  23 जून, 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई।

आत्मनिर्भर भारत एप इनोवेशन चैलेंज 

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘आत्मनिर्भर भारत एप इनोवेशन चैलेंज ’ (Aatmanirbhar Bharat App Innovation Challenge) का शुभारंभ किया है। इस चैलेंज का उद्देश्य ऐसे सर्वश्रेष्ठ भारतीय एप्स की पहचान करना है जो पहले से ही भारतीय नागरिकों द्वारा उपयोग में लाए जा रहे हैं और जिनमें अपनी श्रेणी विशेष में विश्व स्तर के एप्स बनने की क्षमता है। ‘आत्मनिर्भर भारत एप इनोवेशन चैलेंज’ के माध्यम से भारत सरकार एक ऐसे पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) का निर्माण कर रही है, जहाँ भारतीय उद्यमियों और स्टार्टअप्स को तकनीक आधारित समाधान खोजने के लिये प्रोत्साहित किया जाएगा, जो न केवल भारत के बल्कि दुनिया भर के लोगों के लिये मददगार साबित होंगे। ‘आत्मनिर्भर भारत एप इनोवेशन चैलेंज’ मुख्य रूप से 8 व्यापक श्रेणियों में शुरू किया गया है, जिसमें (1) कार्यालय उत्पादकता और ‘वर्क फ्रॉम होम’ (2) सोशल नेटवर्किंग (3) ई-लर्निंग (4) मनोरंजन (5) स्वास्थ्य और कल्याण (6) व्यवसाय (7) न्यूज़ (8) गेम्स। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में एक बहुत ही जीवंत तकनीक और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम है, जिसका प्रयोग तकनीक के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिये किया जा सकता है। गौरतलब है कि बीते दिनों भारत-चीन सीमा पर हुई हिंसक झड़प के बाद सरकार ने चीन समेत विश्व के कई अन्य देशों के कुल 59 एप्लीकेशन पर प्रतिबंध लगा दिया था।

‘संस्‍कृत साप्‍ताहिकी’ कार्यक्रम

भारतीय भाषाओं को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से आकाशवाणी या ऑल इंडिया रेडियो (All India Radio) ने हाल ही में संस्‍कृत में पहले समाचार कार्यक्रम का प्रसारण किया। आकाशवाणी पर संस्‍कृत के इस पहले कार्यक्रम का नाम ‘संस्‍कृत साप्‍ताहिकी’ (Sanskrit Saptahiki) रखा गया है। तकरीबन 20 मिनट का समाचार पत्रिका कार्यक्रम प्रत्येक शनिवार को आकाशवाणी पर सुना जा सकता है। वहीं इस कार्यक्रम का पुन: प्रसारण रविवार को किया जाएगा। इस संबंध में जारी आधिकारिक सूचना के अनुसार, कार्यक्रम में सप्‍ताह भर की प्रमुख गतिविधियाँ, संस्‍कृत साहित्‍य, दर्शन, इतिहास, कला और संस्‍कृति जैसे विषय शामिल होंगे। वहीं इस कार्यक्रम में सूक्ति, प्रसंग, संस्कृत दर्शन, ज्ञान विज्ञान, बाल-वल्लरी और एक भारत-श्रेष्ठ भारत जैसे कई खंड भी शामिल होंगे। सूक्ति खंड के तहत संस्कृत साहित्य के एक उद्धरण की व्याख्या की जाएगी। वहीं प्रसंग खंड के तहत कला, संस्कृति, परंपरा, इतिहास और महाकाव्यों जैसे रामायण, महाभारत, उपनिषदों, वेदों, आदि से एक साप्ताहिक कहानी सुनाई जाएगी। अन्य खंडों में भी इसी प्रकार संस्कृत साहित्य और दर्शन से संबंधित सूचना प्रदान की जाएगी। समग्र रूप से यह कहा जा सकता है कि यह कार्यक्रम संस्‍कृत प्रेमियों के लिये एक विशेष कार्यक्रम होगा।

महाराष्ट्र और यूके-इंडिया बिज़नेस काउंसिल के बीच समझौता ज्ञापन 

हाल ही में महाराष्ट्र इंडस्ट्रियल डवलपमेंट कॉरपोरेशन (The Maharashtra Industrial Development Corporation-MIDC) और यूके-इंडिया बिज़नेस काउंसिल (UK-India Business Council-UKIBC) के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए हैं। इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से महाराष्ट्र में कारोबारी माहौल को बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा और ब्रिटेन स्थित व्यवसायों के साथ महाराष्ट्र सरकार के संबंधों को मज़बूत किया जाएगा। UKIBC व्यापार और बाज़ार तक पहुँच को आसान बनाने के लिये ब्रिटेन के व्यवसायों और राज्य सरकार के बीच समन्वय स्थापित करने का प्रयास करेगी। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में ब्रिटेन की लगभग 30 प्रतिशत कंपनियाँ भारत में परिचालन कर रही हैं। महाराष्ट्र इंडस्ट्रियल डवलपमेंट कॉरपोरेशन (MIDC) महाराष्ट्र सरकार की प्रमुख औद्योगिक अवसंरचना विकास एजेंसी है और राज्य के सभी व्यवसायों का प्रतिनिधित्त्व करती है। यूके-इंडिया बिज़नेस काउंसिल (UKIBC) भारत में व्यावसायिक सफलता प्राप्त करने के लिये आवश्यक अंतर्दृष्टि, नेटवर्क और सुविधाओं के संबंध में ब्रिटेन के व्यवसायों को सहायता प्रदान करती है।

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