विविध
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 02 अप्रैल, 2020
- 02 Apr 2020
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नवरत्नालु पेदलंदरिकी इलू कार्यक्रम
आंध्र प्रदेश सरकार ने उच्च न्यायालय द्वारा दिये गए निर्देशों के आधार पर नवरत्नालु पेदलंदरिकी इलू कार्यक्रम (Navaratnalu-Pedalandariki Illu Programme) के दिशा-निर्देशों में संशोधन किया है। ‘नवरत्नालु पेदलंदरिकी इलू’ का हिंदी में अर्थ है ‘सभी गरीबों के लिये घर’। इस योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को मात्र 1 रुपए में आवास स्थल का आवंटन किया जाएगा। आवास स्थल आवंटन के लिये राज्य सरकार लोगों से केवल 20 रुपए लेगी, जिसमें 10 रुपए स्टांप पेपर शुल्क के लिये और 10 रुपए लैमिनेशन शुल्क के लिये हैं। लाभार्थी आवंटित आवास स्थल का उपयोग केवल घर बनाने के लिये ही कर सकेंगे, वे इस स्थल को बेच नहीं सकेंगे। हालाँकि, नियमों के अनुसार कम-से-कम पाँच वर्ष तक आवास स्थल का उपयोग कर इसे बेचा जा सकेगा। इस योजना के तहत आंध्र प्रदेश सरकार 25 मार्च को लाभार्थियों को आवास स्थल आवंटित करने वाली थी, किंतु कोरोनावायरस (COVID-19) महामारी के कारण इस कार्यक्रम को टाल दिया गया है और नए कार्यक्रम के अनुसार, लाभार्थियों को 14 अप्रैल को आवास आवंटित किये जाएंगे।
आरोग्य सेतु
कोरोनावायरस (COVID-19) के प्रकोप को देखते हुए केंद्र सरकार ने इसे ट्रैक करने के लिये आरोग्य सेतु (Aarogya Setu) नाम का एक एप लॉन्च किया है। सरकार इस एप के जरिये संक्रमित लोगों की लोकेशन को ट्रैक कर सकेगी। इस एप के निर्माण का मुख्य उद्देश्य उपयोगकर्त्ताओं की मदद करना है ताकि वे यह जान सकें कि वे किसी कोरोनावायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में हैं या नहीं। यह एप उपयोगकर्त्ताओं के लोकेशन और ब्लूटूथ के इस्तेमाल से आवश्यक डेटा संग्रहित करेगा। सरकार द्वारा लॉन्च किये गए इस एप में कई अन्य विशेषताएँ भी हैं, जैसे कि इसमें दिये गए चैटबॉक्स की सहायता से उपयोगकर्त्ता कोरोनावायरस (COVID-19) के लक्षणों के बारे में जान सकते हैं। इसके अलावा इस एप में स्वास्थ्य मंत्रालय के अपडेटस और भारत के प्रत्येक राज्य के कोरोनावायरस हेल्प लाइन नंबर की सूची भी दी गई है। इस एप में कोरोनावायरस से बचाव के लिये टिप्स भी दिये गए हैं। इस वायरस के संदर्भ में प्रस्तुत आँकड़ों के अनुसार, भारत में इसके कारण 50 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और लगभग 1900 से अधिक लोग इसकी चपेट में हैं। वैश्विक स्तर पर इससे संक्रमित लोगों की संख्या 10 लाख के पार पहुँच गई है।
सनराइज़ मिशन
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने सन रेडियो इंटरफेरोमीटर स्पेस एक्सपेरिमेंट मिशन अर्थात् सनराइज़ मिशन (Sunrise Mission) की घोषणा की है। नासा के इस मिशन का उद्देश्य सूर्य के विशालकाय सौर कण तूफान का अध्ययन करना और सौर प्रणाली के कार्य को समझना है। यह अध्ययन भविष्य के अंतरिक्ष यात्रियों को मंगल ग्रह की यात्रा करने और सौर तूफानों से बचाने में मदद करेगा। इस मिशन के तहत सूर्य के स्पेक्ट्रम का अध्ययन किया जाएगा, ध्यातव्य है कि आयनमंडल के कारण पृथ्वी से सूर्य के स्पेक्ट्रम का अध्ययन करना संभव नहीं हो पाता है। इस मिशन के तहत 6 सौर ऊर्जा संचालित क्यूबसैट (CubeSats) को जियोसिंक्रोनस-ऑर्बिट में स्थापित किया जाएगा। ये क्यूबसैट सूर्य से उत्सर्जित कम आवृत्ति उत्सर्जन के रेडियो चित्र लेने के लिये रेडियो टेलीस्कोप का उपयोग करेंगे। इन चित्रों को डीप स्पेस नेटवर्क के जरिये धरती पर नासा के पास भेजा जाएगा। नासा (NASA) संयुक्त राज्य अमेरिका की संघीय सरकार की कार्यकारी शाखा की एक स्वतंत्र एजेंसी है जो नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम के साथ-साथ वैमानिकी और अंतरिक्ष अनुसंधान के लिये उत्तरदायी है। इसे वर्ष 1958 में स्थापित किया गया था।
उत्कल दिवस
1 अप्रैल, 2020 को ओडिशा में उत्कल दिवस अथवा ओडिशा दिवस का आयोजन किया गया। ध्यातव्य है कि 1 अप्रैल, 1936 को ओडिशा अस्तित्त्व में आया था। वर्ष 1947 में स्वतंत्रता के पश्चात् ओडिशा तथा आस-पास की रियासतों ने नवगठित भारत सरकार को अपनी सत्ता सौंप दी थी। राज्य को एक अलग ब्रिटिश भारत प्रांत के रूप में स्थापित किया गया था और उसी के स्मरण में तथा राज्य के सभी नागरिकों के बीच एकता की भावना को बढ़ावा देने के लिये इस दिवस का आयोजन किया जाता है। उल्लेखनीय है कि आदिवासियों की जनसंख्या के मामले में ओडिशा भारत का तीसरा राज्य है। प्राचीन भारत में उड़ीसा कलिंग साम्राज्य का हिस्सा था, 250 ईसा पूर्व में अशोक द्वारा इसे जीत लिया गया, जिसके पश्चात् लगभग एक सदी तक यहाँ मौर्य वंश के शासन रहा।