अंतर्राष्ट्रीय संबंध
पुतिन के साथ शिखर सम्मेलन नाटो की बैठक से बेहतर था: ट्रंप
- 18 Jul 2018
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संदर्भ
हेलसिंकी, फिनलैंड में आयोजित शिखर सम्मेलन के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की प्रशंसा की है। हालाँकि, मुख्यधारा के राजनीतिक नेताओं और रणनीतिक टिप्पणीकारों के एक बड़े वर्ग ने अमेरिकी राष्ट्रपति पर राष्ट्रीय हित से समझौता करने का आरोप लगाया।
प्रमुख बिंदु
- हेलसिंकी शिखर सम्मेलन के दौरान ट्रंप ने अमेरिकी ख़ुफ़िया एजेंसियों से विपरीत यह कहा कि रूस के पास वर्ष 2016 के अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप करने का कोई कारण नहीं है।
- अमेरिकी राष्ट्रपति के इस बयान पर विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी-रूसी सहयोग से परमाणु आतंकवाद और इसके प्रसार से लड़ने सहित कई मुद्दों को बेहतर तरीके से हल किया जा सकता है।
- हालाँकि, कुछ आलोचकों का मानना है कि रूसी साइबर हमलों के मज़बूत सबूत होने के वाबजूद अमेरिकी राष्ट्रपति की यह प्रतिक्रिया उनके कार्य को निष्पादित करने और संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान की रक्षा या बचाव करने में विफलता को दर्शाता है।
- पिछले हफ्ते के अमेरिका और रूस के संबंधों पर आधारित गैलोप पोल (Gallop poll ) सर्वेक्षण के मुताबिक 40% रिपब्लिकन का मानना है कि वर्ष 2014 से रूस 22% तक अमेरिका का एक सहयोगी या मित्र देश है। जबकि 25% डेमोक्रेट का इस संदर्भ में मानना है कि वर्ष 2014 के समान 28% तक रूस अमेरिका का मित्र देश है।
- वहीं कुल अमेरिकियों में से 31% तक रूस को अमेरिका के लिये एक सहयोगी या दोस्त के रूप में मानते हैं।
- ट्रंप-पुतिन शिखर सम्मेलन ने सहयोग के कुछ क्षेत्रों में अवसरों की खिड़कियाँ खोल दी हैं जो अमेरिका और विश्व सुरक्षा के हितों के लिये बेहतर साबित होगा।
- इस सम्मलेन के दौरान दोनों राष्ट्रपतियों ने जिहादी आतंकवाद को रोकने, परमाणु प्रसार को रोकथाम और मौजूदा परमाणु शस्त्रागार के खतरों को नियंत्रित करने के लिये मिलकर काम करने के महत्त्व पर बल दिया।
- इसके साथ ही राष्ट्रपति पुतिन ने न्यू स्टार्ट परमाणु समझौते को विस्तारित करने और आईएनएफ संधि के अनुपालन की गंभीर समस्या को हल करने की इच्छा भी व्यक्त की।