बाड़मेर रिफाइनरी परियोजना से संबद्ध अन्य महत्त्वपूर्ण पक्ष | 10 Jan 2018
चर्चा में क्यों?
राजस्थान के पचपदरा में बाड़मेर रिफाइनरी परियोजना को शुरू किया जा रहा है। वर्ष 2013 में भारत सरकार द्वारा इस परियोजना का अनुमोदन किया गया, कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी द्वारा 22 सितम्बर, 2013 (27 सितम्बर, 2013 से आचार संहिता लागू होने के ठीक पहले) को बाड़मेर के पचपदरा में इसकी आधारशिला रखी गई थी।
परियोजना का संक्षिप्त विवरण
- स्थान - पचपदरा, बाड़मेर, राजस्थान (Pachpadra, Barmer, Rajasthan)
- परियोजना की कुल लागत 43129 करोड़ रुपए है।
- अभियांत्रिकी समापन का लक्ष्य - 4 वर्ष
- रिफाइनरी की क्षमता 9 एमएमटीपीए
- एचपीसीएल का इक्विटी शेयर – 74 प्रतिशत
- राजस्थान सरकार का इक्विटी शेयर - 26 प्रतिशत
- 15 वर्षों तक प्रतिवर्ष 1123 करोड़ रुपए का ब्याज मुक्त ऋण।
- 16 वें वर्ष से अगले 15 वर्षों तक ऋण अदायगी।
- रिफाइनरी बीएस छह उत्पादों के उत्पादन में सक्षम।
परियोजना के लाभ
- रोज़गार के नए अवसरों का सृजन (निर्माण अवधि के दौरान अप्रत्यक्ष रूप से 40,000 नौकरियाँ तथा 1000 प्रत्यक्ष रोज़गारों का सृजन)
सामाजिक उत्थान
- कौशल विकास और शिक्षा के माध्यम से बेहतर जीवन स्तर को अर्जित करने की क्षमता में बढ़ोतरी करना
आर्थिक विकास
- पेट्रो-केमिकल पर आधारित अन्य उद्योग
- अनुषंगी उद्योग
अवसंरचना का विकास
- सड़क और संचार नेटवर्क
- स्कूल और कॉलेज
- चिकित्सा, स्वास्थ्य और सेवा उद्योग
पूर्व की स्थिति
- पहले इस परियोजना का आईआरआर मात्र 6.32 प्रतिशत था। परंतु अब इसे बढ़ाकर 12.2 प्रतिशत कर दिया गया है।
- यही कारण है कि राज्य सरकार पर वित्तीय बोझ 56,040 करोड़ रुपए से घटकर 16,845 करोड़ रुपए हो गया है।
- इससे राज्य सरकार को 40,000 करोड़ रुपए की बचत हुई है। 188.80 करोड़ रुपए की भूमि लागत के बदले भारत सरकार को परियोजना में इक्विटी दी गई है।
विशेष तैयारी के साथ इसका आरंभ किया जा रहा है
- परियोजना कार्य प्रारंभ करने के लिये सभी आवश्यक अनुमति/अनुमोदन प्राप्त कर लिये गए है, उदाहरण के तौर पर -
⇒ पर्यावरण व वन मंत्रालय से पर्यावरण अनुमति
⇒ संशोधित परियोजना के लिये भारत सरकार का अनुमोदन
-
इस रिफाइनरी संयंत्र के लिये 4567.32 एकड़ जमीन प्राप्त की गई। बाड़मेर के पचपदरा में विपणन टर्मिनल के लिये 250 एकड़ जमीन प्राप्त की गई।
- 70 करोड़ रुपए की लागत से चारदीवारी के निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया है। इसके अतिरिक्त 50 करोड़ रुपए की लागत से अन्य निर्माण कार्य प्रारंभ किये गए हैं, जैसे - कच्चे तेल की पाइप लाइन, उत्पाद की पाइप लाइन, पानी की पाइप लाइन आदि।