आंतरिक सुरक्षा
रक्षा उपकरण निर्माण में निजी क्षेत्र की भागीदारी
- 07 Jan 2019
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चर्चा में क्यों?
हाल ही में रक्षा अधिग्रहण परिषद् (Defence Acquisition Council -DAC) ने एक अहम् निर्णय लेते हुए घरेलू रक्षा विनिर्माण में निजी क्षेत्र की भागीदारी को मंज़ूरी प्रदान की।
अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य
- यह दिशा-निर्देश SP मॉडल (Strategic Partnership Model) से संबंधित है। जिसमें मुख्यतः चार खंड हैं - पनडुब्बियाँ, एकल इंजन लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर और बख्तर बंद वाहक/मुख्य युद्धक टैंक।
- इस नीति के तहत प्रत्येक खंड में एक भारतीय निजी कंपनी का चयन किया जाएगा जो प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के तहत भारत में प्लेटफार्मों का निर्माण करने के लिये शॉर्टलिस्ट किये गए वैश्विक उपकरण निर्माताओं के साथ गठजोड़ करेगी।
- इस महत्त्वाकांक्षी नीति को पिछले साल मई में लागू किया गया, लेकिन विशिष्ट दिशा-निर्देशों की कमी के कारण इसकी प्रगति में देरी हुई।
- DAC ने नौसेना उपयोगिता हेलीकॉप्टरों की खरीद के लिये मंच विशिष्ट दिशा-निर्देशों को भी मंज़ूरी दी। अन्य श्रेणियों के लिये भी इसी तरह के दिशा-निर्देश जल्द ही जारी किये जाएंगे।
- मंत्रालय ने कहा कि SP मॉडल के तहत विशेष रूप से गठित कर्मचारी समितियों द्वारा सभी खरीद पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करते हुए इनका समय पर निष्पादन सुनिश्चित किया जाएगा।
- एक अन्य निर्णय में DAC ने कोस्ट गार्ड (Coast Guard) के लिये 800 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत पर आठ फास्ट पैट्रोल वेसल्स (Fast Petrol Vessels) के अधिग्रहण की स्वीकृति दी, जो कि स्वदेशी रूप से डिज़ाइन और निर्मित होंगे।
SP मॉडल
- रक्षा मंत्रालय द्वारा प्रदत्त एक मॉडल है।
उद्देश्य - रक्षा औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र को पुनर्जीवित करना और सशस्त्र बलों की भविष्य की ज़रूरतों के लिये जटिल हथियार प्रणाली के डिज़ाइन, विकास और निर्माण के लिये निजी क्षेत्र में स्वदेशी क्षमताओं का निर्माण करना।
रक्षा अधिग्रहण परिषद् (Defence Acquisition Council -DAC) - रक्षा खरीद प्रक्रिया के समग्र मार्गदर्शन के लिये रक्षा मंत्री के अधीन गठित परिषद् (DAC)
Fast Petrol Vessel- एक गश्ती नौका (जिसे गश्ती शिल्प,,गश्ती जहाज़ के रूप में भी जाना जाता है) एक अपेक्षाकृत छोटा नौसेना पोत है जिसे आमतौर पर तटीय रक्षा कार्यों के लिये डिज़ाइन किया जाता है।