प्रारंभिक परीक्षा
प्रीलिम्स फैक्ट्स 8 सितंबर 2018
- 08 Sep 2018
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हाइफा का युद्ध
हाल ही में भारतीय दूतावास ने हाइफा के युद्ध के 100 वर्ष पूरा होने पर हाइफा में एक समारोह का आयोजन किया।
- हाइफा का युद्ध 23 सितंबर, 1918 को हुआ था जिसमें जोधपुर, मैसूर तथा हैदराबाद के सैनिकों ने मित्र राष्ट्रों की ओर से प्रथम विश्वयुद्ध में भाग लेकर जर्मनी व तुर्की के आधिपत्य वाले हाइफा शहर को मुक्त करवाया था।
- इससे पहले, इज़राइल की अपनी यात्रा के दौरान भारत के प्रधानमंत्री ने इस शहर को मुक्त कराने में मेजर दलपत सिंह जिन्हें 'हीरो ऑफ हाइफा' भी कहा जाता है, की स्मृति में एक पट्टिका का अनावरण किया था।
- इस युद्ध में लड़ने वाले सैनिकों को सम्मान देते हुए भारत सरकार ने दिल्ली स्थित विख्यात तीन मूर्ति मेमोरियल को तीन मूर्ति हाइफा मेमोरियल के रूप में पुनः नामित किया है।
- तीन मूर्ति मेमोरियल का निर्माण 1922 में जोधपुर, हैदराबाद और मैसूर के तीन रियासतों ने भारतीय सैनिकों की याद में किया गया था।
हाल ही में छठे बंगलुरु एक्सपो का आयोजन 6-8 सितंबर, 2018 को बंगलूरू में किया गया।
- इसका आयोजन दो वर्ष में एक बार किया जाता है।
- BSX-2018 का आयोजन भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) द्वारा इसरो तथा अंतरिक्ष विभाग के सहयोग से आयोजित किया गया।
- तीन दिवसीय कार्यक्रम में 'वर्ल्ड स्पेस-बिज़' (World Space-Biz) विषय पर अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी और सम्मेलन आयोजित किये गए।
- सम्मेलन का विषय भारत में नई अंतरिक्ष तकनीकों को सक्षम करने पर विशिष्ट ध्यान देने के साथ "भारतीय अंतरिक्ष पारिस्थितिकी तंत्र में गतिशीलता का निर्माण करना" (Creating Dynamism in Indian Space Ecosystem) है।
द्वितीय विश्व हिंदू कॉन्ग्रेस
1893 में विश्व धर्म संसद में स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक भाषण की 125वीं वर्षगाँठ के अवसर पर शिकागो में दूसरे विश्व हिंदू कॉन्ग्रेस (World Hindu Congress) का आयोजन किया जा रहा है।
- विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित प्रथम सम्मलेन का आयोजन वर्ष 2014 में नई दिल्ली में किया गया था।
- चार वर्ष में एक बार आयोजित किया जाने वाला विश्व हिंदू सम्मेलन एक ऐसा वैश्विक मंच है जिसका उद्देश्य है कि सभी हिंदू एक साथ आएँ, अपने विचारों को साझा करें और एक-दूसरे को प्रेरित करें।
- विश्व हिंदू सम्मेलन 2018 की थीम ‘सुमंत्रिते सुविक्रांतते’ (सामूहिक रूप से चिंतन करें, वीरतापूर्वक प्राप्त करें) है।
- 1893 में शिकागो में आयोजित विश्व धर्म संसद विश्व के कोलंबियाई प्रदर्शनी में कई अन्य सम्मेलनों के बीच सबसे बड़ी और विशेष घटना थी।
- विश्व धर्म सम्मेलन पूर्वी और पश्चिमी आध्यात्मिक परंपराओं के प्रतिनिधियों की पहली औपचारिक सभा को प्रदर्शित करता है। आज इसे दुनिया भर में औपचारिक पारस्परिक संवाद के जन्मदाता के रूप में पहचाना जाता है।
- स्वामी विवेकानंद ने वहाँ एकत्रित हुए 5000 प्रतिनिधियों को प्रभावित किया जब उन्होनें "मेरे अमेरिकी भाइयो एवं बहनो" शब्दों के साथ उनका अभिवादन किया था।