प्रीलिम्स फैक्ट्स : 03 दिसंबर, 2018 | 03 Dec 2018

हॉर्नबिल महोत्सव (Hornbill Festival)


नगालैंड राज्य के स्थापना दिवस (1 दिसंबर, 1963) के अवसर पर हर साल हॉर्नबिल महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस बार राज्य में 19वें हॉर्नबिल महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।

  • यह सांस्कृतिक महोत्सव नृत्य, संगीत और भोजन के साथ-साथ वर्षों से अपनाई गई नगा समुदाय की समृद्ध संस्कृति एवं परंपराओं का कलात्मक प्रदर्शन है, जो कि नगा समाज की विविधताओं को प्रदर्शित करता है।
  • इस महोत्सव का उद्देश्य नगालैंड की समृद्ध संस्कृति को पुनर्जीवित करने तथा सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ इसकी परंपराओं को प्रदर्शित करना है।
  • इस उत्सव का आयोजन राज्य के पर्यटन तथा कला एवं संस्कृति मंत्रालय द्वारा किया जाता है।
  • पहली बार इस उत्सव का आयोजन वर्ष 2000 में किया गया था।

नगालैंड के बारे में

  • नगालैंड राज्य का गठन औपचारिक रूप से 1 दिसंबर, 1963 को भारतीय संघ के 16वें राज्य के रूप में किया गया था। यह पश्चिम में असम, पूर्व में म्याँमार (बर्मा), उत्तर में अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ हिस्से तथा दक्षिण में मणिपुर से घिरा हुआ है।
  • इसकी राजधानी कोहिमा है। राज्य की आधिकारिक भाषा अंग्रेज़ी (English) है।
  • राज्य में 16 प्रमुख जनजातियाँ तथा उनकी उप-जनजातियाँ निवास करती हैं। प्रत्येक जनजाति रिवाज, भाषा और पोशाक के मामले में एक-दूसरे से भिन्न है।

सशस्त्र बल ध्वज दिवस – 2018 (Armed Forces Flag Day – 2018)


वर्ष 1949 से ही 07 दिसंबर को शहीदों के साथ-साथ वर्दीधारी पुरुषों और महिलाओं, जो देश के सम्मान की रक्षा के लिये सीमाओं पर बहादुरी से लड़ते हैं, को सम्मानित करने के लिये सशस्त्र सेना ध्वज दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है। इसी क्रम में पूर्व-सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिये पूर्ण देश का समर्थन सुनिश्चित करने के लिये 1 से 7 दिसंबर तक सशस्त्र बल सप्ताह (Armed Forces Week) का आयोजन किया जा रहा है।

  • यह पूर्व सैनिकों, दिव्यांग सैनिकों, युद्ध में मारे गए जवानों की विधवाओं और उन लोगों के आश्रितों, जिन्होंने मातृभूमि की सुरक्षा, सम्मान और अखंडता के लिये अपनी जान न्यौछावर कर दी, की देखभाल करने हेतु देश के दायित्व को याद दिलाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
  • पूर्व सैनिक (Ex-Servicemen- ESM) समुदाय के कल्याण और पुनर्वास के लिये भारत सरकार द्वारा 'सशस्त्र बल ध्वज दिवस कोष' (Armed forces Flag Day Fund- AFFDF) का गठन किया गया है।
  • देश में 6.5 लाख विधवाओं सहित 30 लाख ESM हैं, जिसमें समय-पूर्व सेवानिवृत्ति ले लेने के कारण हर साल लगभग 60,000 ESM और जुड़ जाते हैं।
  • इस अभियान का उद्देश्य 'सशस्त्र बल ध्वज दिवस कोष' के बारे में जागरूकता पैदा करना और उदारता से योगदान करने के लिये लोगों को प्रोत्साहित करना है।

अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस (International Day of Persons with Disabilities)


हर साल 3 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस के रूप में मनाया जाता है।

  • इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस की थीम है- Empowering persons with disabilities and ensuring inclusiveness and equality.

प्रमुख तथ्य

  • इस दिवस को मनाने की घोषणा वर्ष 1992 में हुई थी।
  • संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, पूरी दुनिया की आबादी 7 बिलियन है जिसमें से 1 बिलियन लोग विकलांगता के किसी-न-किसी रूप से ग्रसित हैं। अर्थात् प्रत्येक 7 में से एक व्यक्ति दिव्यांग है।
  • दिव्यांग लोगों की कुल वैश्विक आबादी में 100 मिलियन से अधिक बच्चे शामिल हैं।
  • दिव्यांग बच्चों के हिंसा से पीड़ित होने की संभावना गैर-अक्षम बच्चों की तुलना में चार गुना अधिक है।
  • कुल दिव्यांग आबादी में से 80% लोग विकासशील देशों में रहते हैं।
  • 50 प्रतिशत दिव्यांग ऐसे हैं जो स्वास्थ्य सेवाओं का खर्च वहन नहीं कर सकते।
  • 177 देशों ने विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों पर सम्मेलन की पुष्टि की है।

भारत में दिव्यांग जन

  • वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में दिव्यांग जनों की आबादी 2.68 करोड़ है, जो देश की कुल जनसंख्‍या का 2.21 प्रतिशत है।
  • सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्रालय का दिव्यांग जन सशक्तीकरण विभाग [Department of Empowerment of Persons with Disabilities (Divyangjan)] दिव्यांग जनों के सशक्‍तीकरण हेतु कार्य करता है।

तालानोआ वार्ता (Talanoa Dialogue)

Talanoa Dialogue

तालानोआ वार्ता की शुरुआत वर्ष 2017 में बॉन, जर्मनी (Bonn,Germany) में आयोजित संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन COP-23 (UN Climate Change Conference COP-23) में हुई थी जिसका आयोजन 2018 में भी पूरे वर्ष के दौरान किया जा रहा है।

  • तालानोआ (Talanoa) एक पारंपरिक शब्द है जो फिजी और प्रशांत क्षेत्र में समावेशी, सहभागी और पारदर्शी वार्तालाप की प्रक्रिया को प्रतिबिंबित करने के लिये उपयोग किया जाता है।
  • तालानोआ का उद्देश्य सामूहिक हित के लिये कहानियाँ साझा करना, सहानुभूति व्यक्त करना और बुद्धिमत्तापूर्ण निर्णय लेना है।
  • तालानोआ की प्रक्रिया में कहानी के माध्यम से विचारों, कौशल और अनुभव को साझा करना शामिल है।