प्रीलिम्स फैक्ट्स: 18 अक्तूबर, 2018 | 18 Oct 2018
रोशनी केंद्र
- हाल ही में दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM), ग्रामीण विकास मंत्रालय (MoRD) और लेडी इरविन कॉलेज ने रोशनी, महिला समूह द्वारा मार्गदर्शित सामाजिक कार्यवाही केन्द्र, की स्थापना के लिये एक समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
- रोशनी को यूनिसेफ इंडिया द्वारा तकनीकी और वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। यूनिसेफ इंडिया DAY-NRLM के लिये राष्ट्रीय स्तर पर तकनीकी सहायता इकाई के रूप में कार्य कर रहा है और विकास संचार एवं विस्तार विभाग, लेडी इरविन कॉलेज, नई दिल्ली से संबद्ध है।
- रोशनी-केंद्र महिला समूहों और उनके संघों के माध्यम से खाद्यान्न, स्वास्थ्य, पोषण आदि क्षेत्र में अपनी भूमिका निभाएगा।
जीवन का सबसे पुराना साक्ष्य
- हाल ही में ओमान, साइबेरिया और भारत से प्राप्त चट्टानों से शोधकर्त्ताओं को जीवन का सबसे पुराना साक्ष्य मिला है।
- शोध से पता चलता है कि समुद्री स्पंज 660 मिलियन वर्ष पहले नियो प्रोटेरोजोइक युग (660-635 मिलियन वर्ष पूर्व) के दौरान अस्तित्व में आया, जो कैम्ब्रिअन विस्फोट से कम से कम 100 मिलियन वर्ष पूर्व था।
- प्राचीन चट्टानों और तेलों में, शोधकर्ताओं ने स्टेरॉयड यौगिक पाया जो केवल स्पंज द्वारा उत्पादित होता है तथा यह यौगिक जीवन के शुरुआती रूपों में से एक होता है।
- कैम्ब्रिअन विस्फोट का तात्पर्य 541 मिलियन वर्ष पहले जीवों के संघों में विस्तार से है। यह विस्तार जानवरों कंकालीय अवशेषों से पता चलता है।
- वैज्ञानिकों द्वारा पहचाना गया बायोमार्कर 26-मेथिल स्टिग्मास्टेन (26-mes) नामक एक स्टेरॉयड यौगिक है।
- इसकी संरचना अनूठी है जिसे वर्तमान में आधुनिक स्पंजों की केवल कुछ प्रजातियों द्वारा संश्लेषित किया जाता है जिन्हें डेमोस्पॉन्ज़ (demosponges) कहा जाता है।
- सितंबर 2018 में, शोधकर्ताओं की एक अंतर्राष्ट्रीय टीम ने दावा किया कि दुनिया के सबसे पुराने जीवाश्म, जिसे डीकिसोंनिया के नाम से जाना जाता है, जो पहली बार 571 मिलियन से 541 मिलियन वर्ष पहले अस्तित्व में आया था।
- प्राप्त साक्ष्य को डीकिसोंनिया से 100 मिलियन वर्ष पहले का बताया जा रहा है।
- यह खोज वैज्ञानिकों को भूगर्भ विज्ञान और जीवविज्ञान की उस पारस्परिक क्रिया को बेहतर ढंग से समझने में मदद कर सकती है जिसने पृथ्वी पर जटिल जीवन के विकास को प्रेरित किया।
हैंड-इन-हैंड
भारत और चीन की सेना दिसंबर में चीन के चेंगदू क्षेत्र में वार्षिक संयुक्त सेना अभ्यास 'हैंड-इन-हैंड' को फिर से शुरू किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि डोकलाम विवाद के बाद उत्पन्न तनाव के कारण गत वर्ष इस अभ्यास को रद्द कर दिया गया था।
- दोनों देशों के लगभग 175 सैन्यकर्मी इस अभ्यास में भाग लेंगे।
- इस अभ्यास में भारत का प्रतिनिधित्व उत्तरी कमान के 11 सिख लाइट रेजिमेंट के सैनिकों द्वारा किया जाएगा।
- अभ्यास का दायरा मानवीय सहायता और आपदा राहत संचालन के अलावा, अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद को समझना तथा उसका सामना करने के लिये संयुक्त रणनीति तैयार करना है।
- यह अभ्यास तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र की मानसिक स्वास्थ्य रणनीति
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र ने कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों और उनके प्रभाव से निपटने तथा अपने कर्मचारियों के कल्याण लिये एक रणनीति शुरू की है।
- इस रणनीति के तहत UN के कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान रखा जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र
- संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 24 अक्तूबर, 1945 को संयुक्त राष्ट्र अधिकार-पत्र के माध्यम से की गई थी।
- यह एक वैश्विक संगठन है, जिसका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय कानून को सुविधाजनक बनाने हेतु सहयोग प्रदान करना, वैश्विक सुरक्षा, आर्थिक एवं सामाजिक विकास तथा मानवधिकारों की सुरक्षा के साथ-साथ विश्व शांति के लिये कार्य करना है।