अंतर्राष्ट्रीय संबंध
प्रीलिम्स फैक्ट्स : 29 जनवरी, 2018
- 29 Jan 2018
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‘मैत्री यात्रा’
हाल ही में राष्ट्रीय बाल भवन में जम्मू-कश्मीर छात्र विनिमय कार्यक्रम ‘मैत्री यात्रा’ का समापन किया गया। छात्र विनिमय कार्यक्रम का आयोजन मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा जम्मू-कश्मीर के नौजवानों को भारत के विभिन्न भागों की संस्कृति, भाषा और विकास गाथाओं से अवगत कराने के लिये किया गया था।
प्रमुख बिंदु
- इस कार्यक्रम का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के युवाओं को बाकी देश से जोड़ना और भाईचारे तथा सद्भाव को बढ़ावा देना है। मंत्रालय द्वारा इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने, सीखने और एक-दूसरे के साथ जानकारियों को साझा करने के लिये विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना की गई।
- इसके अतिरिक्त मंत्रालय द्वारा कश्मीरी दोस्तों के ठहरने के लिये अपनी कक्षाएँ खाली करके ‘अतिथि देवो भव’ की सच्ची भावना प्रदर्शित करने वाले राष्ट्रीय बाल भवन के विद्यार्थियों की भी सराहना की गई।
- इस संदर्भ में सरकार ऐसी प्रणाली तैयार कर रही है जो सभी विद्यार्थियों को एकसमान अवसर उपलब्ध कराएगी जिससे सभी राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान कर सकेंगे।
- इस कार्यक्रम के तहत जम्मू-कश्मीर के स्कूलों के नौवीं से बारहवीं तक के 500 विद्यार्थी 50 सुपरवाइज़रों के साथ 18 जनवरी, 2018 को दिल्ली पहुँचे।
- मैत्री यात्रा की कुछ झलकियाँ समापन समारोह में भी दिखाई गईं।
सरकार प्रक्रिया पुन:अभियांत्रिकी (जीपीआर) पहल
भारत सरकार विश्व बैंक द्वारा वार्षिक रूप से प्रकाशित रैंकिंग के अनुसार, ‘व्यवसाय करने में’ (Doing Business) शीर्ष 50 देशों में स्थान हासिल करने के लिये प्रतिबद्ध है। पिछले तीन वर्षों के दौरान एमसीए (Ministry of Corporate Affairs) द्वारा देश में व्यवसाय करने की सरलता की रैंकिंग में सुधार लाने की दिशा में उल्लेखनीय योगदान दिया गया है, लेकिन विशेष रूप से किसी व्यवसाय को आरंभ करने के संबंध में अभी सुधार की बहुत गुंजाइश बाकी है।
- भारत सरकार द्वारा की गई पहलों के कार्यान्वयन की प्रभावोत्पादकता पर विभिन्न हितधारकों द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचनाओं को विश्व बैंक द्वारा कराए गए सर्वेक्षण के दौरान एक महत्त्वपूर्ण इनपुट समझा जाता है।
- अंतिम निर्धारण वर्ष के दौरान, मंत्रालय द्वारा एकल ऑनलाइन प्रक्रियाओं के माध्यम से वास्तविक समय के भीतर पैन (Permanent Account Number – PAN) और टैन (Tax Deduction and Collection Account Number-TAN) जारी करने की प्रक्रिया के अंतर्गत तीव्र निगमन संबंधी सेवाएँ प्रदान करने के लिये "केंद्रीय पंजीकरण केंद्र (Central Registration Centre -CRC)" की स्थापना की गई।
- ऐसा करने के लिये एसपीआईसीई (Simplified Proforma for Incorporating Company Electronically -SPICE) को लॉन्च किया गया जिसके अंतर्गत दो अलग-अलग मंत्रालयों द्वारा पाँच सेवाओं को वितरित करने के लिये एमसीए 21 पोर्टल (MCA21 Portal) के तहत एकल फार्म की सुविधा प्रदान की गई।
- इस वर्ष 69वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सरकार प्रक्रिया पुन:अभियांत्रिकी (Government Process Re-engineering -GPR) पहल का शुभारंभ किया गया, जिससे कि किसी नए व्यवसाय को आरंभ करने के लिये आवश्यक प्रक्रियाओं को त्वरित, सुगम, सरल बनाने एवं उनकी संख्या में कमी लाने हेतु संयोजन प्रक्रिया बनाई जा सके।
विशेषताएँ
- इसकी प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार हैं-
(I) 26.01.2018 को नाम आरक्षण के लिये ‘आरयूएन’ (Reserve Unique Name - RUN) नामक वेब सेवा की शुरुआत की गई।
(II) 10 लाख से अधिक प्राधिकृत पूंजी वाली सभी कंपनियों को शामिल करने के लिये शून्य शुल्क की व्यवस्था की गई।
(III) निदेशक के रूप में किसी व्यक्ति की नियुक्ति के समय केवल डीआईएन (Director Identification Number –DIN) के आवंटन की प्रक्रिया को संयुक्त SPIC के फॉर्म के ज़रिये आवंटित करने की प्रक्रिया को पुन: व्यवस्थित करना।
पानी में काम करने वाली लचीली बैटरी
- दक्षिण कोरिया के उल्सान नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों द्वारा एक ऐसी लचीली बैटरी विकसित की गई है जिसे न केवल सामान्य तौर पर चार्ज किया जा सकता है बल्कि यह पानी में काम करने के साथ-साथ (पानी में) खराब भी नहीं होगी।
- इतना ही नहीं यह बैटरी पहने जा सकने वाले विद्युत उपकरणों को चलाने में भी मददगार साबित होगी।
प्रमुख विशेषताएँ
- वैज्ञानिकों द्वारा रिचार्ज हो सकने वाली एक अत्यधिक लचीली बैटरी विकसित करने में सफलता हासिल की गई है, यह लिथियम बैटरी एक्वस इलेक्ट्रोलाइट्स तकनीक पर आधारित है।
- बदलते समय के साथ-साथ पहने जा सकने वाले उपकरण की मांग में बहुत तेज़ी से वृद्धि हो रही है, ऐसे में इन उपकरणों को चलाने के लिये इस प्रकार की बैटरी की आवश्यकता होगी।
- वैज्ञानिकों द्वारा लचीली इलेक्ट्रोलाइटस बनाने के लिये प्रवाहित पॉलीमर कम्पोज़िट का उपयोग करके यह निर्माण किया गया है।
- इस अध्ययन को एडवांस एनर्जी मटीरियल्स नामक जर्नल में प्रकाशित किया गया।
- इस अध्ययन के अनुसार, वैज्ञानिकों द्वारा प्रयोग के दौरान पाया गया कि पॉलीमर कंपोजिट में बहुत अधिक खिंचाव के बाद भी विद्युत का प्रवाह निर्बाध रूप से जारी रहता है। इसी से वैज्ञानिकों को इस लचीली बैटरी का खयाल आया।
श्रवणबेलगोला : महामस्तकाभिषेक का आयोजन
- कर्नाटक के हासन ज़िले में स्थित श्रवणबेलगोला जैन समुदाय का पवित्र तीर्थ स्थल है। 17-25 फरवरी को यहाँ 88वें महामस्तकाभिषेक समारोह का आयोजन किया जाएगा।
- प्रत्येक 12 वर्ष में आयोजित किये जाने वाले इस समारोह का पिछली बार 2006 में आयोजन किया गया था।
ऐतिहासिक तथ्य
- श्रवणबेलगोला शहर के पास चंद्रगिरि पहाड़ी की चोटी पर जैन संत बाहुबली की 57 फीट की प्रतिमा स्थापित है। इन्हें गोमतेश्वर भी कहा जाता है।
- 983 AD में गंग शासक रचमल्ल के एक मंत्री चामुण्डाराय द्वारा इस विशालकाय प्रतिमा का निर्माण करवाया गया था। AD 981 में यहाँ महामस्तकाभिषेक की परंपरा शुरू हुई थी।
- ऐसा माना जाता है कि इस प्रतिमा को एक ही सफ़ेद ग्रेनाइट पत्थर को काटकर निर्मित किया गया है। जैन धर्म की परम्परानुसार संत बाहुबली की यह प्रतिमा वस्त्रहीन है।
- जैन अनुश्रुति के अनुसार, मौर्य वंश के संस्थापक सम्राट चन्द्रगुप्त ने राजपाट त्यागकर जैन धर्मं में दीक्षा लेने के बाद अपना शेष जीवन तपस्या करते हुए श्रवणबेलगोला में ही बिताया था।
जैन संत बाहुबली (गोमतेश्वर)
- संत बाहुबलि को जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभनाथ का पुत्र माना जाता है।
- बाहुबलि ने अपने बड़े भाई भरत को पराजित कर विजित राज्य उसी को लौटा दिया था और स्वयं राजपाट त्यागकर तपस्या करने लगे।
- जैन मान्यताओं के अनुसार, जैन धर्म में सबसे पहले मोक्ष संत बाहुबली को ही प्राप्त हुआ था। संत बाहुबलि को आज भी जैन धर्म में विशिष्ट स्थान प्राप्त है।
- मनुष्य की मानसिक शांति और आध्यात्मिक उत्थान के लिये संत बाहुबली ने चार बातें बताई थीं-
► अहिंसा से सुख (Happiness Through Non Violence)।
► त्याग से शांति (Peace Through Renunciation)।
► बंधुत्व से प्रगति (Progress Through Amity)।
► ध्यान से सिद्धि (Perfection through Meditation) की प्राप्ति।