प्रीलिम्स फैक्ट्स : 28 अगस्त, 2018 | 28 Aug 2018
प्रथम जैव-ईंधन उड़ान
- जेट्रोफा बीज से निर्मित तेल और विमानन टरबाइन ईंधन के मिश्रण से प्रणोदित उड़ान देश की पहली जैव जेट ईंधन संचालित उड़ान होगी।
- उल्लेखनीय है कि यह उड़ान सेवा दिल्ली से देहरादून के बीच संचालित हुई, जिसमें 43 मिनट का समय लगा। यह सेवा स्पाइस जेट (Bombardier Q-400) द्वारा मुहैया कराया गया। इस उड़ान में चालक दल के पाँच सदस्यों सहित कुल 25 व्यक्ति सवार थे।
- विमान के ईंधन में जैव-ईंधन और विमानन टरबाइन ईंधन का अनुपात 25:75 था। ध्यातव्य है कि अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार, विमानन टरबाइन ईंधन के साथ 50% की दर से जैव ईंधन मिश्रित करने की अनुमति प्राप्त है।
- उल्लेखनीय है कि देहरादून स्थित वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद के साथ भारतीय पेट्रोलियम संस्थान को स्वदेशी रूप से ईंधन के निर्माण में आठ वर्ष का समय लग गया।
- ध्यातव्य है कि 2008 में वर्जिन अटलांटिक द्वारा वैश्विक स्तर पर पहली टेस्ट उड़ान के बाद ही संस्थान ने जैव ईंधन पर अपना प्रयोग कार्य शुरू किया था।
शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शांति मिशन, 2018
- SCO शांति मिशन अभ्यास, 2018 चेबरकुल (रूस) में औपचारिक तौर पर शुरू हुआ। यह अभ्यास शांति मिशन श्रृंखला में नवीनतम है। इस अभ्यास में सभी आठ सदस्य देशों की सैनिक टुकड़ियाँ भाग ले रही हैं।
- यह अभ्यास संगठन देशों की सशस्त्र सेनाओं को बहुराष्ट्रीय और संयुक्त माहौल के शहरी परिदृश्य में आतंकवाद की कार्रवाइयों से निपटने के लिये प्रशिक्षण का अवसर प्रदान करेगा।
- अभ्यास के दायरे में पेशेवर बातचीत, अभ्यास और प्रक्रियाओं की पारस्परिक समझ, संयुक्त कमांड एवं नियंत्रण संरचनाओं की स्थापना तथा शहरी काउंटर आतंकवादी परिदृश्य में आतंकवादी खतरे को खत्म करना आदि शामिल है।
- इस अभ्यास में 1700 सैन्यकर्मियों के साथ रूस सबसे बड़े भागीदार के रूप में है, इसके बाद 400 के सैन्यकर्मियों के साथ चीन और 200 के साथ भारत का स्थान है।
- गौरतलब है कि इस अभ्यास के तहत पहली बार भारत और पाकिस्तान के सेनाओं ने संयुक्त आतंकवाद विरोधी अभ्यास में भाग लिया।
शंघाई सहयोग संगठन
- SCO 2001 में स्थापित एक अंतर सरकारी संगठन है। वर्तमान में इसमें 8 सदस्य हैं।
- SCO का मुख्यालय: बीजिंग (चीन) में स्थित है।
- SCO की उत्पत्ति 26 अप्रैल, 1996 को स्थापित शंघाई पाँच समूह के देशों चीन, कज़ाखस्तान, रूस, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान से मिलकर हुई थी।
- 2001 में उज़्बेकिस्तान शंघाई पाँच में शामिल हो गया और इसे शंघाई सहयोग संगठन के रूप में पुनः नामित किया गया। वर्ष 2017 में भारत और पाकिस्तान SCO में पूर्णकालिक सदस्यों के रूप में शामिल हुए हैं।
जी. सतीश रेड्डी बने DRDO के नए अध्यक्ष
- प्रतिष्ठित वैज्ञानिक जी. सतीश रेड्डी को DRDO का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
- जी. सतीश रेड्डी को दो साल के लिये DRDO के अध्यक्ष पद हेतु नियुक्त किया गया है और इसी अवधि के दौरान वह डीओडीआरडी के सचिव भी रहेंगे।
- उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व इस पद पर एस. क्रिस्टोफर कार्यरत थे उनका कार्यकाल मई 2018 में पूरा हो गया था ।
- जी. सतीश रेड्डी को भारत में मिसाइल प्रणाली के अनुसंधान और विकास के साथ अंतरिक्ष विज्ञान की कई तकनीकों के विकास में योगदान लिये जाना जाता है।
- इन्हें मई 2015 में रक्षा मंत्री का वैज्ञानिक सलाहकार नियुक्त किया गया था।
- मिसाइल और सामरिक प्रणाली (डीजी, एमएसएस) के महानिदेशक के रूप में, उन्होंने डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मिसाइल कॉम्प्लेक्स लेबोरेटरीज - एएसएल, डीआरडीएल और आरसीआई, आईटीआर, टीबीआरएल और अन्य तकनीकी सुविधाओं का नेतृत्व किया।
- भारत की विदेश मंत्री ने वियतनाम की राजधानी हनोई में 27 अगस्त को हिंद महासागर सम्मेलन के तीसरे संस्करण में भाग लिया।
- इस साल के सम्मेलन का विषय 'क्षेत्रीय वास्तुकला का निर्माण' था और इसमें 43 देशों ने हिस्सा लिया।
- इससे पूर्व वर्ष 2016 और वर्ष 2017 का यह सम्मेलन क्रमशः सिंगापुर और श्रीलंका में आयोजित किया गया था।
- हिंद महासागर सम्मेलन का आयोजन इंडिया फाउंडेशन द्वारा सिंगापुर, बांग्लादेश और श्रीलंका के भागीदारों के साथ मिलकर किया जाता है।
- यह एक पहल है जिसके द्वारा एक ही छत के नीचे राज्य के नेताओं, राजनयिकों और नौकरशाहों को लाने का प्रयास किया जाता है, ताकि एक-दूसरे के बीच समझ को मज़बूत किया जा सके।
इंडिया फाउंडेशन
- इंडिया फाउंडेशन दिल्ली में स्थित एक स्वतंत्र थिंक टैंक है, जो भारतीय राजनीति और विदेश मामलों के मुद्दों, चुनौतियों और अवसरों पर केंद्रित है।