प्रारंभिक परीक्षा
प्रीलिम्स फैक्ट्स: 20 अगस्त, 2018
- 20 Aug 2018
- 7 min read
पीएफआरडीए ने साइबर सुरक्षा से निपटने के लिये एक स्थायी समिति
पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) ने ग्राहकों के हितों की रक्षा के मद्देनज़र साइबर सुरक्षा की चुनौतियों से निपटने के लिये कदम उठाने का सुझाव देने हेतु एक स्थायी समिति की स्थापना की है।
पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण
- इस अधिनियम को 19 सितंबर, 2013 में अधिसूचित और 1 फरवरी, 2014 से लागू किया गया।
- राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) जिसके अभिदाताओं में केंद्र सरकार/राज्य सरकारों निजी संस्थानों/संगठनों और असंगठित क्षेत्र के कर्मचारी शामिल हैं, का नियमन पीएफआरडीए द्वारा किया जाता है।
- भारत में वृद्धावस्था आय सुरक्षा से सबंधित योजनाओं के अध्ययन के लिये भारत सरकार ने वर्ष 1999 में OASIS ( वृद्धावस्था सामजिक और आय सुरक्षा) नामक राष्ट्रीय परियोजना को मंजूरी दी थी।
- भारत सरकार द्वारा अंशदान पेंशन प्रणाली को 22 दिसंबर, 2003 में अधिसूचित किया गया जो 1 जनवरी, 2004 से लागू हुई और जिसे अब राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के नाम से जाना जाता है।
- 1 मई, 2009 से एनपीएस का विस्तार स्वैच्छिक आधार पर देश के सभी नागरिकों के लिये किया गया जिसमें स्वरोज़गार, पेशवरों और असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारियों को भी शामिल किया गया है।
गेहूँ के जटिल जीनोम को समझने में मिली सफलता
एक महत्त्वपूर्ण वैज्ञानिक सफलता में अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिकों के एक दल ने, जिसमें 18भारतीय भी हैं, गेहूँ के जटिल जीनोम को समझने में सफलता प्राप्त की है जिसे अभी तक असंभव माना जा रहा था।
- इस जानकारी से उन जीनों की पहचान करने में मदद मिलेगी जो कि अनाज के उत्पादन, गुणवत्ता, बीमारियों और कीड़ों के प्रति प्रतिरोध के साथ-साथ सूखा, गर्मी, जलभराव एवं खारे पानी के प्रति गेहूँ की सहनशीलता के लिये उत्तरदायी होते हैं।
- के जीनोम को समझने में मिली सफलता से मौसम की मार को सहन कर सकने योग्य गेहूँ की प्रजातियों को विकसित करनें में मदद मिलेगी जिससे कृषि उत्पादन पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को सीमित किया जा सकेगा।
SAAW और हेलीना का सफल परीक्षण
देश में विकसित किये गए SAAW (स्मार्ट एंटी एयरफील्ड वेपन) का परीक्षण राजस्थान के चंदन रेंज से भारतीय वायुसेना के जगुआर विमान के माध्यम से सफलतापूर्वक किया गया।
- इसके अलावा टैंक रोधी निर्देशित मिसाइल हेलीना का भी राजस्थान के पोखरण में सफल परीक्षण किया गया।
- इन दोनों हथियारों को डीआरडीओ द्वारा विकसित किया गया है।
- SAAW युद्धक सामग्री से लैस था और यह सटीकता के साथ लक्ष्य पर निशाना साधने में सफल रहा।
- इसमें बेहतरीन दिशासूचक यंत्र का इस्तेमाल किया गया है, जो विभिन्न ज़मीनी लक्ष्यों को नष्ट करने में सक्षम है।
- हेलीना दुनिया में अत्याधुनिक टैंक रोधी हथियारों में से एक है।
- SAAW को भारतीय वायुसेना के लिये जबकि हेलीना मिसाइल को भारतीय थलसेना के लिये विकसित किया जा रहा है।
एशियन गेम्स 2018:बजरंग पूनिया ने जीता पहला स्वर्ण पदक
हरियाणा के झज्जर ज़िले के 24 वर्षीय भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने 18वें एशियन गेम्सके पहले ही दिन देश के लिये पहला स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया।
- बजरंग ने यह मेडल पुरुषों के 65 किलोग्राम भारवर्ग की फ्रीस्टाइल स्पर्द्धा में जापान के पहलवान ताकातिनी दायची को हराकर जीता।
- बजरंग ने सेमीफाइनल मुकाबले में मंगोलिया के बाटमगनाई बैटचुलुन को 10-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया।
बजरंग पूनिया की बड़ी उपलब्धियाँ
स्वर्ण पदक | रजत पदक | कांस्य पदक |
एशियन गेम्स 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 एशियन चैंपियनशिप 2017 एशियन इंडोर गेम्स 2017 कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप 2017 कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप 2016 |
एशियन गेम्स 2014 एशियन चैंपियनशिप 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स 2014 वर्ल्ड अंडर-23 चैंपियनशिप 2013 |
एशियन चैंपियनशिप 2018 वर्ल्ड चैंपियनशिप 2013 एशियन चैंपियनशिप 2013 |
एशियन गेम्स के बारे में
- 18वें एशियाई खेलों (एशियन गेम्स) का आयोजन इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में किया जा रहा है। इससे पहले वर्ष 1962 में जकार्ता में इन खेलों का आयोजन किया गया था।
- एशियाई खेल- 2018 का आयोजन इंडोनेशिया के जकार्ता और पालेमबांग में किया जा रहा है। यह पहली बार है जब एशियाई खेलों का आयोजन दो शहरों में किया जा रहा है।
- एशियाई खेल- 2018 के उद्घाटन समारोह में भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने भारतीय दल की अगुवाई की।
- एशियाई खेलों में एशिया के 45 देशों के लगभग 11,000 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। ये सभी खिलाड़ी 40 खेलों की 465 स्पर्द्धाओं में भाग लेंगे।
- एशियाई खेलों को एशियाड नाम से भी जाना जाता है। इसका आयोजन प्रत्येक चार वर्ष में किया जाता है।
- 18वें एशियाई खेलों के तीन शुभंकर भिन-भिन (स्वर्ग की चिड़िया), अतुंग (एक हिरण) और काका (एक गैंडा) है।
- इन तीन शुभंकरों ने एक शुभंकर द्रावा का स्थान लिया है। ये तीनों शुभंकर देश के पूर्वी, पश्चिमी और मध्य क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।