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डेली अपडेट्स

अंतर्राष्ट्रीय संबंध

प्रीलिम्स फैक्ट्स : 17 फरवरी, 2018

  • 17 Feb 2018
  • 8 min read

एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस (UPI) एप और भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI)

  • भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) किसी भी एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस (UPI) से लैस एप के लॉन्च की अनुमति तभी देगा, जब एप इंटरऑपरेबिलिटी (अन्तरसंक्रियता) के सिद्धांतों को पूरा करता हो।
  • इंटरऑपरेबिलिटी का सीधा-सा मतलब यह है कि किसी भी एप एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस आईडी के माध्यम से धन भेजने और प्राप्त करने की तथा BHIM / भारत QR कोड उत्पन्न करने की क्षमता शामिल हो। 
  • BHIM का अर्थ है भारत इंटरफेस फॉर मनी। UPI एक भुगतान प्रणाली है जिसे NPCI द्वारा लॉन्च किया गया था। 
  • यह भुगतान प्रणाली मोबाइल प्लेटफॉर्म पर दो बैंक खातों के बीच तत्काल धन स्थानांतरण की सुविधा देती है।
  • अगस्त 2016 में UPI भुगतान प्रणाली 21 बैंकों के साथ लॉन्च की गई थी और वर्तमान में लगभग 71 बैंक यह सुविधा पेश कर रहे हैं।

कावेरी जल विवाद

सुप्रीम कोर्ट का फैसला

  • तमिलनाडु और कर्नाटक के बाच काफी लंबे समय से चल रहे कावेरी जल विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने बेहद अहम फैसला सुनाया है। 
  • सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु को मिलने वाले पानी का हिस्सा घटाकर 192 से 177.25 TMCFt करते हुए यह हिस्सा कर्नाटक को आवंटित कर दिया है। 
  • हिस्‍सेदारी बढ़ जाने के बाद कर्नाटक को 270 TMCFt की जगह 284.75 TMCFt पानी मिलेगा।
  • सुप्रीम कोर्ट ने 1894 और 1924 के समझौतों को तथा उन्हें वैध ठहराने वाले ट्रिब्यूनल के फैसले को भी सही करार दिया है।
  • कोर्ट ने यह भी कहा है कि राष्ट्रीय जल योजना के लागू होने के बाद कोई भी राज्य किसी ऐसी नदी पर अपना एकछत्र अधिकार नहीं जता सकता, जो किसी राज्य में उद्गम होने के बाद किसी दूसरे राज्य से गुज़रती है।
  • कोर्ट ने कहा है कि तमिलनाडु को हर महीने दिये जाने वाले पानी को लेकर ट्रिब्यूनल का आदेश अगले 15 साल तक मान्य होगा।
  • TMCFt- एक हजार मिलियन घन फीट का संक्षिप्त रूप है, जो किसी नदी या जलाशय में जल प्रवाह आयतन को संदर्भित करता है।

कावेरी नदी

  • कावेरी एक  अंतर्राज्यीय नदी है। केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और पुद्दुचेरी इस नदी के बेसिन में आते हैं। इन्हीं चारों राज्यों के बीच एवं विशेष रूप से कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच इस नदी के जल के बँटवारे को लेकर विवाद चला आ रहा है।
  • इस ऐतिहासिक विवाद के समाधान के लिये 1924 में  मद्रास प्रेसिडेंसी और मैसूर राज्य के बीच एक समझौता हुआ था।
  • उसके बाद भारत सरकार द्वारा 1972 में बनाई गई एक कमेटी की रिपोर्ट और विशेषज्ञों की सिफारिशों के बाद अगस्त 1976 में कावेरी जल विवाद के सभी चारों दावेदारों के बीच एक समझौता हुआ था।
  • इस बीच जुलाई 1986 में तमिलनाडु ने अंतर्राज्यीय जल विवाद अधिनियम 1956 के तहत इस मामले को सुलझाने के लिये आधिकारिक तौर पर केंद्र सरकार से एक न्यायाधिकरण का गठन किये जाने का निवेदन किया।
  • केंद्र सरकार ने 2 जून, 1990 को कावेरी नदी जल विवाद न्यायाधिकरण का गठन किया। वर्ष 1991 में इसने एक अंतरिम फैसला दिया था।

विश्व सतत विकास शिखर सम्मेलन

  • विश्व सतत विकास शिखर सम्मेलन (WSDS) 2018 नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 15 - 17 फरवरी के बीच आयोजित हुआ। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।
  • WSDS ऊर्जा और संसाधन संस्थान (TERI) का प्रमुख मंच है। यह स्थायी विकास, ऊर्जा और पर्यावरण क्षेत्रों में वैश्विक नेताओं और विचारकों को साझा मंच पर एक साथ लाने का प्रयास करता है।
  • WSDS 2018 का विषय 'एक स्थिति-स्थापक ग्रह के लिए साझेदारी' है। यह जलवायु परिवर्तन की पृष्ठभूमि में विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के सामने आने वाली कुछ सबसे महत्वपूर्ण चुनौतियों को हल करने के लिए कार्रवाई हेतु एक ढाँचा बनाने का प्रयत्न करता है।

ऊर्जा और संसाधन संस्थान (TERI)

  • ऊर्जा और संसाधन संस्थान (टेरी) एक गैर लाभकारी संस्था है जो ऊर्जा, पर्यावरण और टिकाऊ विकास के क्षेत्र में अनुसंधान कार्य करती है।
  • इसका उद्देश्य महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर वैश्विक समाधान को आकार देने के लिए स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर की रणनीति तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करना है।
  • 1974 में इसे टाटा एनर्जी रिसर्च इंस्टीट्यूट के रूप में स्थापित किया गया था, लेकिन 2003 में इस इंस्टीट्यूट का नाम बदलकर ऊर्जा और संसाधन संस्थान रख दिया गया था।
  • WSDS ने टेरी के प्रथम मंच दिल्ली सतत विकास शिखर सम्मेलन (DSDS) को प्रतिस्थापित कर दिया है। सबसे पहले 2005 में DSDS का आयोजन किया गया था।
  • इसमें व्यवसायों और निजी क्षेत्र की आवश्यकता को रेखांकित किया गया ताकि गरीबी को दूर किया जा सके और सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को तेजी से अपनाया जा सके।

कैंसर से लड़ने हेतु नया अणु

  • स्वीडिश वैज्ञानिकों के एक नए अध्ययन में कहा है कि छोटे अणु जो विशेष रूप से मानव शरीर में सेलेनियम से युक्त एंजाइम को रोकते हैं, कैंसर से लड़ने में सहायक उपकरण बन सकते हैं।
  • शोधकर्ताओं ने प्रयोगशाला में इन अणुओं का उपयोग करते हुए 60 विभिन्न प्रकार के कैंसर कोशिकाओं का प्रभावी ढंग से इलाज किया।
  • सेलेनियम एक आवश्यक रासायनिक सूक्ष्म पोषक तत्व है। सेलेनियम युक्त एंजाइम, जिसे TrxR1 कहा जाता है, का इस्तेमाल विभिन्न कोशिकाओं के विकास के लिए किया जा सकता है। यह TrxR1 ऑक्सीडेटिव तनाव से बचा सकता है।
  • शोधकर्ताओं ने लगभग 400,000 अलग-अलग अणुओं का विश्लेषण किया है जो विशेष रूप से TrxR1 को नियंत्रित करते हैं और तीन अलग-अलग प्रकार से पाए जाते हैं।
  • यह TrxR1 कैंसर विरोधी दवा के रूप में सक्रिय साबित हुए हैं।
  • यह मॉडल चूहों पर काम कर रहा है तथा इसे इंसानों के लिए विकसित किया जा सकता है।
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