अंतर्राष्ट्रीय संबंध
प्रीलिम्स फैक्ट्स: 16 Nov, 2017
- 16 Nov 2017
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एपीसीईआरटी सम्मेलन का आयोजन
- इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तत्वावधान में सीईआरटी-इन (Indian Computer Emergency Response Team) द्वारा नई दिल्ली में एशिया पैसिफिक कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (Asia Pacific Computer Emergency Response Team) सम्मेलन का आयोजन किया गया।
- ए.पी.सी.ई.आर.टी. का यह 15वां सम्मेलन (भारत एवं दक्षिण एशिया में पहला) है।
- इस सम्मेलन का शीर्षक है ‘‘डिजिटल अर्थव्यवस्था में विश्वास निर्मित करना’’।
- इस सम्मेलन में एशिया प्रशांत क्षेत्र, अमेरिका, यूरोप, उद्योग, शिक्षा, सरकार और मीडिया से जुड़े 300 साइबर सुरक्षा पेशेवरों ने भाग लिया।
- इस सम्मेलन में सी.ई.आर.टी. की रणनीतियों से संबद्ध सामयिक विषयों, प्रौद्योगिकी और डिजिटल रूप से विकसित अर्थव्यवस्थाओं में विश्वास निर्मित करने तथा मोबाइल और सोशल मीडिया के संबंध में साइबर सुरक्षा से निपटने हेतु आवश्यक सर्वश्रेष्ठ उपायों के संदर्भ में चर्चा की गई।
राष्ट्रीय विद्युत पोर्टल (National Power Portal – NPP)
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा भारतीय बिजली क्षेत्र में सूचना एकत्रीकरण और प्रसार के लिये एक राष्ट्रीय पावर पोर्टल (National Power Portal-NPP) लॉन्च किया गया। एन.पी.पी. भारतीय विद्युत क्षेत्र के लिये एक केंद्रीयकृत प्रणाली है जो देश में बिजली उत्पादन से लेकर संप्रेषण और वितरण से संबंधित दैनिक, मासिक और वार्षिक ऑनलाइन डाटा कैपचर/इनपुट में सहायता प्रदान करती है।
- यह केंद्रीयकृत प्रणाली विश्लेषित विभिन्न रिपोर्टों, ग्राफ, उत्पादन, संप्रेषण और वितरण के लिये अखिल भारतीय, क्षेत्रीय और केंद्रीय राज्य तथा निजी क्षेत्र के लिये राज्य स्तरीय आँकड़ों के माध्यम से बिजली क्षेत्र से संबंधित (संचालन, क्षमता, मांग, आपूर्ति, खपत आदि) सूचनाएँ प्रसारित करती है।
- एन.पी.पी. डैश बोर्ड को इस तरह से डिज़ाइन और विकसित किया गया है कि यह जी.आई.एस. सक्षम नेविगेशन एवं राष्ट्रीय, राज्य, डिस्कॉम, शहर, फीडर स्तर और राज्यों को योजना आधारित धन पोषण पर क्षमता, उत्पादन, वितरण संबंधी विजुअल चार्ट के माध्यम से विश्लेषित सूचना का प्रसार करता है।
- इस प्रणाली से नियमित रूप से प्रकाशित होने वाली विभिन्न वैधानिक रिपोर्टों को भी देखा जा सकता है।
- मंत्रालय द्वारा पहले बिजली क्षेत्र से संबंधित लॉन्च किये गए एप तरंग, उजाला, विद्युत प्रवाह, गर्व, ऊर्जा, मेरिट अब एकीकृत रूप में इस डैश बोर्ड पर उपलब्ध होंगे।
- एन.पी.पी. को केंद्रीय बिजली प्राधिकरण, बिजली वित्त निगम, ग्रामीण बिजलीकरण निगम तथा अन्य बड़ी कंपनियों के साथ एकीकृत किया गया है।
टिशु कल्चर (Tissue Culture) के लिये राष्ट्रीय प्रमाणीकरण व्यवस्था
भारत सरकार द्वारा "सीड्स एक्ट, 1966" के तहत एक प्रमाणन एजेंसी के रूप में एन.सी.एस.-टी.सी.पी. (National Certification System for Tissue Culture-Raised Plants - NCS-TCP) की स्थापना की गई है। जैव प्रौद्योगिकी विभाग (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय) इसका अधिकृत निकाय होगा। इस प्रणाली के अंतर्गत गुणवत्तापूर्ण टिशू कल्चर रोपण सामग्री के उत्पादन और वितरण को सुनिश्चित करने का कार्य किया जाएगा।
- पिछले दो दशकों में कृषि, वानिकी, वृक्षारोपण और बागवानी फसलों की बढ़ती मांग के साथ-साथ उच्च गुणवत्तायुक्त पैदावार एवं रोग - मुक्त रोपण की मांग में भी ज़बरदस्त वृद्धि हुई है।
- परंपरागत प्रचार पद्धति (इसके अंतर्गत बीज की बुवाई, कटाई, लेयरिंग आदि को शामिल किया जाता है) बहुत सी अंतर्निहित सीमाओं से ग्रस्त है, जिसके कारण गुणवत्ता की गैर-एकरूपता और बीमारियों की घटनाओं में वृद्धि होती है।
- तेज़ी से उच्च गुणवत्तायुक्त, रोग मुक्त और उच्च उपज देने वाले पौधों की कुलीन किस्मों को बढ़ाने हेतु यह व्यवस्था एक महत्त्वपूर्ण जैव प्रौद्योगिकी तथा व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य उपकरण के रूप में उभरी है।
- भारत में टिशु कल्चर उद्योग में प्रतिवर्ष 15% की दर से वृद्धि हो रही है।
- एनसीएस-टीसीपी का उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण टिशू कल्चर रोपण सामग्री का उत्पादन और वितरण सुनिश्चित करना है।
हौसला 2017
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा 16 से 20 नवंबर, 2017 तक बाल अधिकार सप्ताह (हौसला 2017) मनाया गया। भारत द्वारा 14 नवंबर को बाल दिवस और 20 नवंबर को अन्तर्राष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस प्रोजेक्ट की विशेषताएँ :
- यह देश के विभिन्न बाल देखभाल संस्थाओं के बच्चों द्वारा प्रतिभा को प्रदर्शित करने का एक अवसर प्रदान करता है।
- इस अवसर पर निम्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगाः
- बाल संसदः
♦ राष्ट्रीय बाल नीति 2013 और किशोर न्याय (बाल देखभाल और संरक्षण) अधिनियम 2015 बच्चों को उन सभी विषयों में भाग लेने का अधिकार प्रदान करता है जो उन्हें प्रभावित करते हैं।
♦ इस कार्यक्रम में सभी राज्यों/केन्द्र-शासित प्रदेशों से 14 से 18 आयु वर्ग के कुल 36 बच्चे भाग लेगें।
♦ बच्चों द्वारा दिये गए सुझावों और विचारों के सारांश को बाद में संबंधित मंत्रालय और भारत सरकार के विभागों को भेजा जा सकता है।
- चित्रकला प्रतियोगिताः
♦ चित्रकला और चित्रकारी दो सशक्त उपकरण हैं जो बच्चों के संचार कौशल को बढ़ाने के लिए प्रयोग किये जाते हैं।
♦ एथलेटिक्स मीट, शतंरज प्रतियोगिता और फुटबाल मैचः
♦ इस अवसर पर मंत्रालय द्वारा एथलेटिक्स मीट का आयोजन (100 मीटर दौड़,100*4 मीटर रीले दौड़, लम्बी कूद, ऊँची कूद), शतरंज प्रतियोगिता और सीसीआई के बालक एवं बालिकाओं के फुटबाल मैच का आयोजन किया जाएगा।
- वाक लेखनः
♦ सभी राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों से अनुरोध किया गया है कि वे सीसीआई के बच्चों के लिये वाक लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन करे।
♦ पहले तीन लेखनों को मंत्रालय में भेजा जाएगा और लेखनों का संकलन यूनीसेफ के सहयोग से, मंत्रालय द्वारा एक पुस्तिका के रूप में प्रकाशित किया जाएगा।