प्रीलिम्स फैक्ट्स : 15 अक्टूबर, 2018 | 15 Oct 2018
वैश्विक कौशल पार्क
हाल ही में एशियाई विकास बैंक (Asian Development Bank- ADB) और भारत सरकार ने मध्य प्रदेश में एक वैश्विक कौशल पार्क (Global Skill Park- GSP) की स्थापना के लिये 150 मिलियन डॉलर के एक ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किये।
- यह भारत का पहला बहु-कौशल (Multi-Skill) पार्क होगा।
- इसका उद्देश्य राज्य में तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण प्रणाली की गुणवत्ता को बेहतर करना और अधिक कुशल श्रमबल सृजित करना है।
- नया GSP कैंपस भोपाल में स्थापित किया जाएगा, जिसमें प्रमुख उन्नत प्रशिक्षण संस्थान होंगे।
- यहाँ व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण केंद्र और उन्नत कृषि प्रशिक्षण केंद्र के साथ-साथ ऐसी अन्य सहायक सेवाओं से जुड़े केंद्र भी होंगे, जिनमें उद्यमिता, प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण और कौशल संबंधी अनुसंधान पर फोकस किया जाएगा।
- इस कैंपस से लगभग बीस हज़ार प्रशिक्षु एवं प्रशिक्षक लाभान्वित होंगे।
राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास संस्थान
हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मध्य प्रदेश के सिहोर ज़िले में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास संस्थान (National Mental Health Rehabilitation Institute- NIMHR) खोले जाने की मंज़ूरी दे दी है। उल्लेखनीय है पहले यह संस्थान भोपाल में खोला जाना था।
- सिहोर में बनने वाला राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास संस्थान देश में अपनी तरह का पहला संस्थान होगा।
- यह संस्था निशक्त जन सशक्तीकरण विभाग के अंतर्गत एक सोसाइटी के रूप में सोसाइटीज़ रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1860 के तहत स्थापित की जाएगी।
- संस्थान का मुख्य उद्देश्य मानसिक रूप से बीमार व्यक्तियों के पुर्नवास की व्यवस्था करना, मानसिक स्वास्थ पुर्नवास के क्षेत्र में क्षमता विकास तथा मानसिक स्वास्थ्य पुर्नवास के लिये नीति बनाना और अनुसंधान को बढ़ावा देना है।
- यह संस्थान मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास के क्षेत्र में मानव संसाधन और अनुसंधान के लिये उत्कृष्टता और क्षमता विकास केंद्र के रूप में काम करेगा और मानसिक बीमारियों से ग्रस्त लोगों के प्रभावी पुनर्वास के लिये बेहतर मॉडल सुझाएगा।
- संस्थान मानसिक रोगियों के लिये सभी तरह की पुर्नवास सेवाएँ उपलब्ध कराने के साथही स्नात्कोत्तर और एम.फिल. डिग्री तक की शिक्षा की भी व्यवस्था करेगा।
हाल ही में 'इंडिया फॉर ह्यूमैनिटी' (India for Humanity) की औपचारिक रूप से शुरुआत की गई।
- विदेश मामलों के मंत्रालय ने मानवता के प्रति गांधी जी की सेवाओं को सम्मानित करने के उद्देश्य से अगले एक साल तक चलने वाले महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती समारोह के हिस्से के रूप में इस कार्यक्रम की शुरुआत की है।
- महात्मा गांधी की करुणा, देखभाल और मानवता की सेवा के आदि को रेखांकित करते हुए, 'मानवता के लिये भारत या India For Humanity' कार्यक्रम के तहत दुनिया भर में एक वर्ष तक चलने वाले कृत्रिम अंग फिटनेस शिविर लगाए जाएंगे, इसके लिये मंत्रालय प्रसिद्ध चैरिटेबल ट्रस्ट ‘भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति’ के साथ मिलकर काम कर रहा है।
- 1975 में स्थापित यह समिति अपने ट्रेडमार्क अंग "जयपुर फुट" के लिये सुप्रसिद्ध है, भगवान् महावीर विकलांग सहायता समिति कृत्रिम अंगों के फिटनेस के लिये दुनिया के सबसे बड़े संगठनों में से एक है और अब तक 1.73 मिलियन से अधिक लोगों को सेवा प्रदान कर चुकी है।
- इस अंग प्रत्यर्पण शिविर को पूरी तरह से विदेश मंत्रालय द्वारा प्रायोजित किया जाएगा।