जैव विविधता और पर्यावरण
प्रीलिम्स फैक्ट्स : 13 अक्टूबर, 2018
- 13 Oct 2018
- 5 min read
जीन अनुक्रमित करने हेतु प्रमुख मिशन
- 50,000 भारतीयों सहित 100k एशियाई लोगों के पूरे जीनोमों को अनुक्रमित करने के लिये भारतीय वैज्ञानिकों और कंपनियों का एक समूह 100k जीनोम एशिया परियोजना में शामिल है, जिसे नान्यांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (NTU) द्वारा संचालित किया जा रहा है
- यूनाइटेड किंगडम, चीन, जापान और ऑस्ट्रेलिया की परियोजनाओं के समान भारत इसका उपयोग स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के साथ-साथ व्यक्ति-विशेष आधारित दवाओं का निर्माण करने की वैश्विक प्रवृत्ति की बराबरी के लिये जीनोमों को अनुक्रमित करने की योजना बना रहा है।
- यह विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार सलाहकार परिषद (STIAC) की पहली बैठक में लिये गए महत्त्वपूर्ण निर्णयों में से एक था।
- यह परिषद परियोजनाओं और मिशनों पर काम करने के लिये कई मंत्रालयों के बीच एक समन्वयक के रूप में कार्य करती है और महीने में एक बार बैठक निर्धारित की गई है।
- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और जैव प्रौद्योगिकी विभाग इस परियोजना के साथ निकटता से जुड़े होंगे।
- इस योजना के लक्ष्यों में जीनोम को अनुक्रमित करना और मानव स्वास्थ्य तथा बीमारी को एक शोध पहल के रूप में जोड़ना एवं इस प्रक्रिया को बड़े पैमाने पर सुनिश्चित करना शामिल है, ताकि इसका सार्वजनिक स्वास्थ्य पर प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ सके।
- हाल ही में संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष मानवाधिकार निकाय के लिये भारत को चुना गया है।
- गौरतलब है कि इस निकाय के लिये भारत का कार्यकाल तीन वर्षों का होगा, जो 1 जनवरी, 2019 से प्रारंभ होगा।
- सभी उम्मीदवारों के बीच सबसे अधिक मतों के साथ भारत को एशिया-प्रशांत श्रेणी में 188 मत मिले हैं।
- संयुक्त राष्ट्र की 193 सदस्यीय महासभा ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) के नए सदस्यों के लिये चुनाव किया। 18 नए सदस्य गुप्त मतदान के द्वारा पूर्ण बहुमत से चुने गए।
- परिषद में चुने जाने के लिये किसी भी देश को कम-से-कम 97 मतों की आवश्यकता होती है।
- एशिया-प्रशांत श्रेणी में भारत को 188 मत, फिजी को 187 मत, बांग्लादेश को 178 मत, बहरीन और फिलीपींस प्रत्येक को 165 मत प्राप्त हुए।
- भारत इससे पहले भी 2011-2014 तथा 2014-2017 की अवधिके लिये जिनेवा स्थित मानवाधिकार परिषद हेतु चुना जा चुका है।
पूर्ण-जैविक सिक्किम को UN-समर्थित पुरस्कार
- हाल ही में देश के पहले पूर्ण जैविक राज्य सिक्किम ने संयुक्त राष्ट्र समर्थित पुरस्कार में शीर्ष पुरस्कार जीत लिया है।
- आयोजकों के अनुसार, इन नीतियों ने 66,000 से अधिक किसानों को सहायता पहुँचाई है, पर्यटन को बढ़ावा दिया है और अन्य देशों के लिये एक उदाहरण स्थापित किया है।
- अन्य सह-आयोजक वर्ल्ड फ्यूचर काउंसिल के मुताबिक, 2014 से 2017 के बीच सिक्किम में पर्यटकों की संख्या 50 फीसदी बढ़ी है।
- तिब्बत की सीमा से लगे इस छोटे हिमालयी राज्य ने रासायनिक उर्वरकों तथा कीटनाशकों को टिकाऊ विकल्पों से प्रतिस्थापित कर दिया। इसके बाद 2016 में इसे पूर्ण जैविक राज्य घोषित कर दिया गया था।
- इस प्रकार, सिक्किम एक उत्कृष्ट उदाहरण स्थापित करता है। दुनिया भर के देशों तथा अन्य भारतीय राज्यों को सिक्किम से कृषि-पारिस्थितिकी के बारे में सीखने की ज़रूरत है।