प्रीलिम्स फैक्ट्स : 13 अप्रैल, 2018
डॉ. अम्बेडकर राष्ट्रीय स्मारक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. भीम राव अम्बेडकर के 26 अलीपुर रोड, दिल्ली स्थित महापरिनिर्वाण स्थल पर डॉ. अम्बेडकर राष्ट्रीय स्मारक का उद्घाटन किया। यह स्मारक भारत के संविधान निर्माता डॉ. अम्बेडकर के जीवन और उनके योगदान को समर्पित है। 21 मार्च, 2016 को प्रधानमंत्री ने इसकी आधारशिला रखी थी।
- भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीम राव अम्बेडकर का जन्म मध्य प्रदेश के मऊ में 14 अप्रैल, 1891 को हुआ था। वह स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री थे।
- 1 नवंबर, 1951 को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद डॉ. अम्बेडकर 26, अलीपुर रोड, दिल्ली में सिरोही के महाराजा के घर में रहने लगे जहाँ उन्होंने 6 दिसंबर, 1956 को आखिरी सांस ली और महापरिनिर्वाण प्राप्त किया।
- डॉ. अम्बेडकर की स्मृति में पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 2 दिसंबर, 2003 को महापरिनिर्वाण स्थल राष्ट्र को समर्पित किया था। बाबा साहब के अनुयायी उस स्थान को पवित्र मानते हैं जहाँ उन्होंने महापरिनिर्वाण प्राप्त किया।
- चूँकि इस इमारत को संविधान निर्माता बाबा साहब के स्मारक के रूप में निर्मित किया गया है, इमारत को पुस्तक का आकार दिया गया है।
विशेषताएँ
- इस इमारत में एक प्रदर्शनी स्थल, स्मारक, बुद्ध की प्रतिमा के साथ ध्यान केंद्र तथा डॉ. अम्बेडकर की 12 फुट की कांस्य की प्रतिमा है।
- प्रवेश द्वार पर अशोक स्तंभ (11 मीटर) और पीछे की तरफ ध्यान केंद्र बनाया गया है।
- इसके अतिरिक्त एक संगीतमय फव्वारा; छतरी (बौद्ध छतरी में डॉ. अम्बेडकर की आवक्ष प्रतिमा): बोधि वृक्ष (बाहरी हिस्से में रोपा गया); तोरण द्वार (संख्या 02) एवं ए. वी. संग्रहालय, यह स्थिर मीडिया, गतिशील मीडिया और श्रव्य दृश्य विषय-वस्तु तथा मल्टीमीडिया टेक्नोलॉजी के ज़रिये उनके जीवन और आधुनिक भारत को उनके योगदान की जानकारी में तल्लीन कर देने वाला संग्रहालय स्थापित किया गया है।
- इसमें सीवेज शोधन संयंत्र (30 केएलडी), वर्षा जल सिंचाई प्रणाली और नेट मीटरिंग के साथ छत पर सौर ऊर्जा संयंत्र (50 किलोवाट) स्थापित किया गया है।
- इमारत 7374 वर्ग मीटर क्षेत्र में खड़ी की गई है और इसका कुल निर्मित क्षेत्र 6758 वर्ग मीटर है।
स्टार्ट-अप इंडिया कार्यक्रम
स्टार्ट-अप इंडिया कार्यक्रम 16 जनवरी, 2016 को भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया यह एक फ्लैगशिप कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य देश में स्टार्ट-अप्स और नए विचारों के लिये एक मज़बूत पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है जिससे देश का आर्थिक विकास हो एवं बड़े पैमाने पर रोज़गार के अवसर उत्पन्न हों।
- स्टार्ट-अप एक इकाई है, जो भारत में पाँच साल से अधिक समय से पंजीकृत नहीं है और जिसका वार्षिक कारोबार किसी भी वित्तीय वर्ष में 25 करोड़ रुपए से अधिक नहीं है।
- यह एक इकाई है जो प्रौद्योगिकी या बौद्धिक सम्पदा से प्रेरित नए उत्पादों या सेवाओं के नवाचार, विकास, प्रविस्तारण या व्यावसायीकरण की दिशा में काम करती है।
- इस योजना को देश में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और बड़े पैमाने पर रोज़गार के अवसर सृजित करने के लिये नवाचार और स्टार्ट-अप के एक मज़बूत पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करने के लिये शुरू किया गया था।
- इस पहल के माध्यम से सरकार नवाचार और डिज़ाइन को विकसित करना चाहती है ताकि स्टार्ट-अप को सशक्त बनाया जा सके।
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राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान
14 अप्रैल, 2018 से 05 मई, 2018 तक “ग्राम स्वराज अभियान : सबका साथ, सबका गाँव, सबका विकास कार्यक्रम” आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सामाजिक सौहार्द् को बढ़ावा देना, गरीब परिवारों तक पहुँच कायम करना और केंद्र सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं तथा कार्यक्रमों से वंचित रह गए सभी लोगों को इनके दायरे में लाकर लाभान्वित करना है।
- ग्राम स्वराज अभियान के दौरान 21058 गाँवों के लिये विशेष पहल शुरू की जा रही है। इसमें चुनावी राज्य कर्नाटक और पश्चिम बंगाल के गांव शामिल नहीं हैं।
- इस अभियान के अंतर्गत गरीब समर्थक पहलों में उज्ज्वला योजना, मिशन इन्द्रधनुष, प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना, उजाला, प्रधानमंत्री जन-धन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का शत प्रतिशत आच्छादन किया जाएगा।
क्रम सं. |
तिथि |
नाम |
उद्देश्य |
1. |
14 अप्रैल |
अंबेडकर जयंती |
जाति, आय प्रमाण-पत्र और छात्रवृत्ति के लिये पंजीकरण किये जाएंगे और बैंक खातों को आधार से जोड़ा जाएगा। |
2. |
18 अप्रैल |
स्वच्छ भारत पर्व |
ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन गतिविधियों के बारे में जागरूकता का प्रसार किया जाएगा। |
3. |
20 अप्रैल |
उज्ज्वला पंचायत |
15000 स्थानों पर एलपीजी कनेक्शन बाँटे जाएंगे। |
4. |
24 अप्रैल |
पंचायती राज दिवस |
राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान का शुभारंभ किया जाएगा। प्रत्येक गाँव में स्थानीय सरकार निर्देशिका को लॉन्च किया जाएगा। |
5. |
28 अप्रैल |
ग्राम शक्ति अभियान |
ज़िला मुख्यालय स्तर पर ईईएसएल द्वारा एलईडी बल्बों की बिक्री की जाएगी और सौभाग्ययोजना पर कियॉस्क, स्टॉल एवं काउंटर लगाए जाएंगे। |
6. |
30 अप्रैल |
आयुष्मान’ भारत |
ग्राम पंचायत स्तर पर लाभार्थियों की सूची का प्रमाणीकरण। पात्र लाभार्थियों तक पहुँच बनाई जाएगी और प्रक्रिया के बारे में लोगों को शिक्षित किया जाएगा। |
7. |
02 मई |
किसान कल्याण कार्यशाला’ |
ब्लॉक स्तर पर किसानों की आय दुगुनी करने के लिये कार्यशालाओं का आयोजन। |
8. |
05 मई |
आजीविका और कौशल विकास मेला |
4000 ब्लाकों एवं राष्ट्रीय स्तर पर आयोजन। |
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नासा का मिशन ‘Tess’
नए ग्रह की खोज के लिये 16 अप्रैल को नासा एक नया मिशन शुरु करने जा रहा है। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा 'ट्रांजिटिंग एक्सोप्लेनेट सर्वे सेटेलाइट (टीईएसएस)' मिशन का अगला चरण 16 अप्रैल को शुरू किया जाएगा। इस मिशन के तहत सौमंडल के बाहरी ग्रहों यानी एक्सोप्लेनेट की खोज की जाएगी।
- Tess मिशन दो सालों तक पृथ्वी के सौरमंडल से बाहर सूर्य के करीबी सबसे चमकीले 200,000 तारों का सर्वेक्षण करेगा। शोधकर्त्ताओं द्वारा इन ग्रहों पर जीवन की संभावना के विषय में अध्ययन किया जाएगा। इसके बाद इन तारों का चक्कर लगा रहे ग्रहों की खोज का कार्य किया जाएगा।
- नासा के अनुसार, इनमें से कम-से-कम 300 ग्रहों के पृथ्वी के बराबर या पृथ्वी से बड़े यानी सुपर अर्थ होने की संभावना है।
- जापान के टोक्यो इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्त्ताओं द्वारा इस शोध के लिये नासा के केपलर स्पेसक्राफ्ट के दूसरे अभियान से प्राप्त आँकड़ों पर अध्ययन किया गया है।
- इन अध्ययनों में खोजे गए सभी 15 ग्रहों में 3 को सुपर अर्थ माना जा रहा है, क्योंकि ये आकार में धरती से बड़े हैं। हालाँकि, ये सभी ग्रह पृथ्वी से तकरीबन 200 प्रकाश वर्ष दूर मौजूद एक लाल तारे के2-155 की परिक्रमा कर रहे हैं।
- इन 3 सुपर अर्थ में सबसे बाहरी ग्रह पर पानी के मौजूद होने की उम्मीद है, परंतु अभी इस विषय में प्रमाणिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है। यही कारण है कि नासा द्वारा Tess को लॉन्च किया जा रहा है, ताकि ब्रह्मांड में मौजूद अन्य एक्सोप्लेनेट के विषय में जानकारी प्राप्त की जा सके।
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