प्रीलिम्स फैक्ट्स: 11 Nov, 2017 | 11 Nov 2017

स्वास्थ्य साक्षरता

  • स्वास्थ्य साक्षरता से तात्पर्य स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों और मेडिकल सेवाओं के संबंध में सूचना प्राप्त करने तथा उसे समझने की क्षमता है, ताकि व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के संबंध में उचित निर्णय ले सके।
  • इस आवश्यक शिक्षा के अभाव में कई लोगों के लिये उनके स्वास्थ्य में सुधार को लेकर बरती जाने वाली सावधानियों को सीखना अपेक्षाकृत कठिन हो जाता है। 
  • स्वास्थ्य साक्षरता के लिये आधारभूत भाषाई दक्षता और पोषण तथा हृदय स्वास्थ्य जैसे विषयों का ज्ञान होना चाहिये। यदि आप चिकित्सक की बातों को समझने में सक्षम नहीं होते हैं तो आप अपने स्वास्थ्य के संबंध में सटीक जानकारी प्राप्त नहीं कर पाते, जबकि वह आपके स्वास्थ्य के लिये आवश्यक होती है। 
  • स्वास्थ्य साक्षरता में कमी के कारण कई अस्पतालों में बड़ी तादाद में रोगी दिखाई देते हैं जबकि वहाँ पर्याप्त सेवाएँ उपलब्ध नहीं होती हैं। इसका कारण यह है कि उचित ज्ञान के अभाव में वे ये भी नहीं जानते कि उन्हें कहाँ उपयोगी सेवाएँ प्राप्त हो सकेंगी।


‘सीक्रेट एजेंट’ के रूप में लघु रोबोट

  • हाल ही में वैज्ञानिकों द्वारा एक ऐसे नए लघु रोबोट को विकसित किया गया है, जो मछलियों के साथ तैर सकता है, उनके वार्तालाप करने के तरीके को सीख सकता है और उन्हें उनकी दिशा बदलने अथवा साथ मिलकर चलने में सहायता कर सकता है। 
  • यह पूर्णतया ज़ेबरा फिश (zebra fish) के समान है। चूँकि यह छोटी मछलियों के क्षेत्र में घुसपैठ कर सकता है, अतः वैज्ञानिकों द्वारा इसे गुप्त एजेंट (secret agent) की संज्ञा दी गई है।
  • इसकी लम्बाई सात सेंटीमीटर है। 
  • इसमें चुम्बक लगे हैं जो इसे एक्वेरियम के अंदर बने एक छोटे से इंजन से जोड़ते हैं जिससे यह पानी में आसानी से तैर सकता है। 


प्रोजेक्ट सक्षम

  • लगातार हो रही रेल दुर्घटनाओं, खराब सेवाओं और इसके कर्मचारियों की अकुशलता के कारण भारतीय रेलवे ने अपने कर्मचारियों की गुणवत्ता और उत्पादकता में वृद्धि करने के उद्देश्य से ‘प्रोजेक्ट सक्षम’ चलाने की योजना बनाई है।
  • प्रोजेक्ट सक्षम के अंतर्गत अगले एक वर्ष में रेलवे के प्रत्येक जोन के सभी कर्मचारियों को उनके कार्यक्षेत्र से संबंधित कौशल और ज्ञान देने के लिये एक हफ्ते का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
  • यह प्रशिक्षण पाँच दिन तक कार्यस्थलों अथवा रेलवे प्रशिक्षण केंद्रों के प्रशिक्षण कक्षों में दिया जाएगा जोकि कर्मचारियों के कार्य के स्वरूप पर निर्भर करेगा।


‘ग्राहक सड़क कोयला वितरण’ एप

  • हाल ही में, रेलवे और कोयला मंत्रालय द्वारा कोल इंडिया लिमिटेड के ग्राहकों को सड़क के माध्यम से कोयला वितरण का लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से ‘ग्राहक सड़क कोयला वितरण’ एप को लॉन्च किया गया है।
  • यह ग्राहक मैत्री एप प्रेषण संचालन (despatch operations) में पारदर्शिता बनाए रखने तथा इसकी जाँच करने में मदद करेगा कि सभी कार्य ‘फर्स्ट इन,फर्स्ट आउट’ के सिद्धांत पर किये गए हैं अथवा नहीं। इसमें बिक्री आदेश जारी होने से लेकर सड़क के माध्यम से कोयले के वितरण तक की सभी जानकारियाँ उपलब्ध होंगी।  
  • यह ध्यान देने योग्य है कि सीआईएल पॉवर स्टेशनों तक अधिकाधिक कोयला पहुँचाना चाहती है। अब कम दूरी पर स्थित संयंत्रों को सड़क के माध्यम से कोयला आपूर्ति की पेशकश की जाएगी। इस प्रकार कोयला खदानों से 50 से 60 किलोमीटर दूरी पर स्थित ऊर्जा संयंत्र अपनी नजदीकी खदान से अपनी क्षमतानुसार कोयला प्राप्त कर सकते हैं।