इंदौर शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 11 नवंबर से शुरू   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


अंतर्राष्ट्रीय संबंध

प्रीलिम्स फैक्ट्स : 11 जनवरी, 2018

  • 11 Jan 2018
  • 9 min read

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (Central Industrial Security Force - CISF) के ग्रुप-ए कार्यपालक संवर्ग की संवर्ग समीक्षा को मंजू़री दी गई है। CISF के वरिष्ठ ड्यूटी पदों में सुपरवाइज़री स्टाफ बढ़ाने हेतु सहायक कमांडेंट से अपर महानिदेशक (Assistant Commandant to Additional Director General) की रैंकों तक विभिन्न रैंकों में 25 पदों के सृजन का प्रावधान किया गया है। 

  • CISF में ग्रुप के इन पदों के सृजन के बाद बल की सुपरवाइज़री दक्षता तथा क्षमता सृजन में वृद्धि होगी। 

पृष्ठभूमि

  • CISF अधिनियम, 1968 के माध्यम से केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (Armed Force of the Union) का गठन किया गया।
  • इस अधिनियम में 1983 में संशोधन करते हुए बल को संघ का सशस्त्र बल घोषित किया गया। 
  • CISF का मूल चार्टर तथा सार्वजनिक क्षेत्र के प्रतिष्ठानों (Public Sector Undertakings) की संपत्ति को संरक्षा तथा सुरक्षा मुहैया कराना था। 
  • इस अधिनियम में वर्ष 1989, 1999 तथा 2009 में संशोधन करते हुए ड्यूटी चार्टर को और अधिक व्यापक बनाया गया, ताकि निजी क्षेत्र की इकाइयों (Private Sector Units) को सुरक्षा प्रदान की जा सके और केंद्र सरकार द्वारा सौंपे जाने वाली अन्य ड्यूटियों को पूरा किया जा सके। 
  • CISF केवल तीन बटालियनों की स्वीकृत शक्ति के साथ वर्ष 1969 में अस्तित्व में आया। 12 रिज़र्व बटालियनों (Reserve Battalions) तथा मुख्यालयों को छोड़कर CISF का अन्य केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की तरह अपना बटालियन स्वरूप नहीं होता।
  • वर्तमान में यह बल 336 औद्योगिक प्रतिष्ठानों (59 हवाई अड्डों सहित) को सुरक्षा प्रदान कर रहा है। 
  • वर्ष 1969 में 3192 की स्वीकृत संख्या बल के साथ प्रारंभ इस बल की शक्ति 30.6.2017 तक बढ़कर 1,49,088 हो गई है। 
  • CISF का मुख्यालय नई दिल्ली में है। 
  • संगठन का नेतृत्व महानिदेशक करते हैं। महानिदेशक का पद संवर्ग बाह्य पद है।

राष्ट्रीय युवा उत्सव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 12 जनवरी, 2018 को वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिये 22वें राष्ट्रीय युवा उत्सव का उद्घाटन किया जाएगा। यह उत्सव भारत के युवा हृदय सम्राट स्वामी विवेकानन्द की जयंती के अवसर पर आयोजित किया गया। 

  • उत्सव का आयोजन युवा मामलों और खेल मंत्रालय द्वारा उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के सहयोग से किया जा रहा है। 
  • राष्ट्रीय युवा उत्सव का आयोजन पहली बार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र नोएडा में हो रहा है। 

उद्देश्य

  • इस उत्सव का उद्देश्य देश के युवाओं को एक ऐसा मंच प्रदान करना है, जहाँ उन्हें विभिन्न गतिविधियों में अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिले।

विषय-वस्तु 

  • इस उत्सव की विषय-वस्तु ‘संकल्प से सिद्धि’ है।

प्रमुख विशेषताएँ

  • राष्ट्रीय युवा उत्सव देश में अपनी तरह का सबसे बड़ा युवा उत्सव है। 
  • पहले राष्ट्रीय युवा उत्सव का आयोजन वर्ष 1995 में भोपाल में किया गया था।
  • इसके तहत भारत के विभिन्न वर्गों के युवाओं की जीवंतता और उनकी ऊर्जा को दिशा दी जाएगी और उन्हें नवभारत के लक्ष्य को हासिल करने का संकल्प दिलाया जाएगा।
  • उत्सव में ‘मिनी-इंडिया’ जैसा मंच तैयार किया जाएगा, जहाँ युवा एक-दूसरे के साथ बातचीत करेंगे और सामाजिक तथा सांस्कृतिक संस्कृति का आदान-प्रदान करेंगे। इससे ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की अवधारणा को बल मिलेगा।
  • इस पूरे कार्यक्रम को इस प्रकार से तैयार किया गया है, जिससे सरकार की पहलों के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और युवाओं में यह भावना पैदा होगी की वे अपनी ऊर्जा को किस तरह प्रभावशाली तरीके से इस्तेमाल कर सकें। 
  • इस पाँच दिवसीय उत्सव में देश भर के राष्ट्रीय सेवा योजना और नेहरू युवा केन्द्र संगठन के 5 हज़ार स्वयंसेवी स्थानीय युवाओं द्वारा भाग लिया जाएगा।

 माटुंगा रेलवे स्टेशन

भारतीय रेलवे ने अपनी महिला कर्मचारियों को अधिकार संपन्न बनाने की दिशा में जो कदम उठाए हैं, उनके मद्देनज़र माटुंगा रेलवे स्टेशन एक उल्लेखनीय रेलवे स्टेशन बन गया है। इस स्टेशन को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स 2018 में शामिल किया गया है। 

महत्त्वपूर्ण बिंदु

  • यह भारत का ऐसा पहला स्टेशन है जहाँ सभी कर्मचारी महिलाएँ हैं। महिलाएँ स्टेशन संचालन, वाणिज्य गतिविधि, रेलवे सुरक्षा बल इत्यादि कामों में संलग्न हैं।
  • मध्य रेलवे के मुंबई डिवीजन ने कुल 41 महिलाओं को नियुक्त किया है, जिनमें से 17 बुकिंग क्लर्क, 6 रेलवे सुरक्षा बल कर्मी, 8 टिकट निरीक्षक, 5 खलासी, 2 उद्घोषक और 2 सफाई कर्मचारी शामिल हैं। 
  • ये सभी स्टेशन मास्टर श्रीमती ममता कुलकर्णी के नेतृत्व में काम कर रही हैं। 
  • उल्लेखनीय है कि मध्य रेलवे के मुंबई डिवीजन में 1992 में सहायक स्टेशन मास्टर के रूप में भर्ती होने वाली श्रीमती ममता कुलकर्णी माटुंगा रेलवे स्टेशन की पहली महिला स्टेशन मास्टर बन गई हैं।
  • पूरा महिला स्टाफ पिछले 6 महिनों से 24 घंटे रेलवे स्टेशन के संचालन संबंधी सभी गतिविधियों को कामयाबी के साथ चला रहा है। 

पिग फेस वाले मेंढक, साइकस एवं फ्लोरोसेंट मेंढक की नई प्रजाति

  • सी.एस.आई.आर. कोशिकीय एवं आणविक केंद्र, हैदराबाद के वैज्ञानिकों के एक समूह द्वारा सूअर जैसे मुख वाले मेंढक की एक नई प्रजाति एन. भूपथी (N. Bhupathi) की खोज की गई है। 
  • मेंढक की इस नई प्रजाति का नाम भारतीय सरीसर्प विज्ञानवेता एस.भुपथी के नाम पर रखा गया है।

साइकस की नई प्रजातियाँ

  • वैज्ञानिकों द्वारा साइकस की दो नई प्रजातियों साइकस शेने (cycas psohannae) तथा साइकस धर्मराजी (cycas dharamraji) की खोज की गई है।
  • इन दोनों प्रजातियों का नाम भारतीय वैज्ञानिकों परमजीत सिंह चन्ना तथा धर्मराज एस. मिश्रा के नाम पर रखा गया है।

फ्लोरोसेंट मेढक

  • हाल ही में वैज्ञानिकों द्वारा अर्जेंटीना में विश्व के पहले फ्लोरोसेंट मेंढक Hypriboas Punctatus की खोज की गई है।
  • वैज्ञानिकों द्वारा पोल्का डॉट ट्री मेंढक के वर्णक के विषय में अध्ययन के दौरान इस मेंढक की इस नई प्रजाति की खोज की गई है।
  • वैज्ञानिकों के अनुसार, सामान्य प्रकाश में इस मेंढक की त्वचा चित्तीदार भूरे एवं हरे रंग की नज़र आती है, परंतु अल्ट्रावायलेट प्रकाश में यह चमकीले फ्लोरोसेंट हरे रंग की दिखाई पड़ती है।
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2