प्रीलिम्स फैक्ट्स : 6 फरवरी, 2018 | 06 Feb 2018
भाषा सम्मान
भाषा के विकास के लिये बड़े पैमाने पर काम करने वाले मगही भाषा के लेखक शैश आनंद मधुकर को इस साल के साहित्य अकादमी भाषा सम्मान (Sahitya Akademi Bhasha Samman award) से सम्मानित किया गया है। इस सम्मान को प्राप्त करने वाले वह मगही भाषा के दूसरे लेखक हैं।
भाषा सम्मान
- साहित्य अकादमी द्वारा वर्तमान में 24 क्षेत्रीय भाषाओं के लेखकों का सम्मान किया जाता है, लेकिन भाषा सम्मान के तहत उन भाषाओं की पहचान की जाती है जो देश के विभिन्न हिस्सों में समान रूप से बोली जाती हैं।
- यह पुरस्कार अन्य भाषाओं के लेखकों को समान रूप से महत्त्वपूर्ण समझे जाने का एक प्रयास है।
- इस पुरस्कार के तहत 1 लाख रुपए और एक स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाता है।
मगही भाषा
- मगही भाषा को मगधी भाषा के रूप में भी जाना जाता है, यह बिहार और झारखंड के पूर्वी भाग में बोली जाने वाली भाषा है।
- मगही का उद्भव मागधी प्राकृत से माना जाता है। एक मान्यता के अनुसार, गौतम बुद्ध द्वारा मागधी प्राकृत भाषा का ही प्रयोग किया जाता था।
- यह मौर्य अदालत की आधिकारिक भाषा थी। इसी भाषा में अशोक के शिलालेख भी लिखे गए हैं।