प्रीलिम्स फैक्टस : 04 जुलाई, 2018 | 04 Jul 2018
दुनिया के पहले जानवरों ने दिया ग्लोबल वार्मिंग में योगदान
(The world's first animals caused global warming, claims new study)
- एक अध्ययन के अनुसार, 500 मिलियन वर्ष से भी पूर्व पृथ्वी पर हुआ पहले जानवरों का विकास ग्लोबल वार्मिंग का कारण बना।
- शोध में पाया गया कि 520-540 मिलियन वर्ष पहले समुद्र में पशु जीवन की उत्पत्ति हुई, जिसने समुद्र तल में स्थित कार्बनिक पदार्थ का विखंडन करना प्रारंभ कर दिया, जिससे वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ने लगी और ऑक्सीजन की मात्रा में कमी आने लगी।
- अगले 100 मिलियन वर्षों में इन प्रारंभिक जानवरों के लिये परिस्थितियाँ बहुत अधिक कठोर हो गईं, क्योंकि कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा में वृद्धि के कारण ग्लोबल वार्मिंग का प्रभाव बढ़ने लगा तथा समुद्री ऑक्सीजन के स्तर में बहुत अधिक गिरावट आ गई।
- शोधकर्त्ताओं के अनुसार, इस बात का ज्ञान तो पहले से था कि पृथ्वी के इतिहास में इस बिंदु पर ग्लोबल वार्मिंग की घटना हुई थी, लेकिन यह नहीं पता था कि इसे जानवरों द्वारा संचालित किया जा सकता है।
- यह शोध नेचर कम्युनिकेशंस नामक जर्नल में प्रकाशित हुआ।
एंड्रेस मैनुअल लोपेज़ ओब्राडोर
(Andres Manuel Lopez Obrador)
- हाल ही में मेक्सिको के राष्ट्रपति पद हेतु हुए चुनावों में एंड्रेस मैनुअल लोपेज़ ओब्राडोर )Andres Manuel Lopez Obrador) ने जीत हासिल की।
- इस चुनाव में ओब्राडोर के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी रिकार्डो अनाया (Ricardo Anaya) थे।
- ध्यातव्य है कि एक दिसंबर को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले लोपेज़ देश के पहले वामपंथी राष्ट्रपति होंगे।
- ओब्राडोर का जन्म ताबास्को (Tabasco) राज्य में हुआ था और पूर्व में वह मेक्सिको सिटी के मेयर पद पर कार्यरत थे।
- मेक्सिको के आधुनिक इतिहास में यह पहला अवसर है, जब कोई उम्मीदवार कुल मतों के आधे से अधिक (53%) वोट पाकर देश का राष्ट्रपति बनेगा।
- जीत हासिल करने के उपरांत ओब्राडोर ने मेक्सिको के लोगों से हिंसा से निपटने और भ्रष्टाचार को खत्म करने का वादा किया है।
अमेज़न के सेरानिया डी चिरीबिकेटे राष्ट्रीय उद्यान (Chiribiquete National Park) का विस्तार
- हाल ही में कोलंबियन अमेज़न के मध्य स्थित सेरानिया डी चिरीबिकेटे राष्ट्रीय उद्यान(Chiribiquete National Park) का विस्तार (4.3 मिलियन हेक्टेयर तक) किया गया है।
- गौरतलब है कि इस पहल के बाद यह उष्णकटिबंधीय वर्षावन की रक्षा करने वाला दुनिया का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान बन गया है।
- इसके साथ ही इसे यूनेस्को के विश्व विरासत स्थल के रूप में भी घोषित किया गया है, जो अपने उत्कृष्ट पर्यावरण, सांस्कृतिक और सामाजिक मूल्य को दर्शाता है।
- यह पार्क हज़ारों प्रजातियों का घर है, उनमें से दर्जनों स्थानिक हैं और कई गंभीर रूप से खतरे की कगार पर हैं।
- इन स्थानिक प्रजातियों में मुख्य रूप से निम्न भूमि के टैपिर, विशाल ओटर, विशाल एंटेटर, ऊनी बंदर और जगुआर शामिल हैं।
- हेरिटेज कोलंबिया डब्ल्यूडब्ल्यूएफ और इसके साझेदार 'लाइफ इनीशिएटिव' का एक हिस्सा है,जो दुनिया भर में संरक्षित क्षेत्रों के स्थायित्व के लिये एक अभिनव वित्तीय तंत्र चलाते हैं।
तंजावुर पेंटिंग्स
(Thanjavur Paintings)
- तंजावुर पेंटिंग तमिलनाडु के तंजावुर ज़िले (अंग्रेज़ी नाम तंजौर) के नाम पर नामित एक असाधारण, प्राचीन तथा लघु प्रकार की पेंटिंग है।
- इस पेंटिंग का विकास 16वीं से 18वीं शताब्दी के मध्य नायक और मराठा साम्राज्य के संरक्षण के अंतर्गत हुआ था।
- इस पेंटिंग में सोने की कारीगरी (gold foil), लकड़ी, काँच, माइका, हाथीदाँत और पांडुलिपियों आदि का प्रयोग किया जाता है।
- पूर्व में तंजावुर कलाकारों द्वारा प्राकृतिक रंगों के मिश्रण का उपयोग करके केवल देवी-देवताओं का चित्रांकन किया जाता था, किंतु आधुनिक कलाकारों द्वारा इस पेंटिंग में काफी नवीनता और विविधता लाई गई है।
- आमतौर पर इस पेंटिंग में बाहरी रेखा के लिये गहरे भूरे रंग तथा पृष्ठभूमि के लिये लाल रंग को अनुकूल माना जाता है।
- लाल रंग की पृष्ठभूमि तंजावुर पेंटिंग का विशिष्ट चिह्न है, लेकिन कभी-कभी पृठभूमि हेतु हरे रंग का भी प्रयोग किया जाता है।
- ध्यातव्य है कि तंजावुर पेंटिंग्स को भौगोलिक संकेतक भी प्राप्त है।