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अंतर्राष्ट्रीय संबंध

प्रीलिम्स फैक्ट्स : 1 फरवरी, 2018

  • 01 Feb 2018
  • 9 min read

बीटिंग द रिट्रीट 2018

इस साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर ऐतिहासिक विजय चौक पर आयोजित “बीटिंग द रिट्रीट” समारोह में 26 से अधिक प्रदर्शनों में सेना, नौसेना, वायुसेना और राज्य पुलिस तथा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (Central Armed Police Forces - CAPF) के बैंड ने मनोरम संगीत के साथ दर्शकों को उत्साहित किया।

प्रमुख बिंदु

  • 26 प्रदर्शनों में से 25 धुनें भारतीय संगीतकारों द्वारा तैयार की गई हैं जिनमें भारतीय सैनिक, झेलम, अज दीया रति, हेराना हेराना, नृत्य सरिता, कुंदन सिंग, मयूर नृत्य, मनोहर नटराज, बैटल ऑफ द स्काई, सितार हिंद, मुश्कोह वैली, गिरि राज, तेज़स, गगन शक्ति, द ग्रेट मार्शल, द ब्रेव वॉरियर्स, आईएनएस नीलगिरि, नमस्ते इंडिया, जय भारती, अमृत वानी, वीर गोरखा और शेर-ए-जवान शामिल हैं, जबकि 'पावर ऑफ साउंड' और 'किंगडम ऑफ हेवेन' दो नई रचनाएँ शामिल हैं।
  • इसमें केवल एक पश्चिमी धुन ‘एबाइड विद मी’ शामिल की गई। इस आयोजन का समापन लोकप्रिय धुन ‘सारे जहाँ से अच्छा’ से किया गया।
  • इस साल 18 सैन्य बैंड, 15 पाइप्स और ड्रम बैंड रेजीमेंटल केंद्र और बटालियन ने “बीटिंग द रिट्रीट” समारोह में भाग लिया।
  • इसके अलावा भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना के एक-एक बैंड भी इस आयोजन का हिस्सा बने।

पृष्ठभूमि

  • “बीटिंग द रिट्रीट” हर साल 29 जनवरी को विजय चौक में चार दिवसीय गणतंत्र दिवस समारोह के समापन का प्रतीक है।
  • परेड के दौरान “बीटींग द रिट्रीट” राष्ट्रीय गौरव का कार्यक्रम बन कर उभरा है। वर्ष 1950 के प्रारंभ में इस समारोह की शुरुआत हुई।
  • भारतीय सेना के मेजर रॉबर्ट ने इस अनोखे समारोह का ढाँचा विकसित किया, जो संगीत की धुनों से सराबोर होता है।
  • “बीटिंग द रिट्रीट” सदियों पुरानी उस सैन्य परंपरा का प्रतीक है, जब सैनिक लड़ाई समाप्त कर अपने शस्त्र ढक देते हैं और सूर्यास्त के समय युद्ध के मैदान से शिविरों में वापस लौट आते हैं।

भारत पर्व

“भारत पर्व” का आयोजन पर्यटन मंत्रालय द्वारा दिल्ली में किया गया। इसका आयोजन लाल किला परिसर में 26 जनवरी से 31 जनवरी 2018 के बीच किया गया। इस समारोह ने लोगों में देशभक्ति का भाव और राष्ट्र की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता को प्रोत्साहित करने का काम किया। 

प्रमुख बिंदु

  • इस समारोह में थल सेना, वायु सेना और नौसेना ने बैंड के साथ प्रस्तुति दी और सेना ने अपने डायनमिक बैंड का भी प्रदर्शन किया। समारोह में चंढ़ीगढ़ से आए कलाकारों ने शास्त्रीय गायन का कार्यक्रम पेश किया।
  • गुजरात के कलाकारों ने ‘गरबा रास’ की प्रस्तुति दी।
  • बिहार के कलाकारों ने ‘परिणय सूत्र’ का प्रदर्शन किया।
  • वहीं, मध्य प्रदेश के कलाकारों ने ‘बधाई’ और राजस्थानी कलाकारों ने ‘सेहरिया’, ‘गैर’ और ‘चकरी’ का प्रदर्शन किया।
  • अंत में पूर्वी क्षेत्र संस्कृति केंद्र ने समूचे भारत की विभिन्न कलाओं से जुड़े नृत्य की प्रस्तुति दी।
  • पर्यटन मंत्रालय को इस समारोह के आयोजन की ज़िम्मेदारी दी गई, जिसके तहत गणतंत्र दिवस परेड की झांकियों का प्रदर्शन, सशस्त्र बलों के बैंड की प्रस्तुति, विविध व्यंजन फूड कोर्ट, हस्तशिल्प मेला, देश के विभिन्न क्षेत्रों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन और विज्ञापन एवं दृश्य प्रचार निदेशालय की फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
  • विज्ञापन एवं दृश्य प्रचार निदेशालय द्वारा “नया भारत हम करके रहेंगे” विषय पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई।

मिहिर : भारत का उच्च निष्पादन कंप्यूटर
High Performance Computer System ‘Mihir’

हाल ही में भारत ने नोएडा (उत्तर प्रदेश) में नेशनल सेंटर फॉर मिडियम रेंज मौसम पूर्वानुमान (National Centre for Medium Range Weather Forecasting) में अपने उच्च निष्पादन कम्प्यूटर (High Performance Computer-HPC) प्रणाली 'मिहिर' (अर्थात सूर्य) को शुरू किया है।

प्रमुख बिंदु

  • यह नई प्रणाली उच्च क्षमता और प्रदर्शन के मामले में भारत की सबसे बड़ी एचपीसी सुविधा व्यवस्था होगी।
  • इसकी शुरुआत के साथ ही भारत दुनिया के शीर्ष 500 एचपीसी सुविधाओं वाले देशों की सूची में 368वें स्थान से 30वें स्थान पर आ जाएगा।
  • मिहिर के कार्यान्वित होने के साथ ही भारत मौसम/जलवायु वर्ग के लिये समर्पित एचपीसी संसाधनों वाले देशों में जापान, ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद चौथा देश होगा।

नई एचपीसी व्यवस्था के अंतर्गत निम्नलिखित सेवाओं में सुधार किये जाने की संभावना है-

  • देश भर में ब्लॉक स्तर पर मौसम का अनुमान (मौसम की चरम घटनाओं की भविष्यवाणी) व्यक्त किया जाता है।
  • मानसून के सक्रिय/ब्रेक स्पेल के वैरी हाई रेज़ोल्यूशन मौसमी/विस्तारित रेंज का पूर्वानुमान। 

(High resolution seasonal/extended range forecasts of active/break spells of Monsoon)

  • अधिक सटीकता और समय के साथ चक्रवातों की भविष्यवाणी के लिये वैरी हाई रेज़ोल्यूशन युग्मित मॉडल।
  • वैरी हाई रेज़ोल्यूशन पर समुद्री जल की गुणवत्ता के पूर्वानुमान सहित महासागरीय स्थिति का पूर्वानुमान।
  • अधिक-से-अधिक समय की बढ़त के साथ सुनामी के संबंध में पूर्वानुमान।
  • विभिन्न शहरों के लिये वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान।
  • वैरी हाई रेज़ोल्यूशन पर जलवायु संबंधी अनुमान।

औद्योगिक उत्पादन सूचकांक

    • औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) एक ऐसा सूचकांक है जो अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों, जैसे-खनन, विद्युत, विनिर्माण आदि के लिये संवृद्धि (Growth) दर का विवरण प्रस्तुत करता है।
    • इसकी गणना और प्रकाशन केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO) द्वारा मासिक रूप से किया जाता है।
    • यह सूचकांक किसी चयनित अवधि के दौरान औद्योगिक उत्पादों की एक बास्केट के उत्पादन की मात्रा में अल्पावधि में होने वाले परिवर्तनों का मापन करता है।
    • आईआईपी एक संयुक्त संकेतक (Composite Indicator) है, जो कि उद्योग समूहों की संवृद्धि दर को निम्नलिखित तरीके से वर्गीकृत करता है-
      ► व्यापक क्षेत्रों (Broad Sectors) में जिसमें खनन, विनिर्माण और विद्युत क्षेत्र शामिल हैं।
      ► उपयोग-आधारित क्षेत्रों (Use-based Sectors) में जिसमें आधारभूत वस्तुएँ, पूंजीगत वस्तुएँ और मध्यवर्ती वस्तुएँ शामिल है।
    • वर्तमान में आईआईपी आँकड़ों का आधार वर्ष 2011-12 है। आईआईपी में आठ प्रमुख उद्योगों (Core Industries) का भारांश अवरोही क्रम में निम्नलिखित है-

रिफाइनरी उत्पाद (Refinery Products)28.04%

विद्युत (Electricity)19.85% इस्पात (Steel)17.92%कोयला (Coal)10.33%कच्चा तेल (Crude Oil)8.98%प्राकृतिक गैस (Natural Gas)6.88%सीमेंट (Cement)5.37%उर्वरक (Fertilizers)2.63%

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